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AC BLAST in Summer: गर्मियों में बढ़ जाता है AC फटने का खतरा, इन बातों का रखें खास ध्यान

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Nisha Rai
Nisha Rai
निशा राय, पिछले 13 सालों से मीडिया के क्षेत्र में सक्रिय हैं। इन्होंने दैनिक भास्कर डिजिटल (M.P.), लाइव हिंदुस्तान डिजिटल (दिल्ली), गृहशोभा-सरिता-मनोहर कहानियां डिजिटल (दिल्ली), बंसल न्यूज (M.P.) जैसे संस्थानों में काम किया है। माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय (भोपाल) से पढ़ाई कर चुकीं निशा की एंटरटेनमेंट और लाइफस्टाइल बीट पर अच्छी पकड़ है। इन्होंने सोशल मीडिया (ट्विटर, फेसबुक, इंस्टाग्राम) पर भी काफी काम किया है। इनके पास ब्रांड प्रमोशन और टीम मैनेजमेंट का काफी अच्छा अनुभव है।

How To Avoid AC BLAST: गुजरात के अहमदाबाद से एक दर्दनाक मामला सामने आया है। यहां एक AC के सिलेंडर में विस्फोट होने से आग लग गई।

इस हादसे में घर में मौजूद मां-बेटे जिंदा जल गए। ब्लास्ट इतना भयानक था कि दूर-दूर तक इसका शोर सुनाई दिया।

वैसे ऐसा पहली बार नहीं हो रहा है जब किसी AC में ब्लास्ट हुआ हो।

इससे पहले भी देश में कई जगह लगातार एसी (एयर कंडीशनर) फटने की घटनाएं सामने आ चुकी हैं।

लेकिन गर्मियों में बिना AC के रहना भी मुश्किल है।

तो आइए जानते है AC से जुड़े कुछ खास टिप्स, इन्हें अपनाकर आप किसी भी तरह की अनहोनी से बच सकते हैं।

क्यों फटते हैं AC (Why do ACs explode)

सबसे पहले ये समझना जरूरी है कि एसी फटता क्यों है। सबको ठंडक देने वाला एसी आखिर खुद क्यों बम बन जाता है।

कम टेंपरेचर में AC चलाना खतरनाक

  1. जो लोग 16 से 22 डिग्री सेल्सियस तापमान पर एसी चलाते हैं, वह खुद को ज्यादा खतरे में डालते हैं।

तापमान ज्यादा होने की वजह से एसी को लगातार काम करना पड़ता है।

कमरे का तापमान 18-20 डिग्री तक लाने के लिए एसी का कंप्रेशर लगातार चलता रहता है।

इसकी वजह से ज्यादा गर्म हो जाता है और फटने का खतरा रहता है।

जो लोग 24 से 26 डिग्री सेल्सियस पर या इससे ज्यादा तापमान पर एसी चलाते हैं, उनके कमरे का तापमान निर्धारित रीडिंग तक पहुंचने के बाद कंप्रेशर बंद हो जाता है।

इससे कंप्रेशर और वायरिंग थोड़ी ठंडी हो जाती है और शॉर्ट सर्किट या कंप्रेशर फटने का खतरा कम हो जाता है।

2. भारत में बनने वाले एसी की क्षमता 50 डिग्री तापमान सहने तक की होती है लेकिन जब इसे उससे ज्यादा तापमान में चलाया जाता है तो एसी के एम्बिएंस (कंप्रेसर के आस-पास) पर प्रेशर पड़ता है।

क्योंकि कूलिंग के लिए कंडेसर का तापमान करीब 10 डिग्री सेल्सियस से कम होना चाहिए। ऐसे में ब्लास्ट की संभावना बढ़ जाती है।

3. वोल्टेज फ्लक्चुएशन के साथ वोल्टेज कम होने पर कंप्रेसर पर अधिक दबाव पड़ता है।

जिस कारण कंप्रेसर के साथ अन्य उपकरण पर अधिक दबाव पड़ने पर वह जरूरत से अधिक गर्म हो जाते हैं, जिससे आग लगने की संभावना बढ़ती है।

4. एसी के कंडेसर और इसके बाहर हवा निकलने वाले स्थान पर अवरोध होने पर एसी की गर्मी बाहर नहीं निकल पाती।

ऐसी स्थिति में ब्लास्ट होने का खतरा बढ़ जाता है।

AC BLAST
AC BLAST

AC को फटने से ऐसे बचाएं (How to prevent AC from bursting)

  • गर्मी में AC का इस्तेमाल करने से पहले उसकी अच्छे से सर्विसिंग करा ले
  • 2 से 3 घंटे के अंतराल पर एसी को करीब आधे घंटे के लिए बंद कर दें
  • ज्यादा ठंडक के लिए टर्बो मोड का इस्तेमाल न करें, इससे कंप्रेशर पर लोड बढ़ता है
  • स्टेबलाइजर के बिना एसी नहीं चलाएं और अच्छी क्वॉलिटी का स्टेबलाइजर ही यूज करें
  • एसी का तापमान कम से कम 24 डिग्री या उससे ज्यादा रखें
  • लगातार AC चलने से ओवरहीट होगा और उसके फटने की आशंका ज्यादा होगी
AC BLAST
AC BLAST

इन बातों का रखें ध्यान

  • अगर एसी ज्यादा कूलिंग नहीं कर रहा या ज्यादा गर्म हो रहा है तो तुरंत टेक्नीशियन को दिखाएं
  • वायरिंग के जोड़ ढीले न रखें, इससे शॉर्ट सर्किट की संभावना बनी रहती है
  • 600 घंटे चलने के बाद एसी की सर्विस जरूर कराएं
  • अगर एसी की गैस लीक हो तो उसे फौरन बंद कर दें
  • AC को रिमोट से बंद करने के साथ ही एमसीबी और स्विच से भी बंद करें
  • घर में अच्छी गुणवत्ता और ICI मार्क के वायर ही लगाएं।
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