Yeh Makan Bikau Hai: मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में मुस्लिमों की गुंडागर्दी से परेशान एक हिंदू परिवार घर के बेचने को मजबूर हो गया है।
घर के बाहर दरवाजे पर लिखा है यह मकान बिकाऊ है।
हिंदू परिवार ने मुस्लिम प्रताड़ना का आरोप लगाया है।
जिसके बाद पूरे इलाके में तनाव फैल गया।
फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।
दरवाजे पर पेंट से लिखा ‘मकान बिकाऊ’ है
देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर के रावजी बाजार थाना क्षेत्र में एक बार फिर “मेरा मकान बिकाऊ है” जैसे शब्दों ने माहौल को गरमा दिया है।
दरअसल राजेश अपने परिवार के साथ प्रकाश का बाग में रहते हैं।
उनके घर के पास ही एक विशेष समुदाय का दूसरा परिवार भी रहता है।
दोनों परिवारों के बीच पहले भी विवाद हुआ था।
इस विवाद के बाद राजेश ने एक विशेष समुदाय के युवकों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी।
शिकायत दर्ज होने के बाद आरोपी राजेश पर मामले को सुलझाने का दबाव बनाने लगे।
एफआईआर से नाराज आरोपियों ने हिंदू परिवार को धमकाना शुरू कर दिया।
जिससे परेशान होकर उन्हें अपने घर के दरवाजे पर ‘यह मकान बिकाऊ है, मुस्लिम प्रताड़ना से परेशान हूं’ लिखना पड़ गया।
पुराने केस में राजीनामे का बना रहा दबाव
पीड़ित युवक राजेश कलमोइया के परिजन ने बताया कि राजेश घर के पास ही अंडे का ठेला लगाता है।
करीब एक महीने पहले मोहल्ले में पाइप लाइन का काम किया जा रहा था।
तभी सामने रहना वाला शादाब शानू उसे घूरकर देख रहा था।
इस बात को लेकर दोनों के बीच कहासुनी हो गई।
शादाब ने राजेश को धमकाया और गालियां दी।
इसके बाद SC-ST एक्ट सहित अन्य धाराओं में केस दर्ज किया गया था।
इसी केस में राजीनामे के लिए वह राजेश पर दबाव बना रहा था।
बीते दिनों पीड़ित के घर के बाहर युवकों ने सुतली बम फंका।
आरोप है कि राजेश के साथ गाली गलौज भी की गयी है।
घटना के बाद दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए हैं।
इलाके में तनाव की स्थिति बन गयी है।
हिंदूवादी संगठन ने किया विरोध, पुलिस ने कराया शांत
घटना ने शहर में चर्चा का विषय बनते हुए हिंदूवादी संगठनों और मुस्लिम समुदाय को आमने-सामने ला दिया है।
बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने कहा कि पीड़ित को डराने के लिए छर्रे और कील के साथ सुतली बम फेंके गए।
एडिशनल डीसीपी आनंद यादव ने मौके पर पहुंचकर सीसीटीवी खंगाले और डॉग स्क्वायड बुलवाया।
वहां कुछ छर्रे और कील मिली हैं, जिन्हें जांच के लिए लैब भेजा गया।
इस बीच दूसरा पक्ष भी वहां पहुंच गया और आरोपों को झूठा बताया।
मामले को तूल पकड़ता देख पुलिस हरकत में आई और मौके पर पहुंचकर दोनों पक्षों को शांत कराया।
फिलहाल पुलिस ने 7 आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है और मामले की जांच कर रही है।
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