Ice Cream-Frozen Dessert: सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें एक शख्स क्वालिटी वाल्स आइसक्रीम की गुणवत्ता पर सवाल उठा रहा है।
दरअसल, शख्स ने वीडियो में दिखाया है कि कैसे रात भर बाहर छोड़ देने के बाद भी क्वालिटी वाल्स की आइसक्रीम पिघली नहीं।
इसके बाद शख्स आइसक्रीम को कप से टिशू पेपर पर पलटता है और वीडियो में साफ दिखता है कि कैसे आइसक्रीम से हल्के पीले रंग का तेल निकल रहा है।
एक छोटे से कप से तेल की मात्रा देखकर आप हैरान रह जाएंगे।
आइसक्रीम नहीं फ्रोजन डेजर्ट
हालांकि वीडियो वायरल होने के बाद लोग इस पर कमेंट करते हुए कह रहे हैं कि भाई साफ-साफ लिखा हुआ है कि ये आइसक्रीम नहीं फ्रोजन डेजर्ट है।
ऐसे में एक बार फिर आइसक्रीम और फ्रोजेन डेजर्ट की बहस शुरू हो गई है।
लोग अपने-अपने तरीके से इसके फायदे और नुकसान बता रहे हैं।
तो चलिए जानते हैं कि आखिर आइसक्रीम और फ्रोजेन डेजर्ट में क्या अंतर है और इसे कैसे पहचाने…
कैसे बनती हैं आइसक्रीम
आइसक्रीम डेयरी उत्पादों जैसे दूध या क्रीम, अंडे, चीनी, वेनिला एसेंस और अन्य स्वादों से बनाई जाती है।
इस मिश्रण को आइसक्रीम का रूप देने के लिए नरम, मलाईदार होने तक मथा जाता है।
इसमें मिल्क फैट होता है।
कैसे बनता है फ्रोजेन डेजर्ट
फ्रोजन डेजर्ट के नाम से बेची जाने वाली आइसक्रीम मिल्क पावडर, आटा वेजीटेबिल फैट और चीनी के मिश्रण से बनती है।
तीनों को मिक्सरनुमा मशीन में डाल कर इतना घोटा लगाया जाता है कि यह आइसक्रीम की तरह हो जाता है।
इसे फर्मे में रखकर जमा दिया जाता है और पैक कर बाजार में बेचा जाता है।
दिखने में एक जैसी, कीमत अलग
दोनों के स्वाद और दिखने में कोई फर्क नहीं होता है लेकिन दोनों की कीमतों में काफी अंतर होता है।
आइसक्रीम के मुकाबले फ्रोजन डेजर्ट की कीमत काफी कम होती है।
क्योंकि मिल्क फैट की कीमत जहां 300 रुपये किलो है, वहीं वेजिटेबिल फैट सिर्फ 50 रुपए किलो के हिसाब से मिल जाता है।
क्या कहता है कानून
कानून से बचने के लिए पैक पर कहीं भी आइसक्रीम नहीं लिखा जाता और छोटे से अक्षर में फ्रोजन डेजर्ट लिखा होता है, जिसे कानूनी रूप से बाजार में बेचा जा सकता है।
इसे बेचने पर प्रतिबंध नहीं है।
सेहत के लिए खतरनाक
कोलेस्ट्रॉल बढ़ाती है फ्रोजन डेजर्ट
आइसक्रीम खाने वालों के लिए फ्रोजन डेजर्ट खतरे का कारण बन सकता है।
खासतौर से उन लोगों के लिए जिनके शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा ज्यादा हो गई है।
डाक्टरों के अनुसार पच्चीस वर्ष या अधिक उम्र के लोगों में आमतौर पर कोलेस्ट्राल ज्यादा हो जाता है।
ऎसे में इस फ्रोजन डेजर्ट का सेवन नुकसानदेह हो सकता है।
चूंकि यह कोलेस्ट्राल बढ़ाता है, इसलिए बढ़ी मात्रा से दिल का दौरा पड़ सकता है और इसके सेवन से लीवर में सूजन की स्थिति भी बन सकती है।
विशेषज्ञों का कहना है कि वेजिटेबल फैट वैसे कोई नुकसानदायक चीज नहीं है।
खाने वाले तेल का इस्तेमाल होना आम बात है लेकिन यह ज्यादा होने पर नुकसानदेह साबित हो सकता है।
ब्लड शुगर
आमतौर पर फ्रोजन डेजर्ट को बनाने के लिए चीनी की बजाय लिक्विड ग्लूकोज का इस्तेमाल किया जाता है, जो कि ब्लड शुगर का लेवल में इजाफा करके आपको डायबिटीज की समस्या भी दे सकता है।
हार्ट डिसीज
आइसक्रीम में आपको सिर्फ डेयरी प्रोडक्ट्स से बने हेल्दी ऑप्शन्स मिल सकते हैं, लेकिन फ्रोजन डेजर्ट को बनाने के लिए सिंथेटिक फ्लेवर और कलर्स का यूज भी किया जाता है।
साथ ही, इनमें वनस्पति सोया प्रोटीन और स्टेबलाइजर्स भी शामिल होते हैं, जिनके ज्यादा सेवन से आपको दिल से जुड़ी बीमारियां हो सकती हैं।
लोगों को पता ही नहीं क्या खा रहे हैं
आइसक्रीम vs फ्रोजन डिजर्ट की इस बहस में सबसे बड़ी समस्या यह है कि ज्यादातर लोगों को पता ही नहीं है कि वो आइसक्रीम खा रहे हैं या फ्रोजन डेजर्ट।
लोगों को पता ही नहीं चलता कि वो जिस आइसक्रीम की कीमत चुका रहे हैं उसके बदले उन्हें आधे से कम दाम का फ्रोजन डेजर्ट मिल रहा है।
ऐसे में सबसे जरूरी है आपका जागरूक होना।
इस बात का रखें ध्यान
जब भी आप बाजार में अपने पसंदीदा फ्लैवर के आइस्क्रीम को खरीदने जाएं, तो याद से डिब्बे के लेबल की जांच करें और पैकेज को ध्यान से पढ़ना न भूलें। कि कही उस पर फ्रोजन डेजर्ट तो नहीं लिखा हुआ है। All Photo Credits- AI