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10 दिन का नवजात इलाज के दौरान झुलसा, परिजनों ने थाने में दर्ज कराई शिकायत

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Shahdol Medical College: शहडोल मेडिकल कॉलेज की लापरवाही से 10 दिन का नवजात झुलस गया।

इस घटना के बाद हड़कंप मच गया। वहीं SNCU वार्ड के कर्मचारियों पर सवाल फटने लगे हैं।

SNCU वार्ड में इलाज के दौरान हुआ हादसा

बिरसा मुंडा मेडिकल कॉलेज के SNCU वार्ड में लापरवाही के चलते एक 10 दिन का नवजात गंभीर रूप से झुलस गया।

जयसिंहनगर के झगरहा गांव में रहने वाले पीड़ित परिवार के अनुसार 23 अगस्त को नवजात का जन्म हुआ था।

पीलिया होने के कारण उसे मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था।

यहां इलाज के दौरान नवजात को फोटोथेरेपी के लिए वार्मर मशीन में रखा गया था, जिसके के कारण बच्चा झुलस गया।

वार्मर का तापमान अधिक होने के कारण नवजात के चेहरे और पीठ पर फफोले हो गए, जो बाद में फूट गए।

फिलहाल नवजात जिला अस्पताल में भर्ती है, जहां उसका इलाज चल रहा है।

घटना के बाद मचा हड़कंप, थाने पहुंचा मामला

मेडिकल कॉलेज में हुई इस घटना के बाद हड़कंप मच गया।

परिजनों ने हंगामा किया और SNCU वार्ड के कर्मचारियों की लापरवाही को लेकर कई सवाल उठाए। मामला की जांच अब पुलिस करेगी।

सोहागपुर थाना प्रभारी भूपेंद्र मणि पांडे ने बताया कि हंगामे की सूचना मिलते ही वे मौके पर पहुंच गए थे। मामले की जांच एमएलसी जिला अस्पताल के डॉक्टर से कराई गई।

परिजनों की शिकायत के आधार पर जांच की जा रही है। जो दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

मेडिकल कॉलेज ने आरोपों को बताया गलत

इस मामले को लेकर वरिष्ठ शिशु रोग विशेषज्ञ का कहना है कि वार्मर का तापमान अधिक था, इसी कारण नवजात का शरीर जल गया है।

वहीं मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक डॉ. नागेंद्र सिंह ने इस आरोप को नकारते हुए कहा कि नवजात को ‘स्टेफाइलोकोकल स्केल्ड स्किन सिंड्रोम’ नामक बीमारी हो सकती है, जिससे उसकी त्वचा झुलसी हुई प्रतीत हो रही है। लेकिन, परिजनों को यह अधिक हीटिंग के कारण हुआ लग रहा है।

फिलहाल मामला की जांच सोहागपुर पुलिस कर रही है। मेडिकल रिपोर्ट आने के बाद तस्वीर साफ हो पाएगी।

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