Atithi Shikshak Agitation In Bhopal: भोपाल। मध्य प्रदेश में अतिथि शिक्षकों ने 21 दिन बाद एक बार फिर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
राजधानी भोपाल में 21 दिन बाद अतिथि शिक्षक बुधवार 2 अक्तूबर को दोबारा बड़ा आंदोलन करने जा रहे हैं।
इससे पहले 10 सितंबर को भोपाल के ही आंबेडकर पार्क में ही अतिथि शिक्षकों ने महाआंदोलन किया था।
हालांकि, उस समय समस्याओं के निराकरण के आश्वासन के बाद इस आंदोलन को वापस ले लिया गया था।
लेकिन, अब फिर से प्रदेशभर के अतिथि शिक्षक गांधी जयंती पर फिर इसी पार्क में जुटना शुरू हो गए हैं।
नियमितीकरण की मांग को लेकर ये अतिथि शिक्षक राजधानी भोपाल में प्रदर्शन करेंगे।
इस बार ये आंदोलन तात्कालिक समस्याओं से कहीं ज्यादा महापंचायत की घोषणाओं पर सरकार का जवाब जानने के लिए हैं।
प्रदेश के दूरदराज के इलाकों से अतिथि शिक्षक 1 अक्टूबर की शाम से ही निकलना शुरू हो गए थे।
ट्रेन और बसों में भर-भरकर भोपाल में देर रात अतिथि शिक्षकों का पहुंचना शुरू हो गया।
Atithi Shikshak Agitation In Bhopal: महापंचायत की ये घोषणाएं अब भी अधूरी –
अतिथि शिक्षकों को पीरियड नहीं महीने के हिसाब से मानदेय दिया जाएगा।
एक साल के लिए पूरा अनुबंध होगा, जो हर साल आगे बढ़ाया जाएगा।
शिक्षक भर्ती 25% का आरक्षण था। उसे बढ़ाकर 50% किया जाएगा।
हर महीने एक निश्चित तारीख पर मानदेय मिलने की व्यवस्था की जाएगी।
पात्रता परीक्षा लेकर अतिथि शिक्षकों को नियमित करने की दिशा में योजना बनाई जाएगी।
साल के बीच में कोई गैप नहीं होगा। ना तो किसी अतिथि शिक्षक की सेवा समाप्त की जाएगी।
Atithi Shikshak Agitation In Bhopal: सिर्फ मानदेय बढ़ा
अतिथि शिक्षकों के लिए महापंचायत में की गई एक भी घोषणा पूरी नहीं हुई है।
मानदेय दोगुना करने की घोषणा को तुरंत अमल में लाया गया।
उच्च माध्यमिक यानी वर्ग 1 के अतिथि शिक्षक को पहले 9 हजार रुपये मानदेय मिलता था जिसे बढ़ाकर पहले ही 18 हजार रुपये कर दिया गया।
वहीं, माध्यमिक यानी वर्ग 2 के शिक्षकों का मानदेय 7 हजार से बढ़कर 14 हजार और प्राथमिक यानी वर्ग 3 के शिक्षकों का मानदेय 5 हजार से बढ़कर 10 हजार रुपये हो चुका है।
Atithi Shikshak Agitation In Bhopal: स्कूल शिक्षा मंत्री के बयान से आक्रोश
स्कूल शिक्षा मंत्री राव उदय प्रताप सिंह ने बयान दिया कि अतिथि हैं तो क्या घर पर कब्जा कर लेंगे।
उनके इस बयान से अतिथि शिक्षक और अधिक भड़क गए।
हालांकि दो दिन बाद राव उदय प्रताप सिंह ने अपने इस बयान पर खेद व्यक्त कर दिया था, लेकिन तब तक बयान ने आग में घी डालने का काम कर दिया था।
Atithi Shikshak Agitation In Bhopal: शिवराज मामा ने दिया था आश्वासन
अतिथि शिक्षक दो बार शिवराज सिंह चौहान से मिले।
पहली मुलाकात भोपाल बंगले पर और दूसरी बार भैरुंदा में काफिला रोककर अतिथि शिक्षकों ने शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात की।
Atithi Shikshak Agitation In Bhopal: जीतू पटवारी ने किया साथ निभाने का वादा
पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने कहा है कि मध्य प्रदेश कांग्रेस का हर एक कार्यकर्ता अतिथियों के साथ है और हम मिलकर इस मुहिम को अंजाम तक पहुंचाएंगे।
Atithi Shikshak Agitation In Bhopal: अतिथि आए कमर कसकर ज्यादा दिन चल सकता आंदोलन
इस बार पूरी संभावना है कि अतिथि शिक्षक महापंचायत की घोषणा की मांग पर डटे रहें।
संगठनों ने एक से अधिक दिन आंदोलन चलने की रणनीति पर काम पहले ही कर लिया है।
आंदोलन से पहले सोशल मीडिया ग्रुपों पर अतिथियों से अपील की गई कि वे 2 से 3 तीन की तैयारी के हिसाब से भोपाल आएं।
जरूरत पड़ी तो अतिथि शिक्षक मांग पूरी होने तक डटे रहेंगे।
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