AAIB ने हादसे के ठीक एक महीने बाद 12 जुलाई, शनिवार को प्रारंभिक जांच रिपोर्ट पेश की।
एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) ने 15 पन्नों की रिपोर्ट में खुलासा किया है कि एयर इंडिया की फ्लाइट AI 171 के दोनों इंजनों में ईंधन की सप्लाई बंद होने से विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ।
इस हादसे में 270 लोगों की मौत हो गई थी, जिसमें 241 यात्री और क्रू मेंबर शामिल थे। बाकी आम लोग थे।
सिर्फ एक यात्री जिंदा बचा, जिसे गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
AAIB रिपोर्ट के बड़े खुलासे
1. दोनों इंजनों को ईंधन नहीं मिला, पायलटों के बीच हुआ यह कन्वर्सेशन
फ्लाइट AI 171 ने अहमदाबाद एयरपोर्ट से टेकऑफ किया और सिर्फ 180 नॉट (333 किमी/घंटा) की रफ्तार पकड़ने के बाद ही दोनों इंजन बंद हो गए।
रिपोर्ट के अनुसार, विमान के उड़ान भरते ही दोनों इंजनों का ईंधन कटऑफ स्विच एक के बाद एक मात्र एक सेकंड के अंतराल में ‘रन’ से ‘कटऑफ’ पोजिशन में चला गया।
इससे इंजनों को ईंधन की आपूर्ति बंद हो गई और विमान ने ऊंचाई खोनी शुरू कर दी।
कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर (सीवीआर) के डेटा से पता चला कि एक पायलट ने दूसरे से पूछा –
कॉकपिट वॉइस रिकॉर्डर में एक पायलट ने दूसरे से पूछा, “आपने इंजन क्यों बंद किया?”
दूसरे पायलट ने जवाब दिया, “मैंने नहीं किया!”
पायलटों ने इंजन रिस्टार्ट करने की कोशिश की, लेकिन विमान की ऊंचाई बहुत कम थी, जिससे वह नियंत्रण से बाहर होकर एक मेडिकल हॉस्पिटल से टकरा गया।
2. तकनीकी खराबी नहीं, मानवीय चूक का संदेह
AAIB की रिपोर्ट में विमान (Boeing 787-8) या इंजन (GE GEnx-1B) में कोई तकनीकी खराबी नहीं पाई गई।
न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, एक्सपर्ट्स का मानना है कि यह घटना पायलट की गलती या कॉकपिट प्रोसीजर में चूक की वजह से हुई हो सकती है।
3. मौसम, बर्ड हिट या सबोटाज नहीं था कारण
जांच में साफ किया गया है कि हादसे का कारण मौसम, बर्ड-हिट या कोई सबोटाज नहीं था।
AAIB ने अभी तक यह नहीं बताया है कि फ्यूल स्विच कैसे बंद हुए, लेकिन आगे की जांच जारी है।
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बर्ड हिटिंग का कोई सबूत नहीं मिला।
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मौसम: आसमान साफ, अच्छी विजिबिलिटी, कोई तूफान नहीं।
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पायलट: दोनों पायलट मेडिकली फिट, एक के पास 15,000 घंटे, दूसरे के पास 3,400 घंटे का अनुभव।
4. इंजन दोबारा चालू करने की कोशिश हुई
पायलटों ने इंजन रीस्टार्ट करने की कोशिश की, लेकिन इंजन 1 कुछ हद तक चालू हो गया, जबकि इंजन 2 स्टार्ट नहीं हो सका।
विमान महज 32 सेकंड तक हवा में रहा और फिर क्रैश हो गया।
5. फ्यूल में कोई दिक्कत नहीं थी
फ्यूल टेस्टिंग में पाया गया कि ईंधन में किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं थी।
थ्रस्ट लीवर (इंजन पावर कंट्रोलर) के डेटा से पता चला कि टेकऑफ के दौरान थ्रस्ट सही था, लेकिन बाद में यह डिस्कनेक्ट हो गया।
थ्रस्ट लीवर के जरिए विमान के इंजन की ताकत को कंट्रोल किया जाता है।
6. रैम एयर टर्बाइन (RAT) ने दिखाया संकट
इंजन बंद होते ही RAT (रैम एयर टर्बाइन) स्वतः खुल गई।
यह डिवाइस हवा से बिजली बनाती है और इमरजेंसी में कंट्रोल सिस्टम को चालू रखती है, लेकिन इस बार यह भी विमान को नहीं बचा सकी।
7. क्या बोइंग या जनरल इलेक्ट्रिक (GE) को जिम्मेदार ठहराया गया?
अभी तक बोइंग या GE (इंजन निर्माता) को कोई एडवाइजरी नहीं दी गई है। जांच जारी है।
फ्यूल स्विच कैसे काम करता है?
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रन पोजिशन: ईंधन वाल्व खुलता है, इंजन चालू रहता है।
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कटऑफ पोजिशन: ईंधन सप्लाई बंद, इंजन बंद हो जाता है।
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स्विच स्प्रिंग-लोडेड होते हैं, गलती से नहीं बदलते।
कौन थे पायलट सुमीत सभरवाल
- उम्र: 56 साल
- लाइसेंस वैधता मई 2026 तक
उड़ान अनुभव (घंटे)
- बोइंग 787 पर 8,596
- कुल 15,638

ये विमान उड़ाए
- बोइंग 787
- बोइंग 777
- एयरबस A310
कौन थे को- पायलट क्लाइव कुंदर
- उम्र: 32 साल
- पायलट लाइसेंस जारी हुआ 2020 में मैं
- 26 सितंबर 2025 तक
उड़ान अनुभव (घंटे)
- बोइंग 787 पर 1,128
- कुल 3,403

पायलट-इन-कमांड के रूप में ये विमान उड़ाए
- सेसना 172
- पाइपर PA-34 सेनेका
को-पायलट के रूप में
- एयरबस A320
- बोइंग 787
क्या होगा आगे?
AAIB ने अभी प्रारंभिक रिपोर्ट जारी की है, जबकि पूरी जांच में 6 महीने से एक साल तक का समय लग सकता है।
एयर इंडिया ने जांच में पूरा सहयोग देने का वादा किया है।
इस हादसे के बाद एविएशन सेफ्टी प्रोटोकॉल पर फिर से गंभीरता से विचार किया जा रहा है।
जांच एजेंसियां अभी यह पता लगा रही हैं कि फ्यूल स्विच अपने आप कटऑफ क्यों हो गया?
#WATCH | On AAIB’s preliminary report on AI 171 crash, MoS Civil Aviation Murlidhar Mohol says, “The AAIB has brought out a preliminary report. This is not the final report. Until the final report comes out, we should not arrive at any conclusion. AAIB is an autonomous… pic.twitter.com/ypIWnzb6Gt
— ANI (@ANI) July 12, 2025
लंदन जा रही फ्लाइट हुई थी क्रैश
12 जून को एयर इंडिया एयरलाइन की इंटरनेशनल फ्लाइट AI-171 अहमदाबाद से लंदन जाने के लिए टेकऑफ हुई थी।
बोइंग ड्रीमलाइनर का 787-8 मॉडल का प्लेन था, जो 241 लोगों को लेकर टेकऑफ हुआ था, लेकिन उड़ान भरते ही एयरपोर्ट के बॉर्डर से सटे बीजे मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल की छत पर गिरकर क्रैश हो गया।
हादसे में 229 पैसेंजर्स, 10 क्रू मेंबर्स और 19 आम लोग मारे गए थे।
मृतकों में मेडिकल कॉलेज के स्टूडेंट्स भी शामिल थे।
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