Kailash Mansarovar Yatra 2025: उत्तराखंड सरकार और भारतीय विदेश मंत्रालय ने संयुक्त रूप से घोषणा की है कि कैलाश मानसरोवर यात्रा 30 जून 2025 से शुरू होगी।
कोविड-19 महामारी के कारण तीन साल के निलंबन के बाद यह यात्रा फिर से आयोजित की जाएगी।
आखिरी बार ये यात्रा 2019 में हुई थी।
इस बार ऑनलाइन होगा सारा प्रोसेस
इस बार यात्रा के लिए आवेदन और चयन प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन होगी।
यात्रा का मार्ग और बैच
इस वर्ष यात्रा दो मार्गों से होगी:
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लिपुलेख दर्रा (उत्तराखंड): 5 बैच (प्रत्येक में 50 यात्री)
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नाथू ला दर्रा (सिक्किम): 10 बैच (प्रत्येक में 50 यात्री)
कुल 750 तीर्थयात्री (250 उत्तराखंड मार्ग से और 500 सिक्किम मार्ग से) इस पवित्र यात्रा पर जाएंगे।
यात्रा कार्यक्रम और महत्वपूर्ण तिथियाँ
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पहला दल: 30 जून को दिल्ली से रवानगी, 10 जुलाई को चीन प्रवेश
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अंतिम दल: 22 अगस्त को भारत वापसी
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कुल अवधि: प्रत्येक दल के लिए 22 दिन
आवेदन प्रक्रिया
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आधिकारिक वेबसाइट: https://kmy.gov.in पर जाएँ।
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रजिस्ट्रेशन: नया अकाउंट बनाएं या लॉगिन करें।
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फॉर्म भरें: व्यक्तिगत विवरण, मेडिकल रिपोर्ट और आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें।
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शुल्क जमा करें: आवेदन शुल्क का भुगतान ऑनलाइन करें।
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चयन प्रक्रिया: लॉटरी सिस्टम के माध्यम से चयन किया जाएगा।
यात्रा की तैयारी और स्वास्थ्य जाँच
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सभी यात्रियों का दिल्ली और गुंजी में मेडिकल टेस्ट होगा।
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उच्च ऊंचाई वाले क्षेत्रों के लिए शारीरिक रूप से फिट होना आवश्यक है।
कैलाश मानसरोवर का धार्मिक महत्व
कैलाश पर्वत और मानसरोवर झील हिंदू, बौद्ध और जैन धर्म के लिए पवित्र स्थल हैं।
मान्यता है कि यहां भगवान शिव का निवास है और इसकी परिक्रमा तथा मानसरोवर में स्नान से मोक्ष की प्राप्ति होती है।
कैलाश मानसरोवर यात्रा का पुनर्आयोजन भारत-चीन संबंधों में सुधार का संकेत भी माना जा रहा है।