Ujjain Airport: उज्जैन के लोगों के लिए बड़ी खुशखबरी है!
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मध्य प्रदेश दौरे से ठीक पहले उज्जैन एयरपोर्ट के निर्माण को लेकर ऐतिहासिक फैसला लिया गया है।
30 मई को राज्य सरकार के विमानन विभाग और एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AAI) के बीच तीन महत्वपूर्ण समझौते होंगे, जिसके बाद उज्जैन में एयरपोर्ट बनाने की प्रक्रिया तेजी से आगे बढ़ेगी।
क्यों महत्वपूर्ण है उज्जैन एयरपोर्ट?
धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा:
महाकालेश्वर मंदिर के दर्शन के लिए देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं को सीधी हवाई सेवा मिलेगी।
इंदौर एयरपोर्ट पर कम होगा दबाव:
फिलहाल उज्जैन के लोगों को इंदौर एयरपोर्ट का सहारा लेना पड़ता है, जिससे वहां भीड़ बढ़ जाती है।
सिंहस्थ 2028 की तैयारी:
2028 में होने वाले सिंहस्थ कुंभ के लिए यह एयरपोर्ट बड़ी राहत देगा।
रोजगार के अवसर:
निर्माण और संचालन के दौरान सैकड़ों लोगों को रोजगार मिलेगा।
30 मई को होगा ऐतिहासिक समझौता
30 मई को AAI और मध्य प्रदेश सरकार के बीच तीन अहम अनुबंध होंगे:
- एयरपोर्ट निर्माण समझौता: रनवे, टर्मिनल बिल्डिंग और अन्य बुनियादी ढांचे का निर्माण शुरू होगा।
- संचालन और रखरखाव: AAI एयरपोर्ट का प्रबंधन और मेंटेनेंस करेगी।
- कानूनी अनुमतियां: राज्य सरकार पर्यावरणीय मंजूरी और अन्य कानूनी प्रक्रियाएं पूरी करेगी।
कितनी जमीन चाहिए?
- वर्तमान में उपलब्ध: 95 एकड़
- AAI की मांग: अतिरिक्त 241 एकड़ (कुल 336 एकड़)
- निर्माण शुरू होगा: जमीन मिलते ही
कब तक बनकर तैयार होगा उज्जैन एयरपोर्ट?
अनुमान है कि अगले 2-3 साल में उज्जैन एयरपोर्ट operational हो जाएगा।
यहां से ATR-72 जैसे विमानों का संचालन शुरू होगा, जिससे देश के प्रमुख शहरों से सीधी कनेक्टिविटी मिलेगी।
दतिया एयरपोर्ट का भी होगा लोकार्पण
PM मोदी 31 मई को दतिया एयरपोर्ट का भी उद्घाटन करेंगे, जो मध्य प्रदेश का आठवां एयरपोर्ट होगा।
यहां से दतिया-खजुराहो और दतिया-भोपाल की फ्लाइट्स शुरू होंगी।