MP BJP New President: आखिरकार 6 महीने के लंबे इंतजार के मध्य प्रदेश बीजेपी को उसका नया अध्यक्ष मिल ही गया।
बैतूल के विधायक और पूर्व सांसद हेमंत खंडेलवाल मध्य प्रदेश BJP के नए अध्यक्ष बन गए हैं।
शाम तक उनके नाम की औपचारिक घोषणा भी हो गई।
उन्होंने हाल ही में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से मुलाकात की है, जिसके बाद उनके नाम पर चर्चा और तेज हो गई थी।
चुनाव प्रक्रिया और निर्णय
मंगलवार को भाजपा के प्रदेश मुख्यालय में चुनाव प्रक्रिया पूरी हुई।
प्रदेश के कई वरिष्ठ नेताओं, जैसे मंत्री प्रहलाद पटेल, डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा, राजेंद्र शुक्ल और राकेश सिंह, इस प्रक्रिया में मौजूद रहे।
चूंकि खंडेलवाल के अलावा किसी और ने नामांकन नहीं दाखिल किया, इसलिए उन्हें निर्विरोध चुन लिया गया।

आरएसएस और पार्टी नेतृत्व का समर्थन
खंडेलवाल के नाम पर आरएसएस के सुरेश सोनी और वर्तमान मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मजबूत पैरवी की थी।
उन्होंने पार्टी नेतृत्व को यह भरोसा दिलाया कि खंडेलवाल के नेतृत्व में सरकार और संगठन के बीच बेहतर तालमेल बना रहेगा।
यह निर्णय इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि भाजपा अगले कुछ वर्षों में राज्य में अपनी स्थिति मजबूत करना चाहती है।

हेमंत खंडेलवाल: प्रदेश अध्यक्ष पद के सबसे मजबूत दावेदार
हेमंत खंडेलवाल का नाम इस पद के लिए सबसे आगे चल रहा था।
वे बीजेपी के वरिष्ठ नेता हैं और संघ से जुड़े रहे हैं।
पिता भी रह चुके हैं सांसद
हेमंत खंडेलवाल के पिता स्व. विजय खंडेलवाल भी भाजपा के नेता थे, जिससे उनकी राजनीतिक पृष्ठभूमि मजबूत और पार्टी से बहुत गहरा जुड़ाव है। वे बैतूल से तीन बार सांसद रह चुके हैं।
हेमंत खुद भी 2007 में बैतूल लोकसभा सीट से सांसद बने थे और वर्तमान में बैतूल विधानसभा क्षेत्र से दूसरी बार विधायक हैं।
पार्टी सूत्रों के अनुसार हेमंत खंडेलवाल के संघ से जुडे होने और विवादों से दूर रहने के चलते पार्टी अब धीरे धीरे उनके नाम पर सहमति बना रही है।

कौन है हेमंत खंडेलवाल
- हेमंत खंडेलवाल का जन्म 3 सितंबर 1964 को मथुरा, उत्तर प्रदेश में हुआ।
- वो वर्तमान में मध्य प्रदेश, भारत में विधान सभा के सदस्य (एमएलए) के रूप में कार्य करते हैं।
- इससे पहले, उन्होंने भारत की 14 वीं लोकसभा में संसद सदस्य (एमपी) का पद संभाला था।
- उनका निर्वाचन क्षेत्र मध्य प्रदेश में बैतूल है, और वे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से संबद्ध हैं।
- अपने पिता और सांसद विजय कुमार खंडेलवाल के निधन के बाद, हेमंत खंडेलवाल ने 2008 के उपचुनाव में बैतूल से सांसद के रूप में उनका स्थान लिया।
- बाद में वे 2013 में बैतूल से विधायक चुने गए और 2018 तक अपना पूरा कार्यकाल पूरा किया।
- इसके बाद वे 2023 में फिर से विधायक चुने गए और वर्तमान में विधायक के रूप में अपने निर्वाचन क्षेत्र के लोगों की सेवा कर रहे हैं।
- वे शिवराज सिंह चौहान की सरकार में राज्य कोषाध्यक्ष के पद पर थे।
- उन्होंने कानून की पढ़ाई की है और पेशे से व्यवसायी हैं। उनकी एक बेटी और एक बेटा है।
पद एवं जिम्मेदारियां:
- 2007-2009: बैतूल से सांसद (14वीं लोकसभा उपचुनाव)
- 2010-2013: बीजेपी बैतूल जिला अध्यक्ष
- 2013-2018: बैतूल विधायक
- 2014-2018: मध्य प्रदेश बीजेपी कोषाध्यक्ष
- 2021: पश्चिम बंगाल चुनाव में प्रवासी प्रभारी
- 2022: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में 15 जिलों के समन्वयक
- वर्तमान में कुशाभाऊ ठाकरे ट्रस्ट के अध्यक्ष
ये नेता भी थे दौड़ में
हेमंत खंडेलवाल के अलावा, प्रदेश अध्यक्ष की दौड़ में बैतूल के सांसद और केंद्रीय राज्य मंत्री दुर्गादास उइके, गजेंद्र पटेल, सुमेर सिंह सोलंकी और हिमाद्री सिंह का भी नाम चर्चा में था।
हालांकि, हेमंत खंडेलवाल के नाम पर सर्वसम्मति बनी।


खंडेलवाल के साथ अन्य नामों पर विचार हुआ था, लेकिन आदिवासी चेहरे और महिला उम्मीदवार के रूप में कुछ नामों पर विचार किया गया था।
इनमें केंद्रीय राज्य मंत्री दुर्गादास उइके और सांसद लता वानखेड़े का नाम प्रमुख था।
केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान की अहम भूमिका
भाजपा के राष्ट्रीय चुनाव अधिकारी व केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान की इस चुनाव में अहम भूमिका रही। वो 1 जुलाई को शाम 4 बजे भोपाल पहुंचें।
उनकी मौजूदगी में प्रदेश कार्यालय में नामांकन प्रक्रिया पूरी हुई।

चुनाव में देरी के कारण
सूत्रों के अनुसार, पार्टी के राष्ट्रीय नेतृत्व में इस पद को लेकर सहमति न बन पाने के कारण चुनाव प्रक्रिया में देरी हुई थी।
इसके अलावा, पहलगाम आतंकी हमले के बाद बनी परिस्थितियों ने भी इस प्रक्रिया को प्रभावित किया था।
हालांकि अब स्थिति सामान्य होने के साथ ही चुनाव प्रक्रिया तेजी से आगे बढ़ रही है।
राज्यों के बाद होगा राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव
अब तक 14 राज्यों में भाजपा ने प्रदेश अध्यक्ष चुन लिए हैं।
महाराष्ट्र, उत्तराखंड और पश्चिम बंगाल में चुनाव प्रक्रिया जारी है।
19 राज्यों के चुनाव पूरे होने के बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव होगा।
राष्ट्रीय अध्यक्ष पद की दौड़ में कौन?
प्रदेश अध्यक्षों के चुनाव के बाद बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए औपचारिक प्रक्रिया शुरू करेगी।
वर्तमान अध्यक्ष जेपी नड्डा का कार्यकाल जल्द ही समाप्त हो रहा है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस बार भी नड्डा को ही पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए जाने की संभावना है, लेकिन कुछ नए नाम भी चर्चा में हैं।

बीजेपी लगातार अपने संगठन को मजबूत करने में जुटी है।
राज्य स्तर पर नए नेतृत्व की नियुक्ति से पार्टी को आगामी विधानसभा और लोकसभा चुनावों में फायदा मिलेगा।
अब सभी की नजरें राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के चुनाव पर टिकी हैं, जिसकी औपचारिक घोषणा जल्द ही हो सकती है।


