Hariyali Teej Vrat Niyam: हरियाली तीज हर साल सावन माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाई जाती है।
इस बार यह पर्व 27 जुलाई 2025 को पड़ रहा है।
यह त्योहार माता पार्वती के भगवान शिव से मिलन की याद में मनाया जाता है।
विवाहित महिलाएं पति की लंबी आयु और सुखी वैवाहिक जीवन के लिए, जबकि अविवाहित कन्याएं मनचाहे वर की प्राप्ति के लिए इस व्रत को रखती हैं।
हरियाली तीज पूजा विधि
1. सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और पवित्र वस्त्र धारण करें।
2. लाल या हरे रंग के कपड़े पहनें (काले या सफेद रंग से बचें)।
3. घर के मंदिर में दीपक जलाएं और शिव-पार्वती की मूर्ति/तस्वीर स्थापित करें।
4. भगवान शिव का अभिषेक दूध, जल, बेलपत्र और धतूरे से करें।
5. माता पार्वती को सिंदूर, मेहंदी, चूड़ी, बिंदी आदि चढ़ाएं (विशेषकर नवविवाहिताएं सोलह श्रृंगार करें)।
6. हरियाली तीज की कथा सुनें और आरती करें।
7. शाम को चंद्रमा को अर्घ्य देकर व्रत का पारण करें।
इस व्रत के दौरान कुछ गलतियां करने से बचना चाहिए…
व्रत के दौरान इन गलतियों से बचें
- निर्जला व्रत रखें: पानी या भोजन ग्रहण न करें (गर्भवती महिलाएं व्रत न रखें)।
- तामसिक भोजन न खाएं: प्याज, लहसुन, मांस, अंडा आदि वर्जित हैं।
- क्रोध या झगड़ा न करें: शांत वातावरण में पूजा करें।
- चमड़े की चीजें न पहनें: जूते, बेल्ट आदि से परहेज करें।
- इस दिन काले और नीले रंग की चीजों से परहेज करें ना ही काले कपड़े पहने और ना ही काली चूड़ियां
हरियाली तीज का आध्यात्मिक लाभ
इस व्रत को करने से माता पार्वती प्रसन्न होती हैं और सौभाग्य में वृद्धि होती है।
मान्यता है कि इस दिन व्रत रखने से अविवाहितों को मनचाहा जीवनसाथी मिलता है और विवाहितों का दांपत्य जीवन सुखमय रहता है।
अगर आप पहली बार व्रत रख रहे हैं, तो किसी विद्वान ब्राह्मण या बुजुर्गों से पूजा विधि अवश्य जान लें।
इस पावन पर्व पर शिव-पार्वती की कृपा पाने के लिए इन नियमों का पालन करें और खुशहाल जीवन का आशीर्वाद प्राप्त करें।