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पहलगाम हमले के बाद अमरनाथ यात्रियों ने मांगे हथियार, कहा- “आतंकियों का मुकाबला करने को तैयार”

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Nisha Rai
Nisha Rai
निशा राय, पिछले 13 सालों से मीडिया के क्षेत्र में सक्रिय हैं। इन्होंने दैनिक भास्कर डिजिटल (M.P.), लाइव हिंदुस्तान डिजिटल (दिल्ली), गृहशोभा-सरिता-मनोहर कहानियां डिजिटल (दिल्ली), बंसल न्यूज (M.P.) जैसे संस्थानों में काम किया है। माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय (भोपाल) से पढ़ाई कर चुकीं निशा की एंटरटेनमेंट और लाइफस्टाइल बीट पर अच्छी पकड़ है। इन्होंने सोशल मीडिया (ट्विटर, फेसबुक, इंस्टाग्राम) पर भी काफी काम किया है। इनके पास ब्रांड प्रमोशन और टीम मैनेजमेंट का काफी अच्छा अनुभव है।

Amarnath Pilgrims Demanded Weapons: पहलगाम आतंकी हमले के बावजूद अमरनाथ यात्रा के प्रति श्रद्धालुओं का उत्साह कम नहीं हुआ है।

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन कराने पहुंचे भक्तों ने सरकार से एक अनोखी मांग की है।

उन्होंने यात्रा के दौरान अपनी सुरक्षा के लिए हथियार उपलब्ध कराने की गुजारिश की है।

“हम आतंकियों का सामना करने को तैयार”

जम्मू-कश्मीर बैंक में रजिस्ट्रेशन के लिए पहुंचे श्रद्धालुओं ने कहा, “हम अमरनाथ यात्रा जरूर करेंगे।

भोलेनाथ और भारतीय सेना पर हमें पूरा भरोसा है, लेकिन सरकार हमें हथियार दे दे तो हम खुद भी आतंकियों का मुकाबला करने को तैयार हैं।”

Amarnath Yatra 2024
Amarnath Yatra 2024

सुरक्षा व्यवस्था पर भरोसा, पर सतर्कता जरूरी

यात्रियों ने केंद्र सरकार की सुरक्षा व्यवस्था की सराहना करते हुए कहा कि “आतंकी हमले हमारे हौसले नहीं तोड़ सकते। हम भारत सरकार और सेना के साथ हैं, लेकिन अगर हमें हथियार मिलें तो हम अपनी सुरक्षा खुद भी कर सकते हैं।”

सुप्रीम कोर्ट ने भी यात्रा सुरक्षा पर लिया संज्ञान

हाल ही में सुप्रीम कोर्ट में पहलगाम हमले को लेकर एक याचिका दाखिल की गई है, जिसमें यात्रियों और पर्यटकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विशेष उपायों की मांग की गई है।

Amarnath Yatra 2024
Amarnath Yatra 2024

पहले भी हुए हैं अमरनाथ यात्रा के दौरान हमले

पहलगाम से अमरनाथ की दूरी महज 32 किलोमीटर है और इस यात्रा पर पहले भी कई बार हमले हो चुके हैं।

  • साल 2000 में आतंकवादियों ने अमरनाथ बेस कैंप में यात्रियों को निशाना बनाया था।
    इस हमले में 30 से ज्यादा लोग मारे गए थे और 60 घायल हो गए थे।
  • 2001 में, अमरनाथ यात्रियों पर शेषनाग में हुए हमले में 13 लोग मारे गए थे और 15 घायल हो गए थे।
  • 2002 में हुए एक और हमले में 11 लोगों की जान चली गई थी।
  • 2017 में, अमरनाथ से लौट रहे आठ तीर्थयात्रियों को गोली मार दी गई थी। 

3 जुलाई से शुरू होगी यात्रा

  • यात्रा तिथि: 3 जुलाई से 9 अगस्त 2024 (38 दिन)
  • मध्य प्रदेश से यात्रियों की संख्या: प्रतिवर्ष 35,000-40,000
  • भोपाल से यात्रियों की संख्या: प्रतिवर्ष 12,000-15,000

अमरनाथ यात्रा के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी

स्थान: श्रीनगर से 141 किमी दूर, समुद्र तल से 12,756 फीट की ऊंचाई पर स्थित

मार्ग: पहलगाम और बालटाल दो प्रमुख मार्ग

आस्था का केंद्र: प्राकृतिक रूप से बनने वाले बर्फ के शिवलिंग के दर्शन

पहलगाम हमले के बाद भी अमरनाथ यात्रियों का मनोबल अडिग है।

भक्तों ने स्पष्ट किया है कि वे आतंकवाद के आगे झुकने वाले नहीं हैं और यात्रा जारी रखने के साथ-साथ अपनी सुरक्षा की जिम्मेदारी भी लेने को तैयार हैं

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