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CM हाउस का घेराव करने की कोशिश कर रहे अतिथि शिक्षकों की पुलिस से धक्का-मुक्की, कुछ की तबीयत बिगड़ी

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Manish Kumar
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मनीष आधुनिक पत्रकारिता के इस डिजिटल माध्यम को अच्छी तरह समझते हैं। इसके पीछे उनका करीब 16 वर्ष का अनुभव ही वजह है। वे दैनिक भास्कर, नईदुनिया जैसे संस्थानों की वेबसाइट में काफ़ी समय तक अपनी सेवाएं दे चुके हैं। देशगांव डॉट कॉम और न्यूज निब (शॉर्ट न्यूज ऐप) की मुख्य टीम का हिस्सा रहे। मनीष फैक्ट चैकिंग में निपुण हैं। वे गूगल न्यूज इनिशिएटिव व डाटालीड्स के संयुक्त कार्यक्रम फैक्टशाला के सर्टिफाइट फैक्ट चेकर व ट्रेनर हैं। भोपाल के माखनलाल पत्रकारिता विश्वविद्यालय से पढ़ाई कर चुके मनीष मानते हैं कि गांव और शहर की खबरों को जोड़ने के लिए मीडिया में माध्यमों की लगातार ज़रूरत है।

Atithi Shikshak Protest In Bhopal: भोपाल। मध्य प्रदेश के अतिथि शिक्षक नियमितिकरण समेत 5 मुख्य मांगों को लेकर 22 दिनों के बाद एक बार फिर से सड़क पर उतर आए हैं।

2 अक्तूबर गांधी जयंती के दिन ही राज्य भर से अतिथि शिक्षक राजधानी भोपाल के आंबेडकर मैदान पर बड़ी संख्या में आंदोलन के लिए जुटे।

अतिथि शिक्षक सीएम हाउस तक न्याय यात्रा निकालते हुए सीएम डॉ. मोहन यादव के सामने अपनी मांगों को रखना चाहते हैं।

अतिथि शिक्षकों के प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस ने भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया है।

साथ ही साथ प्रदर्शनकारियों को आगे बढ़ने से रोकने के लिए आंबेडकर पार्क से कुछ दूरी पर बैरकेडिंग भी कर रखी है।

आगे बढ़ने के दौरान पुलिस और प्रदर्शन कर रहे अतिथि शिक्षकों के बीच धक्का-मुक्की भी हुई।

इतना ही नहीं, पुलिस ने बैनर लगाकर अतिथि शिक्षकों के इस प्रदर्शन को गैरकानूनी बताते हुए गोली चलाने की चेतावनी भी दी।

इस बीच, प्रदर्शनकारी अतिथि शिक्षकों ने स्कूल शिक्षा मंत्री राव उदय प्रताप के बयान पर तंज कसते हुए ‘कब्जा करने आए हैं, कब्जा करेंगे’ जैसे नारे भी लगाए।

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Atithi Shikshak Protest In Bhopal: बेहोश हुए कई अतिथि शिक्षक –

प्रदर्शन के दौरान एक महिला अतिथि शिक्षक बेहोश हो गई।

साथी अतिथि शिक्षकों ने उन्हें एंबुलेंस से अस्पताल पहुंचाया, जहां इलाज जारी है।

अतिथि शिक्षकों ने सीएम हाउस के घेराव के लिए कूच किया था जिसके बाद उन्हें पुलिस ने बैरिकेड लगाकर रोक दिया।

इस दौरान बैरिकेडिंग के पास ही अतिथि शिक्षक बैठकर नारेबाजी करने लगे थे।

इसी दौरान एक महिला अतिथि शिक्षक की तबीयत खराब हो गई और वह बेहोश होकर जमीन पर गिर पड़ी।

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Atithi Shikshak Protest In Bhopal: आमरण अनशन की चेतावनी –

अतिथि शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष केसी पवार ने कहा है कि यदि सरकार जल्द ही अपना रुख स्पष्ट नहीं करती है तो हम भोपाल की सड़कों पर आमरण अनशन करेंगे।

हमारे साथ हजारों लोग भी बैठेंगे।

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पिछली बार सरकार ने हमें गुमराह कर दिया था, हम उनकी बातों में आ गए थे।

इस बार हम अपना स्थायीकरण लेकर जाएंगे। यहां गर्मी काफी ज्यादा है, कई लोगों की तबीयत बिगड़ रही है।

लेकिन, सरकार की तरफ से अभी तक कोई नहीं आया है।

जितनी जल्दी हो सरकार हमारी मांगों को सुने। हम वापस जाने वाले नहीं हैं।

Atithi Shikshak Protest In Bhopal

Atithi Shikshak Protest In Bhopal: महापंचायत की ये घोषणाएं अब भी अधूरी –

  • अतिथि शिक्षकों को पीरियड नहीं महीने के हिसाब से मानदेय दिया जाएगा।
  • एक साल के लिए पूरा अनुबंध होगा, जो हर साल आगे बढ़ाया जाएगा।
  • शिक्षक भर्ती 25% का आरक्षण था। उसे बढ़ाकर 50% किया जाएगा।
  • हर महीने एक निश्चित तारीख पर मानदेय मिलने की व्यवस्था की जाएगी।
  • पात्रता परीक्षा लेकर अतिथि शिक्षकों को नियमित करने की दिशा में योजना बनाई जाएगी।
  • साल के बीच में कोई गैप नहीं होगा। ना तो किसी अतिथि शिक्षक की सेवा समाप्त की जाएगी।

Atithi Shikshak Protest In Bhopal: सिर्फ मानदेय बढ़ा –

अतिथि शिक्षकों के लिए महापंचायत में की गई एक भी घोषणा पूरी नहीं हुई है।

मानदेय दोगुना करने की घोषणा को तुरंत अमल में लाया गया।

उच्च माध्यमिक यानी वर्ग 1 के अतिथि शिक्षक को पहले 9 हजार रुपये मानदेय मिलता था जिसे बढ़ाकर पहले ही 18 हजार रुपये कर दिया गया।

वहीं, माध्यमिक यानी वर्ग 2 के शिक्षकों का मानदेय 7 हजार से बढ़कर 14 हजार और प्राथमिक यानी वर्ग 3 के शिक्षकों का मानदेय 5 हजार से बढ़कर 10 हजार रुपये हो चुका है।

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