Mrityu Panchak 2024: हिंदू धर्म में हर काम शुभ दिन और तिथि देखकर किया जाता है। क्योंकि सही समय पर किया गया कार्य शुभ फल देता है तो गलत समय पर किया गया कार्य अशुभ फल देता है।
ऐसे में अगर आप अगले 5 दिनों तक कोई अच्छा काम शुरू करने की सोच रहे है तो रूक जाइए, क्योंकि 7 दिसंबर से मृत्यु पंचक की शुरुआत हो चुकी है।
अगर आपने इन 5 दिनों में कोई भी नया काम किया तो हो सकता है उसके अशुभ परिणाम देखने को मिले।
क्या है मृत्यु पंचक? (What is Mrityu Panchak)
हिंदी पंचाग के अनुसार हर महीने के 5 दिन ऐसे होते हैं जिन्हें अशुभ माना जाता है। इन 5 दिनों को ही पंचक कहते हैं।
पचंक की अशुभता इस बात पर निर्भर करती हैं कि यह किस दिन शुरू हो रहे हैं।
इस बार पंचक शनिवार के दिन शुरू हो रहे हैं और शनिवार के दिन शुरू होने वाले पंचक को मृत्यु पंचक कहते हैं क्योंकि यह सबसे अधिक कष्टदायी होते हैं और अन्य पंचकों की तुलना में 5 गुना अधिक अशुभ फल देते हैं।
मृत्यु पंचक में किसी की मौत हो तो करें ये काम
कहते हैं अगर मृत्यु पंचक के दौरान किसी की मृत्यु हो जाए तो अंतिम संस्कार के वक्त आटे या कुश की 5 पुतलियों का दाह संस्कार भी मृत शरीर के साथ करना चाहिए।
वरना वो अपने साथ 5 और लोगों को ले जाता है। मतलब उस व्यक्ति की मृत्यु के बाद परिवार में 5 और लोगों की मृत्यु हो सकती है।
कब से कब तक रहेंगे पंचक (How long will Panchak last)
दिसंबर में पंचक 7 दिसंबर, शनिवार को सुबह 5.07 बजे शुरू हो रहे हैं…
इसका समापन 11 दिसंबर को सुबह 11.48 बजे होगा
पंचक कब लगता है (Mriytu Panchak Niyam)
चंद्रमा सबसे तेज गति से नक्षत्र परिवर्तन करने वाले ग्रह माने जाते हैं। ये किसी भी नक्षत्र या राशि में ढाई दिनों के लिए प्रवेश करते हैं। उसके बाद अपना नक्षत्र परिवर्तन कर लेते हैं।
जब चंद्रमा उत्तरा भाद्रपद, पूर्वा भाद्रपद, रेवती नक्षत्र, धनिष्ठा और शतभिषा नक्षत्र से होकर निकलते हैं। उस समय में पंचक लगता है।
मृत्यु पंचक के दौरान न करें ये गलतियां (Dont make these mistakes during Mrityu Panchak)
- पंचक के दौरान गलती से भी दक्षिण दिशा में यात्रा नहीं करना चाहिए। वास्तु में इसे यम की दिशा माना जाता है, इस दिशा में यात्रा करने से दुर्घटना, चोरी आदि होने की आशंका रहती है।
- पंचक के दौरान घर से जुड़ा किसी भी तरह का निर्माण कार्य नहीं करना चाहिए। इस दौरान जमीन की लेन-देन, घर की नींव या छत डलवाने से बचना चाहिए। ऐसा करने से घर में दिक्कतें आ सकती हैं।
- घर से संबंधित लकड़ी या लोहे का सामान भी इस दौरान नहीं खरीदना चाहिए।
- मृत्यु पंचक के दौरान अग्नि से संबंधित कार्यों को करने से भी बचना चाहिए। आग से इस दौरान जितना दूर रहेंगे उतना ही अच्छा रहेगा।
- पंचक में नाखून, बाल कटवाने से भी बचना चाहिए।
- पंचक के दौरान विवाहित महिलाओं को अपने ससुराल जाने से भी बचना चाहिए। इसकी वजह से वैवाहिक जीवन में दिक्कतों का सामना आपको करना पड़ सकता है।
- पंचक के दौरान कोई भी मांगलिक या शुभ काम ना करें क्योंकि शुभ कार्य करने पर भी अच्छे परिणाम नहीं मिलेंगे।
- पंचक के दौरान किसी भी तरह के नये काम की शुरुआत नहीं करनी चाहिए।
- इन 5 दिनों में सोना, चांदी या किसी भी तरह का सामान नहीं खरीदना चाहिए।
मृत्यु पंचक के दौरान क्या करें (What to do during Mrityu Panchak)
पंचक के दौरान ज्यादा से ज्यादा धार्मिक कार्य करना चाहिए जैसे कि मंत्र जाप, पूजा पाठ आदि।
इस दौरान दान करने से भी नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव कम होता है।
पंचक के दौरान गरीबों की मदद करने से पुण्य मिलता है।