International Men’s Day: अंतर्राष्ट्रीय पुरुष दिवस (International Men’s Day) हर साल 19 नवंबर को दुनिया भर में मनाया जाता है।
यह दिन पुरुषों के सकारात्मक योगदान, उनकी भूमिकाओं और समाज पर पड़ने वाले उनके प्रभाव को समर्पित है।
यह सिर्फ एक उत्सव नहीं, बल्कि समाज में पुरुषों के स्वास्थ्य, मानसिक स्थिति और सकारात्मक रोल मॉडल पर चर्चा शुरू करने का एक मंच है।
आइए जानते हैं इस दिन के इतिहास, महत्व और इसकी जरूरत के बारे में विस्तार से।
इतिहास: कैसे हुई थी शुरुआत?
अंतर्राष्ट्रीय पुरुष दिवस की अवधारणा सबसे पहले 1960 के दशक में सामने आई थी, लेकिन इसे वैश्विक पहचान 1999 में मिली।
इसकी स्थापना का श्रेय त्रिनिदाद और टोबैगो के इतिहासकार डॉ. जेरोम तिलकसिंह को जाता है।
उन्होंने 19 नवंबर के दिन को इसके लिए चुना।
एक कारण यह था कि इसी तारीख को उनके पिता का जन्मदिन था, और उन्होंने अपने पिता को एक आदर्श और सकारात्मक रोल मॉडल के रूप में देखा था।

डॉ. तिलकसिंह के इस प्रयास को बाद में संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक एवं सांस्कृतिक संगठन (UNESCO) सहित कई अंतरराष्ट्रीय संगठनों का समर्थन मिला।
तभी से यह दिन दुनिया के 80 से अभी अधिक देशों में including भारत, अमेरिका, यूके, ऑस्ट्रेलिया आदि में मनाया जाने लगा।
19 नवंबर की तारीख ही क्यों?
19 नवंबर की तारीख को चुनने के पीछे कई महत्वपूर्ण कारण हैं:
- पिता का जन्मदिन: जैसा कि पहले बताया गया, यह तारीख डॉ. तिलकसिंह के पिता के जन्मदिन से जुड़ी हुई है, जो उनके लिए एक प्रेरणा थे।
- नवंबर का महीना: नवंबर का तीसरा सप्ताह पुरुषों के स्वास्थ्य से जुड़े वैश्विक अभियानों के लिए भी जाना जाता है, जैसे ‘मूवेंबर’ (Movember) जो पुरुषों में प्रोस्टेट कैंसर और मानसिक स्वास्थ्य के बारे में जागरूकता फैलाता है।
- सकारात्मकता का प्रतीक: इस दिन को पुरुषों के सकारात्मक और रचनात्मक योगदान को उजागर करने के लिए चुना गया।

इस दिन का महत्व और उद्देश्य
अक्सर समाज में पुरुषों को ‘मजबूत’ और ‘भावनाहीन’ का टैग दे दिया जाता है, जिसके चलते उनकी मानसिक परेशानियों और भावनात्मक संघर्षों पर बात करना नजरअंदाज कर दिया जाता है।
अंतर्राष्ट्रीय पुरुष दिवस का मुख्य उद्देश्य इन्हीं मुद्दों पर प्रकाश डालना है। इस दिन के प्रमुख लक्ष्य हैं:
- पुरुषों के सकारात्मक रोल मॉडल को प्रोत्साहित करना।
- पुरुषों के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाना।
- लैंगिक संबंधों को बेहतर बनाने के लिए काम करना।
- समाज, परिवार, बच्चों और पर्यावरण में पुरुषों के योगदान को सलाम करना।
कैसे मनाया जाता है यह दिन?
दुनिया भर में इस दिन को विभिन्न तरीकों से सेलिब्रेट किया जाता है:
- सेमिनार और वर्कशॉप: पुरुषों के स्वास्थ्य और मानसिक कल्याण पर चर्चा के लिए सेमिनार और वर्कशॉप आयोजित किए जाते हैं।
- स्कूल कार्यक्रम: स्कूलों में बच्चों को पुरुषों के सकारात्मक रोल मॉडल के बारे में शिक्षित किया जाता है।
- सोशल मीडिया अभियान: #InternationalMensDay जैसे हैशटैग के साथ लोग अपने विचार और शुभकामनाएं साझा करते हैं।
- व्यक्तिगत स्तर पर: लोग अपने पिता, भाई, पति, दोस्त जैसे खास पुरुषों को उनका महत्व बताते हैं, उनकी सराहना करते हैं और तोहफे देते हैं।

अंतर्राष्ट्रीय पुरुष दिवस 2025 की थीम:
हर साल की तरह 2025 में भी एक नई थीम होगी।
पिछले वर्षों की थीम्स जैसे ‘Celebrating Men and Boys’ या ‘Better Health for Men and Boys’ को देखते हुए, यह थीम पुरुषों के कल्याण और सकारात्मकता पर केंद्रित रहने की उम्मीद है।


