Bhopal FDA Raid: छिंदवाड़ा में जहरीला कफ सिरप पीने से 17 बच्चों की मौत के बाद भोपाल प्रशासन भी एक्शन मोड में आ गया है।
इसी कड़ी में मंगलवार को भोपाल के दवा बाजार में फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (FDA) की टीम ने छापेमारी करके प्रतिबंधित कफ सिरप की 80 बोतलें जब्त की हैं।
सैंपल जांच के लिए 10 बोतलों को सील भी किया गया।
कितनी दुकानों पर हुई छापेमारी?
FDA टीम ने पांच दवा दुकानों राहुल फार्मा, गुरुदेव ट्रेडर्स, प्रसिधि फार्मा, राजेंद्र मेडिकल एजेंसी और राज मेडिकल एजेंसी का निरीक्षण किया।
इनमें से तीन दुकानों से सैंपल लिए गए, जबकि दो दुकानदारों ने दावा किया कि उन्होंने सिरप का पूरा बैच कंपनी को वापस भेज दिया था।
केमिस्ट एसोसिएशन ने क्या कदम उठाया?
भोपाल केमिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष जितेंद्र धाकड़ ने बताया कि सभी मेडिकल स्टोर्स को सर्कुलर जारी करके बिना डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन के दवा न देने की सलाह दी गई है।
संगठन FDA की जांच में पूरा सहयोग दे रहा है।
किन दवाओं पर है प्रतिबंध?
सरकार ने रेस्पिफ्रेस डी और एएनएफ कफ सिरप पर प्रतिबंध लगाया है।
जांच में री-लाइफ और रेस्पिफ्रेस टीआर कफ सिरप में खतरनाक रसायन डायथिलीन ग्लाइकॉल की अधिक मात्रा पाई गई थी, जो बच्चों की मौत का कारण बना।
ये दवाएं गुजरात और तमिलनाडु में बनती हैं।
क्यों खतरनाक हैं ये कफ सिरप?
मध्य प्रदेश FDA की जांच रिपोर्ट के मुताबिक, 19 दवाओं के सैंपल्स में से तीन कफ सिरप अमानक पाए गए।
इनमें मौजूद डायथिलीन ग्लाइकॉल नशे की लत लगाने के साथ-साथ जानलेवा भी साबित हो सकता है।
इससे पहले छिंदवाड़ा में कफ सिरप पीने से कई बच्चों की मौत हो गई थी, जिसके बाद प्रशासन ने दवा बाजार में सख्ती बढ़ा दी है।
सरकार और FDA की टीम अब दवा दुकानों पर नजर रख रही है, ताकि गलत दवाओं की बिक्री रोकी जा सके।
आम लोगों को सलाह दी जाती है कि वे बिना डॉक्टर की सलाह के कोई भी दवा न खरीदें और संदिग्ध दवाओं की जानकारी तुरंत अधिकारियों को दें।