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इस गांव में शराब पीने की चुकानी पड़ेगी बड़ी कीमत, जानें कहां है ये जगह

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No Liquor In MP Village: शराब ने कई परिवारों को तबाह किया है।

यह बुराई लगातार समाज में फैलती जा रही है और इससे लोग परेशान है।

कई राज्यों में शराब पर प्रतिबंध लगाया जा चुका है तो कहीं इसे बैन करने की मांग की जाती है।

ऐसे में हम आपको मध्य प्रदेश के एक ऐसे गांव के बारे में बताने जा रहें हैं।

जहां अपने अगर शराब पीने की हिमाकत की तो इसकी आपको बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी।

इस गांव में शराब बेचने और पीने वालों का बहिष्कार

वैसे तो सरकार और सामाजिक संगठन नशामुक्ति के लिए लोगों को प्रेरित करते रहते हैं।

जब भी शराब पर प्रतिबंध लगाने का जिक्र आता है तो एक नाम जरुर हम सब के जहन में आता है, वो है मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती का।

No Liquor In MP Village
No Liquor In MP Village

उन्होंने पूरे प्रदेश में शराब बंदी को लेकर अपनी ही सरकार को घेरा, मोर्चा खोला, जगह-जगह कई आंदोलन किए।

हमेश से एमपी को नशामुक्त बनाने का सपना देखती आई उमा भारती का ये ख्वाब पूरा किया है उनके ही गांव के लोगों ने।

भले ही पूरे प्रदेश में शराब पर प्रतिबंध ना लग पाया हो लेकर उनके गांव डूडा में शराब पीने और बेचने वालों का बहिष्कार करने का फैसला लिया गया है।

शराब बेचने की जानकारी देने पर मिलेगा इनाम

टीकमगढ़ जिले के इस गांव में अनोखी पहल की गई है।

पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती के गांव डूडा के मंदिर चौराहों पर भरी पंचायत की सभा में ग्रामीणों ने नशा मुक्ति अभियान को लेकर बड़ा निर्णय लिया है।

जिसके तहत गांव में में शराब बेचने और पीने वालों पर नकेल कसने के लिए उन पर ना केवल जुर्माना लगाया जाएगा बल्कि उनका बहिष्कार भी होगा।

No Liquor In MP Village
No Liquor In MP Village

शराब बंदी को लेकर बुलाई गई पंचायत में बताया गया कि गांव में शराब बेचने पर 21 हजार रुपए और शराब के नशें में पाए जाने पर 11 हजार रुपए का जुर्माना लगाया जाएगा।

इसके अलावा अगर कोई भी ग्रामीण शराब बेचने की जानकारी देता हैं तो उसे 5 हजार रुपए का इनाम दिया जाएगा।

शराब बंदी के फैसले से गांव की महिलाएं खुश

शराब बंदी को लेकर अपनी ही सरकार को घेरने वाली उमा भारती के गांव में अब शराब पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।

इस फैसले से सबसे ज्यादा खुश वह महिलाएं है जो अपने परिजनों की शराब की लत से परेशान थी।

बता दें कि अखिल भारती लोधी समाज द्वारा शराब मुक्त के लिए पूरे प्रदेश में अभियान चलाया जा रहा है।

जिसकी शुरूआत टीकमगढ़ जिले के पूर्व मुख्यमंत्री के गांव से की गई है।

उमा भारती खुद लंबे समय से शराबबंदी को लेकर मुहिम चला रही हैं।

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