Green Color Importance In Sawan: हिंदू धर्म में सावन का महीना भगवान शिव की आराधना के लिए सबसे पवित्र माना जाता है।
इस बार सावन 11 जुलाई 2025 से शुरू हो रहा है और इसमें चार सोमवार (14, 21, 28 जुलाई और 4 अगस्त) पड़ेंगे।
मान्यता है कि इन दिनों विशेष रंग के वस्त्र पहनकर पूजा करने से भोलेनाथ की कृपा जल्दी प्राप्त होती है।
सावन में हरा रंग क्यों है शुभ? जानें पौराणिक महत्व
सावन के महीने में हरा रंग पहनने की परंपरा सदियों पुरानी है। इसके पीछे कई धार्मिक और वैज्ञानिक कारण हैं:
1. प्रकृति और हरियाली का संबंध
सावन में वर्षा के कारण चारों ओर हरियाली छा जाती है। हरा रंग प्रकृति की इसी समृद्धि और नवजीवन का प्रतीक है।
2. शिव-पार्वती की कथा से जुड़ाव
मान्यता है कि माता पार्वती ने शिवजी को पाने के लिए सावन में तपस्या की थी और विवाह के बाद हरे वस्त्र धारण किए थे।
इसलिए यह रंग सौभाग्य और वैवाहिक सुख देने वाला माना जाता है।
3. मानसिक शांति और सकारात्मकता
हरा रंग आंखों के लिए सुखदायक होता है और मन को शांति देता है। यह तनाव कम करके भक्ति भावना बढ़ाता है।
आइए जानें कि किस सोमवार को कौन सा रंग धारण करना चाहिए।
1. 14 जुलाई (पहला सोमवार) – सफेद रंग
सफेद रंग शुद्धता, शांति और भक्ति का प्रतीक है।
इस दिन सफेद वस्त्र पहनकर शिवलिंग पर दूध और बेलपत्र चढ़ाने से मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
यह रंग मन को शांत करके ध्यान केंद्रित करने में मदद करता है।
2. 21 जुलाई (दूसरा सोमवार) – हरा रंग
हरा रंग प्रकृति, उन्नति और अच्छे स्वास्थ्य का प्रतीक है। सावन में हरियाली होने के कारण यह रंग शिवजी के प्राकृतिक स्वरूप से जुड़ा हुआ माना जाता है। विवाहित महिलाएं हरी चूड़ियाँ पहनकर पति की लंबी उम्र की कामना करती हैं।
3. 28 जुलाई (तीसरा सोमवार) – पीला रंग
पीला रंग ज्ञान, समृद्धि और आत्मविश्वास बढ़ाने वाला होता है।
इस दिन पीले वस्त्र पहनकर शिव पूजा करने से मानसिक शक्ति और सकारात्मक ऊर्जा मिलती है।
4. 4 अगस्त (चौथा सोमवार) – नीला रंग
नीला रंग शांति, संयम और भक्ति का प्रतीक है।
यह रंग मन को शांत करके आध्यात्मिक ऊर्जा बढ़ाता है।
इस दिन हल्के नीले रंग के कपड़े पहनकर शिवजी की आराधना करने से विशेष फल मिलता है।
सावन सोमवार व्रत से जुड़ी खास बातें
- सोमवार के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और साफ वस्त्र पहनें।
- शिवलिंग पर जल, दूध, बेलपत्र और धतूरा चढ़ाएं।
- “ॐ नमः शिवाय” मंत्र का जाप करें।
- पूरे दिन व्रत रखकर केवल फलाहार करें।
- शाम को आरती के बाद प्रसाद बांटें।
सावन 2025 में इन रंगों का विशेष ध्यान रखकर पूजा करने से भगवान शिव की कृपा और आशीर्वाद प्राप्त होगा।


