Action On Bad Roads: बारिश के बाद मध्य प्रदेश की सड़कों की हालत बेहद ही खराब हो गई है, जिस वजह से दुर्घनाओं के आंकड़े भी बढ़ते जा रहे हैं।
इतना ही नहीं कई जिलों के इलाके तो ऐसे भी हैं जहां नई सड़कों का निर्माण हुआ था और ये पहली ही बारिश में उखड़ गई।
ये हाल पूरे प्रदेश का है कि सड़कें कम बल्कि गड्डे ज्यादा दिखाई दे रहे हैं।
प्रदेश की खराब सड़कों की हालत देखते हुए मोहन सरकार ने सख्त रवैया अपनाते हुए बड़ी कार्रवाई की है।
CM की सख्ती के बाद ठेकेदारों को नोटिस जारी
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के आदेश पर सड़कों के रख-रखाव में लापरवाही बरतने वाले 9 ठेकेदारों को ब्लैकलिस्ट कर दिया गया है।
जबकि 173 ठेकेदारों और 21 अधिकारियों को नोटिस जारी किया गया है।
इसके अलावा ठेकेदारों पर 1 करोड़ 36 लाख का जुर्माना भी लगाया गया है।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने की लोक निर्माण विभाग की परियोजनाओं की समीक्षा
महत्वपूर्ण निर्देश
▶️मेट्रो-सुविधा और रोड नेटवर्क के लिये अरेरा हिल्स क्षेत्र के विकास की बनायें योजना
▶️ईस्टर्न बायपास परियोजना का क्रियान्वयन क्षेत्रीय निवासियों को विश्वास में लेकर करें
▶️सड़कों… pic.twitter.com/QROLN39JGo
— Jansampark MP (@JansamparkMP) October 5, 2024
यह कार्रवाई लोक निर्माण विभाग (PWD) की समीक्षा बैठक के बाद की गई।
जिसमें यह खुलासा हुआ कि प्रदेश की 36,000 किलोमीटर सड़कें खराब हो चुकी हैं।
प्रदेशभर में खराब सड़कों की मरम्मत और रखरखाव में लापरवाही बरतने वाले ठेकेदारों पर पहले तो मुख्यमंत्री ने कड़ी नाराजगी जताई, फिर यह सख्त कदम उठाया।
इसी के सात राज्य सड़क विकास निगम के 3 मार्गों के टोल अधिकार भी संचालकों से वापस ले लिए गए हैं।
CM ने दिए थे अधिकारियों पर सख्ती के निर्देश
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने राज्य की सड़कों की खस्ता हालत को लेकर सख्त निर्देश जारी किए थे।
उन्होंने खराब सड़कों और उनकी मरम्मत में हो रही देरी पर कड़ा रुख अपनाते हुए ठेकेदारों और अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराने की बात कही थी।
सीएम की सख्ती के बाद संबंधित विभागों ने तेजी से कार्रवाई की और ठेकेदारों और अधिकारियों पर शिकंजा कसा।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने आज मंत्रालय में आयोजित बैठक में लोक निर्माण विभाग की विभिन्न परियोजनाओं की समीक्षा कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
बैठक में मंत्री श्री @MPRakeshSingh एवं विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे। @DrMohanYadav51#DrMohanYadav #CMMadhyaPradesh pic.twitter.com/d0MpqKgAO5
— Chief Minister, MP (@CMMadhyaPradesh) October 4, 2024
प्रदेश सरकार द्वारा उठाए गए इन कदमों का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि सड़कों की गुणवत्ता में सुधार हो।
साथ ही प्रदेश के नागरिकों को यातायात में किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया है कि अगर भविष्य में भी ऐसी लापरवाही सामने आई, तो और सख्त कार्रवाई की जाएगी।
सड़कों की मरम्मत के लिए चलाया विशेष अभियान
7 अगस्त से 6 सितंबर 2024 तक प्रदेशभर में सड़कों की मरम्मत के लिए विशेष अभियान चलाया गया था।
जिसके तहत प्रमुख अभियंता और सड़क एवं सेतु विभाग ने 35 हजार 995 किलोमीटर सड़कों की मरम्मत की है।
इसके बावजूद कई सड़कों की स्थिति में सुधार नहीं हुआ, जिसकी शिकायतें नागरिकों ने ‘लोक-पथ’ एप पर दर्ज कराई।
सड़कों में गड्ढों की शिकायत के लिए संचालित लोक-पथ एप में 46 हजार 516 किलोमीटर सड़कें रजिस्टर्ड है।
पिछले 2 महीने में एप में 3 हजार 721 शिकायतें प्राप्त हुई हैं, इनमें से 3 हजार 652 शिकायतों का समाधान किया जा चुका है।
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