Rakhi Ki Thali Decoration: भाई-बहन के प्यार का पर्व रक्षाबंधन 19 अगस्त को मनाया जाएगा। इस मौके के लिए बहने काफी पहले से खास तैयारियां करती हैं।
कपड़े से लेकर खाने तक, हर चीज को बहन अपने भाई के लिए परफेक्ट बनाना चाहती है। ऐसे में हम राखी की थाली को कैसे भूल सकते हैं जो इस दिन सबसे जरूरी है।
आइए जानते हैं कि इस खास दिन के लिए कैसे सजाएं राखी की थाली…
- आप स्टील या पीतल की कोई भी अच्छी या नई थाली ले सकती हैं।
- इसमें आप फूल, गोटे या कलरफुल रिबन लगाकर इसकी खूबसूरती बढ़ा सकती हैं।
थाली की सजावट करने के बाद इसमें इन 8 सामग्रियों को जरूर रखें…
1. रुमाल
भाई को राखी बांधते वक्त सिर पर कपड़ा या रुमाल रखना जरूरी होता है, इसलिए इसे भी थाली में जरूर रखें।
2. हल्दी और कुमकुम
राखी की थाली में हल्दी और कुमकुम या रोली जरूर रखे।
कुमकुम को हिंदू धर्म में सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है। हर शुभ काम में हल्दी-कुमकुम का उपयोग विशेष रूप से किया जाता है।
3. अक्षत
अक्षत यानी चावल जिसका अर्थ है संपूर्ण। ये भी राखी की थाली में जरूर होना चाहिए।
ज्योतिष शास्त्र में चावल को शुक्र ग्रह के अन्न कहा जाता है, जो जीवन में खुशहाली लाता है। तिलक के ऊपर चावल लगाने का अर्थ है कि भाई के जीवन में संपन्नता बनी रहे।
4. नारियल
नारियल का एक नाम श्रीफल भी है, जिसका अर्थ है देवी लक्ष्मी का फल। जब बहन अपने भाई के हाथों में नारियल रखती है तो इसका अर्थ है कि देवी लक्ष्मी की कृपा भाई पर बनी रहे और उसके जीवन में सुख-समृद्धि सदैव रहे।
5. राखी या रक्षासूत्र
रक्षासूत्र यानी राखी के बिना रक्षाबंधन की थाली अधूरी है। ध्यान रखें कि आप जो भी राखी भाई को बांधने वाली हैं वो शुभ रंगों से युक्त हो।
कभी भी डार्क रंग के धागों वाली राखी भाई को न बांधें और न ही भगवान के चिह्न वाली राखी भाई को बांधे।
6. घी का दीपक
भाई को राखी बांधने के बाद आरती उतारने की परंपरा है। इसलिए राखी की थाली में दीपक भी जरूर होना चाहिए।
दीपक में तेल के स्थान पर शुद्ध घी का उपयोग करें।
7. खोवे से बनी मिठाई या फिर खीर
राखी बांधने के बाद भाई का मुंह मीठा कराने की परंपरा है। मिठाई भाई की पसंद की हो तो और भी अच्छा रहता है।
ऐसे में रक्षाबंधन की थाली में मिठाई भी जरूर होनी चाहिए।
8. पानी का कलश
राखी की थाली में पानी से भरा कलश भी जरूर रखें। हिंदू मान्यताओं के अनुसार, पानी से भरे कलश में समस्त देवी-देवताओं का वास होता है।
दीपक से आरती उतारने के बाद पानी से कलश से थोड़ा जल भाई के दोनों ओर गिराया जाता है। तभी आरती पूरी होती है।
वैसे तो अब माक्रेट में राखी की रेडीमेड थालियां भी मिलने लगी हैं, जो बेहद खूबसूरत होती हैं।
लेकिन अगर आप ये थालियां ले रहे हैं तो इनमें भी ये सामान रखना न भूलें।
राखी बांधने का शुभ मुहूर्त
राखी बांधने का सबसे शुभ मुहूर्त दोपहर 1.32 बजे से शाम 4.20 मिनट तक रहेगा।
उसके बाद शाम में भी बहनें अपने भाइयों को शाम 6.39 बजे से रात 8.52 बजे तक राखी बांध सकती हैं।
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