HomeTrending Newsबांग्लादेश में तख्तापलट के बाद पहला चुनाव: 12 फरवरी को मतदान, PM...

बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद पहला चुनाव: 12 फरवरी को मतदान, PM की शक्तियों पर लगेगी लगाम

और पढ़ें

Nisha Rai
Nisha Rai
निशा राय, पिछले 13 सालों से मीडिया के क्षेत्र में सक्रिय हैं। इन्होंने दैनिक भास्कर डिजिटल (M.P.), लाइव हिंदुस्तान डिजिटल (दिल्ली), गृहशोभा-सरिता-मनोहर कहानियां डिजिटल (दिल्ली), बंसल न्यूज (M.P.) जैसे संस्थानों में काम किया है। माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय (भोपाल) से पढ़ाई कर चुकीं निशा की एंटरटेनमेंट और लाइफस्टाइल बीट पर अच्छी पकड़ है। इन्होंने सोशल मीडिया (ट्विटर, फेसबुक, इंस्टाग्राम) पर भी काफी काम किया है। इनके पास ब्रांड प्रमोशन और टीम मैनेजमेंट का काफी अच्छा अनुभव है।

Bangladesh Election 2026: बांग्लादेश की राजनीति में एक नया और महत्वपूर्ण मोड़ आया है।

देश का चुनाव आयोग आधिकारिक तौर पर अगले संसदीय चुनावों की तारीखों का ऐलान कर चुका है।

यह चुनाव देश में हुए एक बड़े राजनीतिक उलटफेर के करीब डेढ़ साल बाद होने जा रहा है, जिसने पूरे राजनीतिक परिदृश्य को बदल कर रख दिया है।

यह चुनाव न केवल नई सरकार चुनने के लिए है, बल्कि देश के संवैधानिक ढांचे को बदलने का भी एक प्रयास है।

चुनाव की तारीख और पृष्ठभूमि

मुख्य चुनाव आयुक्त एएमएम नासिर उद्दीन ने घोषणा की है कि बांग्लादेश का 13वां संसदीय चुनाव 12 फरवरी, 2026 को होगा।

इसी दिन ‘जुलाई चार्टर’ नामक एक महत्वपूर्ण संवैधानिक सुधार प्रस्ताव पर जनमत संग्रह भी कराया जाएगा।

यह चुनाव उस घटनाक्रम के बाद हो रहा है, जब 5 अगस्त, 2024 को सत्ता में एक बड़ा बदलाव हुआ था।

उस समय तत्कालीन प्रधानमंत्री शेख हसीना की सरकार का पतन हुआ और एक अंतरिम सरकार का गठन किया गया।

इसके बाद से नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद युनूस के नेतृत्व में एक प्रशासनिक तंत्र देश चला रहा है।

शेख हसीना उस समय देश छोड़कर भारत चली गई थीं और उनकी पार्टी, बांग्लादेश अवामी लीग, को निलंबित कर दिया गया था।

Bangladesh, Election 2026, Bangladesh Election, Bangladesh Election 2026, Bangladesh Election Date, Sheikh Hasina, Interim Govt, Bangladesh General Election, Sheikh Hasina coup, Muhammad Yunus, July Charter, Bangladesh politics, Bangladesh election schedule, 12 February, How PM elected, BNP vs Awami League 2026, July Charter Referendum details,

जुलाई चार्टर: संवैधानिक सुधार का प्रस्ताव

12 फरवरी को होने वाला जनमत संग्रह ‘जुलाई चार्टर’ पर केंद्रित होगा।

इसे देश में राजनीतिक और संवैधानिक सुधार लाने वाला एक ब्लूप्रिंट माना जा रहा है।

इस चार्टर के 26 बिंदुओं में सबसे प्रमुख प्रस्ताव प्रधानमंत्री की शक्तियों को सीमित करना और उनके कार्यकाल पर अंकुश लगाना है।

प्रस्ताव है कि किसी भी व्यक्ति का प्रधानमंत्री के रूप में कार्यकाल 8 या अधिकतम 10 वर्ष तक ही सीमित रहे।

इसका उद्देश्य दीर्घकालीन सत्ता पर एक व्यक्ति या एक दल के नियंत्रण को रोकना है।

प्रधानमंत्री चयन की प्रक्रिया

बांग्लादेश में प्रधानमंत्री का चुनाव सीधे जनता नहीं, बल्कि संसद के सदस्य करते हैं।

  • संविधान के अनुच्छेद 56 के अनुसार, राष्ट्रपति उस व्यक्ति को प्रधानमंत्री नियुक्त करते हैं, जो संसद सदस्य हो और जिसे बहुमत का समर्थन प्राप्त हो।
  • आमतौर पर चुनाव में सबसे अधिक सीटें हासिल करने वाले दल या गठबंधन के नेता को यह पद दिया जाता है।
  • संसद की 350 सीटों में से 300 सीटों पर सीधा चुनाव होता है, जबकि 50 सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित होती हैं, जिनका चुनाव निर्वाचित सांसद करते हैं।

1971 में आजादी के बाद से अब तक बांग्लादेश में 11 प्रधानमंत्री बन चुके हैं।

सबसे ज्यादा समय तक सत्ता में रहने का रिकॉर्ड अवामी लीग और शेख हसीना के नाम है, वहीं BNP की खालिदा जिया भी दो बार प्रधानमंत्री रह चुकी हैं। देश के पहले प्रधानमंत्री ताजुद्दीन अहमद थे।

राजनीतिक दल: कौन-कौन है मैदान में?

शेख हसीना की पार्टी बांग्लादेश अवामी लीग (AL), जो दशकों तक सत्ता के केंद्र में रही, तख्तापलट के बाद निलंबित और कमजोर स्थिति में है। ऐसे में मुकाबला अन्य दलों के बीच है:

  1. बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP): यह अब देश का मुख्य विपक्षी और सबसे मजबूत दल बनकर उभरा है। इसका नेतृत्व 12 दलों के गठबंधन के साथ हो रहा है, जो सभी 237 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी में है।
  2. जातीय पार्टी: पूर्व राष्ट्रपति हुसैन मोहम्मद एरशाद द्वारा स्थापित यह पार्टी देश की तीसरी सबसे बड़ी ताकत है।
  3. जमात-ए-इस्लामी: यह कभी BNP का सहयोगी दल था, लेकिन अब यह स्वतंत्र रूप से अपनी राजनीति कर रहा है।
  4. छात्रों की नई पार्टी: 2024 के आंदोलन से निकली ऊर्जा ने ‘नेशनल सिटिजन पार्टी’ (NCP) को जन्म दिया है, जिसका गठन फरवरी 2025 में हुआ। इसके अलावा जनता पार्टी और गणतांत्रिक शक्ति जैसे नए दल भी अस्तित्व में आए हैं।

Bangladesh, Election 2026, Bangladesh Election, Bangladesh Election 2026, Bangladesh Election Date, Sheikh Hasina, Interim Govt, Bangladesh General Election, Sheikh Hasina coup, Muhammad Yunus, July Charter, Bangladesh politics, Bangladesh election schedule, 12 February, How PM elected, BNP vs Awami League 2026, July Charter Referendum details,

फरवरी 2026 का चुनाव बांग्लादेश के लिए एक नए युग की शुरुआत का प्रतीक है।

यह न केवल एक नई सरकार का चुनाव करेगा, बल्कि देश के संविधान और शासन प्रणाली में मौलिक बदलाव के प्रस्ताव पर भी मुहर लगाएगा।

जुलाई चार्टर का जनमत संग्रह और एक नए राजनीतिक माहौल में होने वाला यह चुनाव, बांग्लादेश के लोकतांत्रिक इतिहास का एक निर्णायक अध्याय साबित हो सकता है

- Advertisement -spot_img