MP Chief Secretary Anurag Jain: भोपाल। मध्य प्रदेश के नए मुख्य सचिव के नाम का ऐलान कर दिया गया है और 1989 बैच के आईएएस अधिकारी को प्रदेश का नया मुख्य सचिव बनाया गया है।
1989 बैच के अधिकारी अनराग जैन की मुख्य सचिव के तौर पर नियुक्ति के आदेश सोमवार 30 सितंबर को जारी कर दिए जाएंगे।
मुख्य सचिव के तौर पर अनुराग जैन का कार्यकाल अगस्त 2025 तक रहेगा यानी वे 11 माह तक पद पर रहेंगे।
बता दें कि मौजूदा मुख्य सचिव वीरा राणा का एक्सटेंसन 30 सितंबर को समाप्त हो रहा है।
MP Chief Secretary Anurag Jain: वरिष्ठता को दरकिनार करने की अटकलें खत्म –
अनुराग जैन को मुख्य सचिव बनाए जाने से किसी भी अधिकारी की वरिष्ठता को दरकिनार करने की सारी अटकलें भी खत्म हो गई हैं।
अनुराग जैन फिलहाल केंद्र में पदस्थ हैं, लेकिन मुख्य सचिव पद पर नियुक्ति के बाद अनुराग जैन केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से वापस लौटेंगे।
प्रशासनिक सूत्रों के मुताबिक, अनुराग जैन की नियुक्ति का आधार उनका अनुभव और वरिष्ठता ही है।
MP Chief Secretary Anurag Jain: सीएम मोहन यादव की भी हैं पसंद –
साथ ही साथ वे मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के पसंद भी बताए जा रहे हैं।
बता दें कि अनुराग जैन को सीएस बनाने की चर्चा नौ माह पहले भी हुई थी, जब सीएम डॉ. मोहन यादव से दिल्ली स्थित एमपी भवन में उनकी मुलाकात हुई थी।
इस मुलाकात के बाद माना जा रहा था कि अनुराग जैन जल्द ही मध्य प्रदेश वापस लौट सकते हैं।
बताया जा रहा है कि सोमवार की सुबह सीएम हाउस में 1990 बैच के आईएएस डॉ. राजेश राजौरा को वहां मौजूद अफसरों ने बधाई भी दे दी थी।
MP Chief Secretary Anurag Jain: केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं अनुराग जैन –
अनुराग जैन 30 मई 2020 से केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर थे।
पूर्व मुख्य सचिव रहे इकबाल सिंह बैंस के एक्सटेंशन के समय भी जैन के मुख्य सचिव बनने की चर्चा थी, लेकिन केंद्र ने उन्हें नहीं रिलीज किया।
बता दें, अनुराग जैन के साथ डॉ. राजेश राजौरा, मोहम्मद सुलेमान और जेएन कंसोटिया के नाम भी मुख्य सचिव के लिए चर्चा में थे।
MP Chief Secretary Anurag Jain: केंद्र में रोड, ट्रांसपोर्ट एंड हाइवे मिनिस्ट्री की कमान –
10 साल पहले पीएमओ में संयुक्त सचिव रहे अनुराग जैन को मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल में सबसे अहम मंत्रालय रोड, ट्रांसपोर्ट एंड हाइवे की कमान दी गई है।
जैन एमपी के तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के दो बार सचिव रह चुके हैं।
वे भोपाल के कलेक्टर भी रहे हैं। जैन वित्त प्रबंधन के अच्छे जानकार माने जाते हैं।
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