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क्या है सिविल मैरिज? जिसके जरिए एक हुए सोनाक्षी सिन्हा-जहीर इकबाल, कोर्ट मैरिज से कैसे है अलग

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Nisha Rai
Nisha Rai
निशा राय, पिछले 12 सालों से मीडिया के क्षेत्र में सक्रिय हैं। इन्होंने दैनिक भास्कर डिजिटल (M.P.), लाइव हिंदुस्तान डिजिटल (दिल्ली), गृहशोभा-सरिता-मनोहर कहानियां डिजिटल (दिल्ली), बंसल न्यूज (M.P.) जैसे संस्थानों में काम किया है। माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय (भोपाल) से पढ़ाई कर चुकीं निशा की एंटरटेनमेंट और लाइफस्टाइल बीट पर अच्छी पकड़ है। इन्होंने सोशल मीडिया (ट्विटर, फेसबुक, इंस्टाग्राम) पर भी काफी काम किया है। इनके पास ब्रांड प्रमोशन और टीम मैनेजमेंट का काफी अच्छा अनुभव है।

What Is Civil Marriage: बॉलीवुड एक्ट्रेस सोनाक्षी सिन्हा और जहीर इकबाल ने 23 जून को परिवार और दोस्तों की मौजूदगी में हमेशा-हमेशा के लिए एक हो गए।

क्योंकि दोनों के धर्म अलग-अलग हैं, इसलिए इन्होंने शादी करने के लिए सिविल मैरिज का सहारा लिया और अपनी शादी रजिस्टर कराई।

लेकिन क्या आपको पता है कि सिविल मैरिज है क्या?

क्या है सिविल मैरिज?

  • शादी करने के कई तरीके होते हैं जिनमें से एक है, सिविल मैरिज। ये दो लोगों की आपसी सहमति से बिना कोर्ट की सहायता से होती है।
  • इस शादी के लिए कपल किसी सरकारी कार्यालय में पहुंचकर सिविल मैरिज कर सकता है और साथ ही अपनी शादी को रजिस्टर करा सकता है।
  • इस शादी में एक मैरिज ऑफिसर होता है, जो कोई भी हो सकता है जैसे रजिस्ट्रार, जस्टिस ऑफ पीस या कोई रिलिजस लीडर।
  • सिविल मैरिज समान या दूसरे धर्म, लिंग और कास्ट के बीच में भी की जा सकती है।

क्या है इसकी प्रकिया

इस शादी के लिए कुछ जरूरी स्टेप्स फॉलो करने होते हैं…

  • सबसे पहले लड़का और लड़की के सभी जरूरी डॉक्यूमेंट्स को मैरिज ऑफिसर के पास जमा कराना होता है।
  • फिर सभी कागजों को वेरीफाई करके शादी की तारीख तय की जाती है।
  • आखिर में मैरिज ऑफिसर कपल और कुछ गवाहों की मौजूदगी में मैरिज रजिस्टर करता है और सर्टिफिकेट देता है।

क्या है कोर्ट मैरिज?

अक्सर लोग सिविल मैरिज को कोर्ट मैरिज समझने की गलती कर लेते हैं। लेकिन ये दोनों अलग-अलग प्रक्रियाएं हैं।

  • मैरिज एक्ट के मुताबिक, कोर्ट मैरिज में शादी अदालत में होती है, कोर्ट मैरिज के लिए जरूरी है कि वह स्पेशल मैरिज एक्ट, 1954 के नियमों और कानूनों को पूरा करे।
  • भारत में, कोर्ट मैरिज ऐसे पुरुष और महिला के बीच की जा सकती है, जो क्रमशः 21 और 18 साल की उम्र या उससे ऊपर का हो।
  • जोड़े को शादी से एक महीने पहले कोर्ट में आवेदन करना होता है।
  • अदालत में शादी करने के लिए 1 विवाह अधिकारी और 3 गवाहों की उपस्थिति आवश्यक है।
  • शादी होने के बाद एक मैरिज सर्टिफिकेट दिया जाता है जो इस बात का सबूत होता है कि अदालत ने इस विवाह को कानूनी मान्यता दी है।

Sonakshi Sinha, Zaheer Iqbal

सिविल मैरिज और कोर्ट मैरिज के फायदे?

-सिविल मैरिज और कोर्ट मैरिज का सबसे बड़ा फायदा ये है कि पारंपरिक शादियों से हटकर इन शादियों में कोई ताम-झाम नहीं होता। और बहुत कम खर्चे में ये शादी सादगी के साथ पूरी हो जाती है।
-अगर लड़का-लड़की अलग-अलग धर्म के है तो ऐसे शादी करना ज्यादा सही होता है।
-इसके अलावा अगर जोड़ा आर्थिक रूप से भी संपन्न नहीं है तो सिविल मैरिज या कोर्ट मैरिज करना एक अच्छा विकल्प है।
-इस तरह की शादी में पैसों के साथ-साथ समय की भी बचत होती है।

बढ़ रहा है सिविल मैरिज और कोर्ट मैरिज का चलन
बता दें कि आजकल सिविल मैरिज और कोर्ट मैरिज का चलन काफी बढ़ गया है। नए जमाने के यंग कपल्स इस तरह की शादी को बढ़ावा दे रहे हैं। जिससे समय और पैसे दोनों की बचत होती है।

खास बात ये है कि सिविल मैरिज या कोर्ट मैरिज करने के लिए किसी भी तरह की रस्म और भव्य समारोह की जरूरत नहीं होती है।

सोनाक्षी और जहीर की तरह अन्य कपल भी शादी के बाद ग्रैंड रिसेप्शन देकर अपनी खुशी फैमिली और फ्रैंड्स के साथ सेलिब्रेट कर सकते हैं।

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