Benefits of offering water to the Sun: हिंदू धर्म में सूर्य उपासना का बड़ा महत्व है। वो नवग्रहों के पिता माने जाते हैं और उनका प्रतिनिधित्व करते हैं।
ऐसे में जब हम सूर्य को जल चढ़ाते हैं तो हम नवग्रहों को शांत करते हैं।
लेकिन सूर्य को जल चढ़ाने का सही समय और विधि भी पता होनी चाहिए।
वरना आपको लाभ की जगह नुकसान उठाना पड़ सकता हैं।
धार्मिक महत्व के साथ ही सूर्य उपासना का वैज्ञानिक महत्व भी होता है। जिसके बारे में हम आपको इस आर्टिकल में बताएंगे।
सूर्य देव को जल चढ़ाने के फायदे (Benefits of offering water to the Sun)
सूर्य देव को रोजाना जल चढ़ाने से यश-पुण्य, सुख-सौभाग्य और प्रतिष्ठा की प्राप्ति होती है।
इसके अलावा भी बहुत से फायदे होते हैं।
1- नेत्र दोष दूर होगा
जब आप रोजाना सूर्य देव को जल चढ़ाते हैं तो उसके कई फायदे देखने को मिलेंगे।
इससे आपकी आंखें स्वस्थ्य रहती हैं। जब भी आप जल चढ़ाते हैं तो पात्र को अपने सिर के सामने रखें और जल की धारा को देखें।
मान्यता है कि आप रोजाना सूर्य को जल चढ़ाते वक्त अगर जल धारा को देखते हैं तो आपकी आंखों की रोशनी ठीक रहती है।
इससे नेत्र दोष भी दूर होता है।
2- नौकरी में लाभ
अगर आप रोजाना सूर्य देव को जल चढ़ाएंगे तो नौकरी में उन्नति देखने को मिलेगी।
क्योंकि ज्योतिषशास्त्र के अनुसार सूर्य को राजा, राजकीय क्षेत्र, पिता और नौकरी में अधिकारी का कारक माना गया है।
सूर्य को जल चढ़ाने से नौकरी में उन्नति के द्वार खुलेंगे।
3- नकारात्मकता दूर होगी
अगर आप रोजाना जल चढ़ाएं तो निगेटिव एनर्जी दूर रहेगी और ग्रह दोष शांत रहेंगे जिससे ग्रहों का बुरा असर आपकी राशि पर नहीं पड़ेगा।
जीवन में सकरात्मकता आएगी।
4- शरीर में ताप बना रहेगा
जब आप सूर्य को जल चढ़ाते हैं तो सूर्य देव का प्रभाव शरीर में भी बढ़ता है, इससे आप की ऊर्जा में वृद्धि होगी और आप एनर्जेटिक बने रहेंगे।
वहीं धार्मिक मान्यता है कि प्रतिदिन सूर्य को जल देने से आत्म शुद्धि और बल की प्राप्ति होती है।
5- शत्रु का नाश होगा
अगर आप रोजाना सूर्य देव को जल चढ़ाते हैं तो आपकी कुंडली में मौजूद शत्रु ग्रहों का नाश होगा।
आपके शत्रु कम होंगे और आप भय मुक्त भी रहेंगे।
6- हृदय रोग का खतरा कम होगा
सूर्य देव का संबंध हृदय से भी है।
इसलिए अगर सूर्य को जल देते समय आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करें तो इससे आपके दिल पर अच्छा प्रभाव पड़ता है और दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा कम होता है।
7- पिता से संबंध मजबूत होगा
अगर पिता और पुत्र के संबंध खराब हो रहे हैं.उनमें खटपट बनी रहती है और विवाद चल रहा है तो ऐसे में पुत्र को रोजाना सूर्योदय के वक्त सूर्य देव को जल चढ़ाना चाहिए।
क्योंकि सूर्य नवग्रहों से स्वामी है। जो पिता और पुत्र के रिश्तों में मधुरता लाने का काम करता है।
सूर्य को अर्घ्य देने का सही तरीका (right way to offer water to the Sun)
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– ऋग्वेद के अनुसार सूर्य को रोजाना अर्घ्य देना चाहिए। लेकिन उसकी सही जानकारी होना जरूरी है। जिससे आपको बहुत सारे लाभ मिलेंगे।
सूर्य को जल हमेशा सूर्योदय के एक घंटे के भीतर ही चढ़ा देना चाहिए। क्योंकि सूर्योदय के दौरान सूर्य की किरणें शीतलता प्रदान करती हैं।
– जब सूर्य की रोशनी तेज हो या चुभने लगे तब जल चढ़ाने से बचना चाहिए, क्योंकि ऐसा करने से आपको लाभ प्राप्त नहीं होगा।
-सूर्य को हमेशा तांबे के पात्र से ही जल चढ़ाना चाहिए। क्योंकि तांबा सूर्य की धातु है।
-जब भी आप जल चढ़ाएं, तो हमेशा अपने दोनों हाथ ऊपर ऊठा कर जल चढ़ाएं,
इस दौरान सूर्य की तरफ पात्र रखें और धारा आपकी आंखों के सामने होनी चाहिए। जिसे आप देख सकें।
-जब सूर्य को जल चढ़ाएं तो जल में अक्षत रोली, फूल इत्यादि डाल लें इससे लाभ होगा।
या फिर राशि और ग्रहों के हिसाब से काला तिल भी डाल सकते हैं।
-अगर आप जल में मिश्री मिलाकर जल चढ़ाते हैं तो आपके जीवन में सुख समृद्धि बनी रहती है और सूर्य देव की कृपा बनी रहती है।
सूर्य को जल चढ़ाते वक्त इस मंत्र का जप करें
-सूर्य देव के 12 नाम है अगर आप 12 मंत्रों के जाप करेंगे तो आपको लाभ मिलेगा।
– सूर्य को चल चढ़ाते वक्त गायत्री मंत्र का जाप करें।
-आदित्य हृदय स्तोत्र के मंत्र का जाप करें
– ऊं घृणि सूर्याय नम : मंत्र का जाप करें
-ऊं भास्कराय नम: का जाप करें
रविवार को सूर्य को जल चढ़ाएं (Offer water to the Sun on Sunday)
जो व्यक्ति रोजाना सूर्य को चल अर्पित नहीं कर पाता। ऐसे में हर रविवार सूर्य को जल चढ़ा सकते हैं। क्योंकि रविवार का दिन सूर्य देव को समर्पित रहता है।
रविवार को सूर्य देव को जल चढ़ाने से सातों दिनों का फल प्राप्त हो जाता है।
रविवार को सूर्य देव को अर्घ्य देकर आदित्य स्तोत्र का पाठ करना चाहिए सूर्यदेव उनकी मनोकामना पूर्ण करते हैं।
अगर रविवार को कोई व्यक्ति सूर्यदेव को अर्घ्य देकर सच्चे दिल से आदित्य हृदय स्त्रोत का पाठ करता है तो सूर्यदेव उसकी हर मनोकामना पूर्ण करते हैं
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सूर्य को जल चढ़ाने का धार्मिक महत्व (Religious significance of offering water to Sun)
सूर्य देव को जल चढ़ाने का धार्मिक महत्व महाभारत और रामायण काल से ही चला आ रहा है।
शास्त्रों के अनुसार भगवान श्रीराम ने भी सूर्यदेव को जल चढ़ाया था तो वहीं कर्ण भी रोजाना सूर्य देव को जल चढ़ाया करते थे।
श्रीकृष्ण भी सूर्य देव को जल चढ़ाया करते थे। सूर्य पूजा से कई ऋषि मुनियों को दिव्य ज्ञान की प्राप्ति हुई ।
ज्योतिषीय प्रभाव
सूर्य देव को रोजाना जल चढ़ाने से कुंडली के ग्रह दोष दूर होते हैं।
आप अपनी कुंडली का विश्लेषण करवाएं और देखें कि अगर सूर्य कमजोर है तो रोजाना सूर्य देव को जल चढ़ाएं।
इससे लाभ होगा। क्योंकि सूर्य नवग्रहों का स्वामी है। जल चढ़ाने से नवग्रह शांत रहेंगे और जीवन में सुख समृद्धि के साथ ही उन्नती आएगी
वैज्ञानिक महत्व
सूर्य की किरण में विटामिन डी होता है, अगर आपके शरीर में विटामिन डी की कमी है तो आप रोजाना सूर्य देव को जल चढ़ाएं। सुबह के वक्त गुनगुनी धूप में आप को फायदा जरूर मिलेगा।
सूर्य को दिए जाने वाले नमस्कार को सर्वांग व्यायाम कहा जाता है।
इसे करने से अच्छी सेहत के साथ साथ मानसिक शांति भी मिलती है। साथ ही आंखों की रोशनी भी तेज होती है।
नोट- यह जानकारी केवल मान्यताओं पर आधारित है आप इन उपायों को करने से पहले एक बार किसी जानकार से सलाह जरूर लें।