Kashmir Tourism In Danger: धरती का स्वर्ग कहा जाने वाला कश्मीर सचमुच किसी जन्नत से कम नहीं है।
तभी तो धारा 370 हटने और घाटी में शांति बहाल होने के बाद लोग पिछले कुछ सालों में लगातार कश्मीर की यात्रा कर रहे थे।
कश्मीर की अर्थव्यवस्था भी पूरी तरह यहां आने वाले पर्यटकों पर टिकी हुई है।
लेकिन 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद लोगों के मन में डर बैठ गया है।
तभी तो कश्मीर जाने वाले पर्यटक धड़ाधड़ अपनी होटल बुकिंग्स और फ्लाइट्स को कैंसिल कर रहे हैं।
पर्यटकों पर हमले से दहशत का माहौल
वैसे तो कश्मीर में आए दिन कोई न कोई आतंकी वारदात होती ही रहती है, जिसमें ज्यादा भारतीय सेना को ही निशाना बनाया जाता है।
मगर इस बार हमला घाटी में बाहर से आने वाले पर्यटकों पर हुआ है। जिसके बाद हर आम इंसान कश्मीर जाने से डर रहा है।
कोई भी अपनी या अपने परिवार की जान खतरे में नहीं डालना चाहता।

कश्मीर टूरिज्म को बड़ा झटका
गर्मी की छुट्टियां शुरु होने के बाद से लोग लगातार कश्मीर घूमने जा रहे थे।
यहां पहलगाम, सोनमर्ग और गुलमर्ग जैसे प्रमुख पर्यटन स्थलों में हर साल लाखों पर्यटक आते हैंं।
लेकिन अब सभी लोगों ने अपने प्लान कैंसिल कर दिए हैं।
हमले के बाद दिल्ली-श्रीनगर की फ्लाइट बुकिंग और होटल के किराए में भारी गिरावट आई है।
वहीं होटल ऑपरेटर्स को अब कैंसिलेशन के लिए कॉल आ रहे हैं। इससे होटल के मालिक परेशान है।
ट्रैवल एजेंट्स कह रहे हैं कि अब लोग बुकिंग कैंसिल करा रहे हैं। इससे कश्मीर की इकोनॉमी को बहुत नुकसान होगा।
इंडस्ट्री के लोगों का कहना है कि उन्होंने पहले कभी ऐसा नहीं देखा कि टूरिस्ट्स को ऐसे खुलेआम निशाना बनाया गया हो।
खासकर, किसी खास समुदाय के लोगों को।
4 से 5 महीने की सारी बुकिंग कैंसिल
- कश्मीर के डल झील में 1,500 से ज्यादा हाउसबोट चलती हैं।
- वहीं यहां 300 से ज्यादा होटल रूम और टैक्सी सर्विस है, जो इस आतंकी हमले के कारण ठप्प पड़ सकती हैं।
- मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कश्मीर जाने वाले टूरिस्ट अगले 4 से 5 महीने तक की सारी बुकिंग कैंसिल करा रहे हैं।
- इससे स्थानीय कारोबारियों और टूरिज्म को बहुत बड़ा नुकसान होगा।
- इस समय कश्मीर में पर्यटन पीक पर होता है, लेकिन इस हमले के बाद एक बार फिर घाटी में वीरानी छा गई है।

होटलों की कमाई पर असर
- पहलगाम हमले से पहले होटल वाले खूब पैसे कमा रहे थे।
- एक होटल ऑपरेटर के मुताबिक गुलमर्ग के खैबर होटल में एक रात का किराया 70,000 रुपये था।
- वहीं श्रीनगर के सबसे बड़े फाइव-स्टार होटल में भी 30,000 से 50,000 रुपये तक किराया था।
- लेकिन आतंकी हमले के बाद होटलों की बुकिंग कैंसिल होनी शुरू हो गई।
- ट्रैवल एजेंट एसोसिएशन ऑफ इंडिया की पूर्व अध्यक्ष ज्योति मयाल का कहना है कि पूरे कश्मीर में होटल कैंसिल कराने की घटनाएं तेजी से बढ़ रही है।
- डांग ने बताया कि कश्मीर में पर्यटन अभी पीक पर है, लेकिन इस हमले के बाद होटल कारोबार पर फिर संकट के बादल छाने शुरू हो गए हैं।
- इसका असर विदेशी पर्यटकों के सेंटिमेंट पर भी दिखेगा, जिनकी संख्या पिछले साल 67 हजार से ज्यादा थी।

पांच सालों में इतने पर्यटक आए
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अबदुल्ला ने खुद बताया था कि पिछले 5 सालों में घाटी में पर्यटकों की संख्या लगातार बढ़ी है।
- 2024 में 2.35 करोड़ टूरिस्ट आए
- 2023 में 2.11 करोड़ टूरिस्ट आए
- 2022 में 1.89 करोड़ टूरिस्ट आए
- 2021 में 1.13 करोड़ टूरिस्ट आए
- 2020 में 34 लाख टूरिस्ट आए
आंकड़ों से साफ है कि पर्यटकों की संख्या लगातार बढ़ रही थी, जिसका फायदा प्रदेश की इकनॉमी से लेकर निचले तबके के आम आदमी तक को मिल रहा था।
अर्थव्यवस्था पर असर
- मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कश्मीर की टूरिज्म इंडस्ट्री लगभग 12000 करोड़ रुपये की है।
- जम्मू-कश्मीर की कुल अर्थव्यवस्था में 8 फीसदी हिस्सेदारी अकेले पर्यटन की है।
- 2024-25 में प्रदेश की जीडीपी 7 फीसदी की तेजी के साथ आगे बढ़ रही थी. जिसमें सबसे तेजी से टूरिज्म सेक्टर की ग्रोथ शामिल थी।
- वहीं, कश्मीर का पर्यटन उद्योग पिछले साल 2024 में 12 हजार करोड़ रुपए का रहा था जो 2030 तक 25 से 30 हजार रुपए तक पहुंचने का अनुमान था।
- पिछले साल सिर्फ गुलमर्ग से ही 103 करोड़ रुपए से ज्यादा का राजस्व मिला था।
एयरलाइंस कंपनियों का ऐलान, नहीं लेंगे कैंसिलेशन फीस
- इसी बीच एयरलाइंस कंपनियों को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है। जिसके मुताबिक एयरलाइंस कंपनिया फ्लाइट कैंसिल करने पर कैंसिलेशन फीस नहीं लेगीं।
- नागर विमानन मंत्रालय ने भी एयरलाइन कंपनियों से यह सुनिश्चित करने को कहा है कि श्रीनगर मार्ग पर हवाई किराये में कोई वृद्धि न हो।
- मंत्रालय ने कहा कि एयरलाइनें श्रीनगर के लिए अतिरिक्त उड़ानें भी संचालित करेंगी।
- वहीं DGCA ने सभी एयरलाइंस को कश्मीर से किसी भी फ्लाइट को रद्द नहीं करने का निर्देश जारी किया है।
- एयर इंडिया एक्सप्रेस ने 30 अप्रैल 2025 तक श्रीनगर से या श्रीनगर के लिए उड़ानों की बुकिंग करने वाले यात्रियों को अपनी यात्रा को पुनर्निर्धारित करने की सुविधा प्रदान की है, जिसमें पूर्ण शुल्क माफी और किराए के अंतर की व्यवस्था शामिल है।
- एयरलाइन ने यह भी स्पष्ट किया है कि यात्री चाहें तो अपनी बुकिंग को रद्द कर सकते हैं और मूल भुगतान विधि के माध्यम से पूरा रिफंड प्राप्त कर सकते हैं।
- अकासा एयरलाइन ने भी जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुई दुखद घटनाओं पर गहरा शोक व्यक्त किया है।
- इंडिगो ने एक्स पोस्ट के माध्यम से जानकारी दी है कि श्रीनगर में मौजूदा हालात को ध्यान में रखते हुए, हमने उड़ानों के पुनर्निर्धारण और रद्दीकरण पर छूट को बढ़ा दिया है।
- एयर इंडिया ने भी श्रीनगर के लिए यात्रा करने वाले अपने यात्रियों को पूर्ण समर्थन प्रदान कर रहा है।
- एयर एशिया ने भी घोषणा की है कि 30 अप्रैल 2025 तक श्रीनगर से और श्रीनगर के लिए उड़ानों के कैंसिलेशन चार्ज माफ रहेगा।

खतरे में विकास योजनाएं
- केंद्र सरकार की ओर से कश्मीर के विकास के लिए 1000 करोड़ रुपये की योजना का प्लान बनाया गया था।
- यहां के लिए वंदे भारत ट्रेन शुरु होने वाली थी। साथ ही एयर कनेक्टिनविटी को भी सुधारा जा रहा था।
- इसके अलावा विदेशी पर्यटकों के लिए यहां वीजा ऑन अरायवल की सुविधा भी की जा रही थी।
- कश्मीर में 75 नए टूरिस्ट डेस्टिनेशन, धार्मिक स्थल और हेरिटेज का विकास किया जा रहा था, जो इस आतंकी हमले के कारण बीच में ही अटक सकते हैं।
कश्मीर के लोग भुगतेंगे सजा?
पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले में भले ही दूसरे प्रदेश के लोगों ने जान गंवाई हो, लेकिन इसका बड़ा खामियाजा स्थानीय लोगों को ही भुगतना होगा।
आतंकी हमले से पर्यटकों में दहशत इस कदर भर गई है कि उन्होंने अगले 4-5 महीने की बुकिंग कैंसिल करानी शुरू कर दी।
इसका सीधा असर स्थानीय कश्मीरी लोगों और वहां की अर्थव्यवस्था को होगा।
नुकसान का आंकड़ा छोटा-मोटा नहीं बल्कि करोड़ों में है।

क्या वापस लौटेगी कश्मीर में रौनक
अब सवाल ये है कि क्या हालात ठीक होने के बाद कश्मीर में वापस रौनक लौटेगी और क्या लोग पहले की तरह घाटी में आएंगे।
सालों बाद बहाल हुई कश्मीर की टूरिज्म इंडस्ट्री वापस कैसे संभलेगी और पर्यटक कैसे पहले की तरह बिना डर के वादियों का लुफ्त उठा पाएंगे।
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