Amarnath Yatra Registration 2025: हिंदुओं की पवित्र अमरनाथ यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया 14 अप्रैल, 2025 से शुरू हो चुकी है।
इस बार अमरनाथ यात्रा 29 जून से 19 अगस्त 2025 तक चलेगी।
अगर आप भी अमरनाथ यात्रा करना चाहते हैं तो आधिकारिक SASB पोर्टल – https://jksasb.nic.in पर जाकर अपना रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं।
मगर इसके लिए कुछ बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। वरना रजिस्ट्रेशन रद्द भी हो सकता है।
आइए जानते हैं अमरनाथ यात्रा 2025 के लिए क्या है रजिस्ट्रेशन की पूरी प्रक्रिया…
ऑनलाइन-ऑफलाइन दोनों माध्यमों से पंजीकरण
इस पवित्र यात्रा में भाग लेने के इच्छुक श्रद्धालु ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से अपना पंजीकरण करा सकते हैं।
यात्री श्री अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड (SASB) की आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से ऑनलाइन या देश भर में निर्धारित 540 बैंक शाखाओं के माध्यम से ऑफलाइन नाम दर्ज करा सकते हैं।

ऑनलाइन पंजीकरण के चरण:
1. आधिकारिक SASB पोर्टल – https://jksasb.nic.in पर जाएं।
2. “यात्रा 2025 पंजीकरण” पर क्लिक करें।
3. आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें
– हाल ही का पासपोर्ट आकार का फोटो
– 15 अप्रैल, 2025 के बाद जारी किया गया अनिवार्य स्वास्थ्य प्रमाणपत्र (CHC)
– सरकार द्वारा मान्य आईडी प्रमाण
4. पंजीकरण पूरा करने के लिए भुगतान करें।
ऑफलाइन में पंजीकरण करने वालों के लिए सूचना
पंजाब नेशनल बैंक, जम्मू और कश्मीर बैंक और अन्य बैंकों की विशिष्ट शाखाओं में ऑफलाइन पंजीकरण किया जा रहा है।
व्यक्तिगत रूप से पंजीकरण करते समय मूल दस्तावेज और CHC साथ ले जाना सुनिश्चित करें।
स्वास्थ्य प्रमाण पत्र बेहद जरूरी
- आधिकारिक डॉक्टरों या स्वास्थ्य संस्थानों द्वारा जारी अनिवार्य स्वास्थ्य प्रमाणपत्र (CHC) के बिना किसी को भी यात्रा करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
- डॉक्टर का प्रमाणपत्र यह सुनिश्चित करता है कि आप ऊंचाई पर ट्रेकिंग करते समय शारीरिक रूप से स्वस्थ हैं।
- यह प्रमाणपत्र जारी करते समय 15 अप्रैल के बाद जांच की गई प्रमाणपत्र होना चाहिए।
- बेस कैंपों में कड़ी जांच होने के कारण आपको हमेशा अपना CHC और पहचान पत्र अपने साथ रखना चाहिए।

रजिस्ट्रेशन के लिए ये चीजें जरुरी
- रजिस्ट्रेशन के लिए आपको एक फोटो, आधार कार्ड, ईमेल ID, मोबाईल नंबर आदि जैसी जरुरी चीजें की जरुरत है।
- वहीं यात्रियों को अपने साथ हेल्थ सर्टिफिकेट भी साथ रखना होगा।
- प्रेग्नेंट महिलाएं, 70 वर्ष से अधिक उम्र के लोग और 13 साल से कम के बच्चे अमरनाथ यात्रा के लिए पंजीकरण नहीं करा सकते हैं।
- आधार कार्ड या अन्य वैध पहचान पत्र हमेशा अपने साथ रखें, ताकि जरुरत पड़ने पर दिखा सकें।
ट्रेकिंग करने वालों के लिए सुझाव
- अमरनाथ यात्रा एक चुनौतीपूर्ण ऊंचाई वाली पर्वत ट्रेक है। इसलिए कम से कम एक महीने पहले शारीरिक फिटनेस प्रशिक्षण शुरू करना बहुत उचित है।
- ऊनी कपड़े, वाटरप्रूफ जूते, रेनकोट और टॉर्च अपने साथ जरूर रखें।
- यात्रा अधिकारियों और सुरक्षा कर्मियों द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करना चाहिए।
- यह क्षेत्र पर्यावरण के प्रति संवेदनशील क्षेत्र होने के कारण प्लास्टिक की थैलियाँ न ले जाएँ।
- यात्रा के दौरान धूम्रपान या शराब पीने से बचें।
- खराब मौसम में यात्रा न करें।
- SASB सभी यात्रियों से स्वच्छता बनाए रखने और क्षेत्र की पवित्रता बनाए रखने की अपील करता रहता है। इस नियम का पालन करें।

क्या है अमरनाथ यात्रा
समुद्र तल से 12756 फीट की ऊंचाई पर स्थित अमरनाथ गुफा में प्राकृतिक रूप से बनने वाले हिमलिंग के दर्शन के लिए हर साल लाखों भक्त आते हैं।
इस साल अमरनाथ यात्रा 29 जून से 19 अगस्त तक चलेगी।
जम्मू और कश्मीर के अमरनाथ गुफा मंदिर में जाने के इच्छुक भक्त पहलगाम मार्ग (पारंपरिक और लंबा है) या बालटाल मार्ग (छोटा लेकिन खड़ी रास्ता) से जा सकते हैं।
यहां जाने के लिए हेलीकॉप्टर सेवाएं भी उपलब्ध हैं और आधिकारिक संस्थान की वेबसाइट पर यह सेवा बुक की जा सकती है।
इन दोनों मार्गों की निगरानी भारतीय सेना और आपदा प्रतिक्रिया टीमों द्वारा की जाती है।
सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था
अमरनाथ यात्रा मार्ग पर इलेक्ट्रॉनिक निगरानी, प्रवेश नियंत्रण प्रणाली सहित अतिरिक्त सुरक्षा उपाय किए जाएंगे।
आतंकवादियों के हमलों से यात्रियों की रक्षा के लिए अमरनाथ यात्रा मार्ग पर सीसीटीवी लगाए जाएंगे।
हजारों पुलिस, सीआरपीएफ और आईटीबीपी के जवान, अर्धसैनिक बलों को अतिरिक्त सुरक्षा के लिए तैनात किया जाएगा।
यात्रा पर आने वाले प्रत्येक वाहन की जांच की जाएगी।
रोजाना इतने श्रद्धालुओं को यात्रा की परमिशन
प्रतिदिन केवल 15,000 श्रद्धालुओं को ही यात्रा की अनुमति दी जाएगी, इसलिए समय पर पंजीकरण कराना जरूरी है।