IPS Jyeshtha Maitrei: राजस्थान से एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने पुलिस की कार्यप्रणाली पर ही सवाल खड़े कर दिए हैं।
एक महिला आईपीएस की उनके ही विभाग के लोग जासूसी कर रहे थे।
ये जानकारी सामने आने के बाद पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया।
इस मामले में SI समेत 7 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है।
SP की जासूसी, लोकेशन ट्रेस कर रहे थे SI
अब तक आपने अपराधियों द्वारा पुलिस अधिकारियों की लोकेशन ट्रेस करने के मामले सुने होंगे।
लेकिन राजस्थान का ये मामला सुनकर हर कोई दंग रह गया है।
भिवाड़ी जिले में तैनात पुलिस अधीक्षक की अपराधियों ने नहीं बल्कि पुलिसकर्मियों ने जासूसी की है।
साइबर सेल के सब इंस्पेक्टर सहित 6 पुलिसकर्मी SP ज्येष्ठा मैत्रेयी के मोबाइल नंबर से उनकी लोकेशन ट्रेस कर रहे थे।
15 से ज्यादा बार महिला आईपीएस की लोकेशन निकाली गई, साथ ही उनके मोबाइल पर भी लगातार नजर रखी जा रही थी।
पुलिसकर्मियों द्वारा पता लगाया जाता था कि एसपी कहां जा रहीं हैं या क्या कर रहीं हैं?
खासतौर पर शनिवार और रविवार के दिन की ही लोकेशन ट्रैक की जा रही थी।
जिसे एसपी की बिना जानकारी के छुट्टी लेने के प्रयास से जोड़ा जा रहा है।
हालांकि इस तर्क को पुलिस विभाग के कई अधिकारियों ने खारिज कर दिया है।
फिलहाल पूरे मामले की रिपोर्ट पुलिस मुख्यालय को भेजी जा चुकी है।
मामले की जांच एसटी-एससी सेल के DSP को सौंपी दी गई है।
जासूसी का पता चला तो सन्न रह गई SP
6 अक्टूबर को गोपनीय रूप से एसपी ज्येष्ठा मैत्रेयी को जब जानकारी मिली कि उनकी जासूसी की जा रही है तो वो सन्न रह गईं।
एसपी ने अपने स्तर पर इस मामले की सत्यता की जांच करवाई और जब मामला सही पाया गया तो खुद इसकी जानकारी पुलिस मुख्यालय को दी।
एसपी की इतनी गंभीर शिकायत आने पर पुलिस विभाग में हड़कंप मचा गया।
महिला आईपीएस का उन्हीं के अधीन पुलिसकर्मियों द्वारा फोन की लोकेशन ट्रेस करने की हर कोई हैरान था।
मामले में एसपी ज्येष्ठा मैत्रेयी का कहना है कि वह अपना काम ईमानदारी के साथ कर रही हैं।
इस बात का विश्वास नहीं था कि उनके विभाग के लोग ही उन पर नजर रख रहे हैं।
मामला सामने आते ही एसपी ज्येष्ठा मैत्रेई ने साइबर सेल के इंचार्ज एसआई सहित एक हेड कांस्टेबल और पांच आरक्षकों को तुरंत प्रभाव से निलंबित कर दिया।
अब पुलिस हेड क्वार्टर के स्तर पर मामले की जांच की जा रही है।
किसके इशारे पर जासूसी कर रहे थे पुलिसकर्मी?
जिला SP के मोबाइल लोकेशन ट्रेस करने के मामले में 7 अक्टूबर को 7 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया था।
इनमें साइबर सेल के सब इंस्पेक्टर श्रवण जोशी, हेड कांस्टेबल अवनीश कुमार, कांस्टेबल राहुल, सतीश, दीपक, भीम और रोहिताश का नाम शामिल है।
जयपुर रेंज के आईजी अजय पाल लांबा ने बताया कि लोकेशन ट्रेसिंग से जुड़ी चैट डिलीट मिली है।
कितने समय से और कितनी बार लोकेशन निकाली गई यह जांच का विषय है।
पुलिसकर्मी आखिरकार किसके इशारे पर ये सब कर रहे थे?
इस मामले में और किन-किन पुलिस अधिकारियों या कर्मचारियों की भूमिका है, उसकी भी जांच की जा रही है।
मध्य प्रदेश के रहने वाली हैं IPS ज्येष्ठा मैत्रेयी
आईपीएस ज्येष्ठा मैत्रेयी मूल रूप से मध्य प्रदेश के गुना की रहने वाली हैं।
उन्होंने 2017 में UPSC सिविल सेवा परीक्षा पास की थी।
उसके बाद 2018 में ट्रेनिंग पूरी करने के बाद वह राजस्थान कैडर में पहली बार उदयपुर के गिरवा सर्कल में एएसपी के रूप में कार्यभार संभाला।
इसके बाद ज्येष्ठा मैत्रेयी को भीलवाड़ा में एसपी की जिम्मेदारी दी गई।
फिर जयपुर क्राइम ब्रांच में डीसीपी के पद पर उन्हें नियुक्त किया गया।
सिरोही, कोटपूतली, बहरोड़ में भी ज्येष्ठा एसपी के पद पर रह चुकीं हैं।
फिलहाल वह भिवाड़ी एसपी के पद पर पदस्थ हैं।
इस दौरान उन्हें खैरथल-तिजारा एसपी का अतिरिक्त कार्यभार भी सौंपा गया है।
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