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पितरों के नाराज होने पर घर और जीवन में होती है ये 8 घटनाएं, करें ये 11 उपाय

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Nisha Rai
Nisha Rai
निशा राय, पिछले 12 सालों से मीडिया के क्षेत्र में सक्रिय हैं। इन्होंने दैनिक भास्कर डिजिटल (M.P.), लाइव हिंदुस्तान डिजिटल (दिल्ली), गृहशोभा-सरिता-मनोहर कहानियां डिजिटल (दिल्ली), बंसल न्यूज (M.P.) जैसे संस्थानों में काम किया है। माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय (भोपाल) से पढ़ाई कर चुकीं निशा की एंटरटेनमेंट और लाइफस्टाइल बीट पर अच्छी पकड़ है। इन्होंने सोशल मीडिया (ट्विटर, फेसबुक, इंस्टाग्राम) पर भी काफी काम किया है। इनके पास ब्रांड प्रमोशन और टीम मैनेजमेंट का काफी अच्छा अनुभव है।

Pitru dosh upay: हिंदू धर्म में ऐसी मान्यता है कि अगर आपके पितृ आपसे प्रसन्न है तो परिवार में हमेशा खुशहाली और सुख-समृद्धि बनी रहती है।

लेकिन अगर पितृ नाराज हो तो आपका कोई भी काम सही से पूरा नहीं होगा और सब कुछ सही होते हुए भी आप कभी खुश नहीं होंगे।

अब पितृ हमसे प्रसन्न हैं या नाराज इस बात का पता कैसे चलेगा?

तो इसके लिए भी पुराणों में कुछ ऐसे संकेत बताए गए हैं, जिन्हें हम सही से समझ ले तो अपने पितृों की नाराजगरी दूर उन्हें प्रसन्न कर पाएंगे।

आइए जानते हैं इन संकेतों के बारे में…

Signs of Angry Ancestors

1. अज्ञात भय और चिंता:

अगर आपको या फिर परिवार के किसी सदस्य को हमेशा किसी बात का डर सताता है या फिर हमेशा चिंता मसहूस होती है तो यह पितृ दोष (Pitra Dosh) का संकेत है।
इसका कारण यह है कि आपके पितृ आपसे प्रसन्न नहीं है।

2. खाने में बाल निकलना:

खाने के दौरान कभी-कभार बाल निकलना आम बात को हो सकती है लेकिन अगर अक्सर ऐसा होने लगे या पहले कोर में ही बाल निकल आए तो यह पितृ दोष का संकेत हैं।

3. घर में बदबू आना:

साफ-सफाई के बाद भी अगर घर से बदबू आए और यह पता न चले की आखिर बदबू कहां से आ रही है तो यह नाराज पितरों के संकेत हो सकते हैं।

4. पितरों का सपने में बार-बार आना (Dream of Ancestors):

अगर परिवार के किसी सदस्य को बार-बार पूर्वजों के सपने आते हैं या सपने में आप पूर्वज को दुखी या फिर रोता हुआ देखते हैं तो इसे अच्छा नहीं माना जाता है।

5. शुभ कार्यों में रुकावट आना:

किसी भी तरह के शुभ कार्य में खलल पड़ना या अशुभ घटनाएं हो जाना भी पितरों की नाराजगी का संकेत है।

6. घर के किसी सदस्य का कुंवारा और निसंतान रहना:

घर पर पितृ दोष होने से घर के किसी सदस्य का विवाह नहीं हो पाता है।

खासकर ऐसा तब होता है, जब घर पर किसी ऐसे सदस्य की मृत्यु हुई हो जोकि कुंवारा हो।

इसके अलावा किसी दंपती को संतान न होना भी पितरों की नाराजगी का संकेत होता है।

7. काम में बाधा आना

हर व्यक्ति कामयाबी पाने के लिए मेहनत करता है लेकिन मेहनत करने के बावजूद जब आपको तरक्की न मिले या फिर आपके काम में बार-बार बाधाएं आने लगे, तो यह भी पितृदोष का एक संकेत माना जाता है।

ऐसे में आपको पितरों को शांत करने के लिए कुछ विशेष उपाय करने चाहिए।

8. घर में पीपल का उगना

घर में पीपल का उगना अशुभ माना जाता है। घर में बार-बार पीपल का उगना पितृ दोष की निशानी मानी जाती है।

यह इस बात का संकेत देते हैं कि आपके मृत पूर्वज यानी पितर देव आपसे नाराज हैं।

पितरों की नाराजगी कैसे करें दूर (Pitru Dosh Upay)

पौराणिक मान्यता है कि पितृ पक्ष में पितर धरती पर आते हैं, इसलिए इस दौरान कुछ विशेष उपाय करके भी आप पितरों को प्रसन्न कर सकते हैं।

इन उपायों से आपके पूर्वज प्रसन्न होंगे और आपको सुखी जीवन का आशीवार्द देंगे…

  1. पूर्वज नाराज हों तो उनके निमित्त पिंड दान जरूर करें
  2. पूर्वजों के निमित्त कुआं, तालाब या प्याऊ आदि का निर्माण कराएं
  3. किसी मंदिर के प्रांगण में बरगद या पीपल का पेड़ लगाएं और पूजा करें
  4. अमावस्या के दिन पितरों के नाम से दूध, चीनी, कपड़ा या दक्षिणा किसी ब्राह्मण या जरूरतमंद को दान करें
  5. पीपल वृक्ष की 108 बार परिक्रमा करने से भी पितृ दोष कम होता है
  6. पितरों को मनाने के लिए पितृ पक्ष में उनका तर्पण, पिंडदान, और श्राद्ध कर्म जरूर करना चाहिए।
  7. पितरों की शांति के लिए उनके नाम का भोजन, जल जरूर निकालें। भोजन अलग से निकालकर पितरों का आह्वान करके उन्हें चढ़ाएं।
  8. पितरों की तस्वीरों का रख-रखाव भी आपको अच्छी तरह से करना चाहिए। पितृ पक्ष ही नहीं बल्कि रोजाना आपको पितरों की तस्वीर को साफ करके इस पर फूल माला चढ़ानी चाहिए।
  9. पितृ पक्ष के दौरान दक्षिण दिशा में पितरों के नाम का दिया जरूर जलाना चाहिए।
  10. पूजा-हवन या मांगलिक कार्यों में भगवान के साथ पितरों की पूजा भी जरूर करनी चाहिए। इससे पितृदोष शांत होता है।
  11. पितरों को शांत करने के लिए आपको ज्यादा से ज्यादा दान करना चाहिए। पौराणिक मान्यता है कि दान-पुण्य से भी पितृदोष से मुक्ति मिलती है।

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