Bilaspur Mahua Liquor: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में जहरीली शराब पीने से 7 लोगों की मौत हो गई।
पहले 3 लोगों की जान गई फिर एक साथ 4 लोगों ने दम तोड़ा। मरने वालों में सरपंच का भाई भी शामिल है।
वहीं 4 लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है, जिनका इलाज बिलासपुर सिम्स अस्पताल में जारी है।
वहीं, पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।
पहले 3 की मौत फिर एक साथ 4 लोगों ने तोड़ा दम
जानकारी के अनुसार, पिछले तीन-चार दिनों से गांव में लोग बीमार पड़ रहे थे।
शुरुआत में इसे सामान्य बीमारी समझा गया और पहले तीन मृतकों का अंतिम संस्कार कर दिया गया।
लेकिन, शुक्रवार की रात जब एक साथ चार लोगों की मौत हुई, तब जहरीली शराब पीने से मौतों की पुष्टि हुई।
घटना की सूचना मिलते ही कोनी थाना पुलिस गांव पहुंची।
लेकिन, तब तक तीन शवों का अंतिम संस्कार किया जा चुका था।
![बिलासपुर में जहरीली महुआ शराब पीने से एक ही गांव में 7 मौतें](https://chauthakhambha.com/wp-content/uploads/2025/02/WhatsApp-Image-2025-02-08-at-14.21.52.jpeg)
पुलिस ने इन शवों का पीएम कराने की कोशिश नहीं की, केवल एक शव का पोस्टमॉर्टम कराया गया।
पुलिस का कहना है कि परिजन शवों का पोस्टमॉर्टम कराने को तैयार नहीं थे।
सरपंच के भाई की भी मौत, गांव में सालों से बिक रही अवैध शराब
मरने वालों में गांव के सरपंच रामाधार सुनहले के भाई रामू सुनहले भी शामिल हैं।
स्थानीय निवासी ने बताया कि 7 से 8 लोगों की मौत हुई है, जबकि चार लोग अस्पताल में भर्ती हैं।
पुलिस और प्रशासन की टीम ने गांव पहुंचकर मामले की जांच शुरू कर दी है।
स्थानीय ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि गांव में पिछले 8-10 सालों से अवैध रूप से महुआ शराब बेची जा रही थी।
![गांव में जहरीली शराब की बिक्री का आरोप, कई दिनों से हो रही थीं मौतें](https://chauthakhambha.com/wp-content/uploads/2025/02/WhatsApp-Image-2025-02-08-at-14.22.47.jpeg)
कई बार आबकारी विभाग और पुलिस को शिकायतें दी गईं, लेकिन हर बार मामला रफा-दफा कर दिया गया।
लोगों का कहना है कि कभी-कभी दिखावे के लिए कार्रवाई होती थी, लेकिन शराब की बिक्री नहीं रुकी।
इस घटना के बाद गांव में भारी आक्रोश है।
ग्रामीणों ने प्रशासन से अवैध शराब कारोबारियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
वहीं, पुलिस अधिकारी अभी कुछ भी कहने से बच रहे हैं।
टीआई नवीन देवांगन और एएसपी राजेंद्र जायसवाल का कहना है कि जांच और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट जानकारी दी जा सकेगी।