Air Train In Delhi: अगर आपने कभी दिल्ली एयरपोर्ट से उड़ान भरी हो और टर्मिनल 1 से, टर्मिनल 2 और टर्मिनल 3 का सफर किया हो तो आपको पता होगा कि ऐसा करना कितना तनावभरा है।
खासकर तब जब आपके साथ कोई छोटा बच्चा, बुजुर्ग या ढेर सारा लगेज हो।
क्योंकि तीनों टर्मिनल के बीच अच्छा खासा फासला है, जिसे अभी DTC की शटल बसों के जरिए पूरा किया जाता है।
इस भागमभाग में यात्री परेशान तो होते ही और जो थकान होती है वो अलग लेकिन अब यात्रियों को इन असुविधाओं से जल्द ही छुटकारा मिल जाएगा।
देश में शुरू होगी पहली एयर ट्रेन
दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (DIAL) ने पहली बार एयर ट्रेन या ऑटोमेटेड पीपी मवर (APA) सिस्टम के प्रोजेक्ट का ऐलान किया है।
इस योजना से यात्रियों को इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट के अलग-अलग टर्मिनलों के बीच यात्रा करने में आसानी हो जाएगी।
ये भारत की पहली एयर ट्रेन होगी। खबरों के मुताबिक ये प्रोजेक्ट 2027 तक शुरू हो सकता है।
🚨 Delhi airport to get India’s first air train by 2027, connection terminals 1, 2, and 3. pic.twitter.com/z9Qsiok9t9
— Indian Tech & Infra (@IndianTechGuide) September 24, 2024
क्या होती है एयर ट्रेन?:
एयर ट्रेन को ऑटोमेटेड पीपल मूवर (APM) भी कहते हैं।
ये एक ऐसा ट्रेन सिस्टम है, जो हवाई अड्डों पर कई टर्मिनल और दूसरे जरूरी स्थानों को कनेक्ट करने का काम करता है।
ट्रेन मोनोरेल के रूप में कार्य करती है, जो यात्री की सुविधा के लिए अधिकतर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर चलती हैं।
यह भी अन्य मेट्रो रेल की तरह ही होती है। इसमें सीमित संख्या में डिब्बे होते हैं और ये भी पटरियों पर ही चलती है।
यह ड्राइवरलेस रेल पहले से तय ट्रैक पर एक जगह से दूसरी जगह जाती है।
जमीन के नीचे या ऊपर पुल पर चलने के कारण ट्रेवलिंग में कोई समस्या नहीं आती है।
इसके जरिए तेज यात्रा संभव है जिसका उपयोग करके दूसरे टर्मिनल, पार्किंग स्थल, कैब पिकअप पॉइंट और होटल तक जाया जा सकता है।
प्रोजेक्ट की लागत 2,000 करोड़ रुपये
खबरों के मुताबिक इस एयर ट्रेन प्रोजेक्ट की लागत लगभग 2,000 करोड़ रुपये तक हो सकती है।
अधिकारियों का कहना है कि इस प्रोजेक्ट के लिए टेंडर प्रक्रिया में बोलीदाता की लागत, राजस्व साझेदारी और वित्तीय सहायता के प्रस्ताव को ध्यान में रखा जाएगा।
टेंडर प्रक्रिया का निर्णय मौजूदा वित्तीय वर्ष के अंत तक हो जाने की उम्मीद है, जिसके बाद काम शुरू होगा।
इस प्रोजेक्ट को 2027 के अंत तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
यात्रियों के लिए फ्री होगी सर्विस
रिपोर्ट्स के मुताबिक यात्रियों के लिए एयर ट्रेन की सर्विस फ्री होने की संभावना है।
अभी जिन भी देशों में एयर ट्रेन की सुविधा है वहां यात्रियों के लिए इसकी यात्रा निशुल्क होती हैं।
एयर ट्रेन का फायदा
एयर ट्रेन के जरिए न सिर्फ हवाई यात्रियों का समय बचेगा बल्कि एक टर्मिनल से दूसरे टर्मिनल तक पहुंचना भी आसान हो जाएगा।
एयर ट्रेन 7.7 किलोमीटर लंबे मार्ग पर चलेगी और इसके 4 स्टॉप होंगे-
- T-2/3
यह मुख्य टर्मिनल है, जहां से इंटरनेशनल और घरेलू उड़ानें भरी जाती हैं। - T-1
यह घरेलू उड़ानों का टर्मिनल है। - Aerocity:
यह इलाका होटल और अन्य सुविधाओं से भरा हुआ है, जो यात्रियों के लिए बहुत उपयोगी है। - Cargo City:
यहां कर्मिशियल एक्टिविटीज और कार्गो सेवाएं उपलब्ध हैं।
बता दें कि दिल्ली एयरपोर्ट देश के सबसे व्यस्तम एयरपोर्ट्स में से एक है।
हर साल यहां करीबन 7 करोड़ से भी अधिक यात्री उड़ान भरते हैं।
आने वाले समय में ये संख्या और बढ़ सकती है। ऐसे में बेहतर कनेक्टिविटी के लिए ये सिस्टम जल्द शुरू किया जा रहा है।