HomeTrending News"मैं चुनाव नहीं लड़ूंगा", पत्नी ज्योति सिंह के साथ चल रहे विवाद...

“मैं चुनाव नहीं लड़ूंगा”, पत्नी ज्योति सिंह के साथ चल रहे विवाद के बीच पवन सिंह का बड़ा ऐलान

और पढ़ें

Nisha Rai
Nisha Rai
निशा राय, पिछले 13 सालों से मीडिया के क्षेत्र में सक्रिय हैं। इन्होंने दैनिक भास्कर डिजिटल (M.P.), लाइव हिंदुस्तान डिजिटल (दिल्ली), गृहशोभा-सरिता-मनोहर कहानियां डिजिटल (दिल्ली), बंसल न्यूज (M.P.) जैसे संस्थानों में काम किया है। माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय (भोपाल) से पढ़ाई कर चुकीं निशा की एंटरटेनमेंट और लाइफस्टाइल बीट पर अच्छी पकड़ है। इन्होंने सोशल मीडिया (ट्विटर, फेसबुक, इंस्टाग्राम) पर भी काफी काम किया है। इनके पास ब्रांड प्रमोशन और टीम मैनेजमेंट का काफी अच्छा अनुभव है।

Pawan Singh Bihar Election: भोजपुरी सिनेमा के सुपरस्टार पवन सिंह एक बार फिर चर्चा में हैं।

शनिवार को सोशल मीडिया पर एक बड़ा बयान जारी करते हुए उन्होंने कहा कि वह आगामी बिहार विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे।

यह ऐलान ऐसे समय में आया है जब उनकी पत्नी ज्योति सिंह ने राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर से मुलाकात कर अपने पक्ष को मजबूत करने की कोशिश की है।

पवन सिंह के इस फैसले ने उनकी राजनीतिक भूमिका और भविष्य को लेकर चल रही सभी अटकलों पर विराम लगा दिया है।

“पार्टी का सच्चा सिपाही”: पवन सिंह 

पवन सिंह ने अपनी पोस्ट में लिखा, “मैं पवन सिंह अपने भोजपुरिया समाज को बताना चाहता हूं कि मैंने बिहार विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए पार्टी जॉइन नहीं की थी। न ही मुझे विधानसभा चुनाव लड़ना है।”

उन्होंने अपनी पार्टी के प्रति निष्ठा जताते हुए आगे कहा, “मैं पार्टी का सच्चा सिपाही हूं और आगे भी रहूंगा।”

यह बयान महत्वपूर्ण इसलिए है क्योंकि हाल ही में दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से उनकी मुलाकात के बाद यह अटकलें तेज हो गई थीं कि बीजेपी आगामी बिहार चुनावों में उन्हें टिकट दे सकती है।

Pawan Singh, Pawan Singh BJP, Pawan Singh Jyoti Singh, Jyoti Singh, bihar election 2025, Pawan Singh Bihar Election, Pawan Singh Election, Pawan Singh Politics, Pawan Singh Controversy, Pawan Singh Song, Bhojpuri News, Pawan Singh Wife, Rise and Fall

पवन सिंह का बीजेपी में आगाज, विद्रोह और फिर वापसी

पवन सिंह का राजनीतिक सफर काफी उतार-चढ़ाव भरा रहा है:

  • 2017: पवन सिंह पहली बार भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में शामिल हुए।
  • 2024 लोकसभा चुनाव: उन्होंने पार्टी के फैसले के खिलाफ जाकर बिहार की काराकाट सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ा। इस कदम ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी।
  • बीजेपी से निष्कासन: पार्टी लाइन के विरुद्ध चुनाव लड़ने के कारण 22 मई, 2024 को बीजेपी ने उन्हें पार्टी से निकाल दिया। उस समय वह बीजेपी की प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य थे।
  • वापसी: 30 सितंबर, 2024 को बीजेपी के बिहार प्रभारी विनोद तावड़े और नेता ऋतुराज सिन्हा की मध्यस्थता से पवन सिंह ने एक बार फिर बीजेपी में वापसी की। इस दौरान उनकी उपेंद्र कुशवाहा और अमित शाह से भी मुलाकात हुई। वापसी के बाद उन्होंने कहा था, “मैं कभी बीजेपी से दूर नहीं गया था, बस परिस्थितियां अलग थीं।”

माना जा रहा था कि बीजेपी में उनकी वापसी शाहाबाद इलाके (भोजपुर, बक्सर, रोहतास, कैमूर) की 22 विधानसभा सीटों पर पार्टी को फायदा पहुंचा सकती है, लेकिन उनके ताजा बयान ने इन संभावनाओं को नई दिशा दे दी है।

पत्नी ज्योति सिंह की प्रशांत किशोर से मुलाकात

पवन सिंह के ऐलान से ठीक एक दिन पहले शुक्रवार को उनकी पत्नी ज्योति सिंह ने ‘जन सुराज’ के संस्थापक और चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर से दिल्ली में 20 मिनट तक मुलाकात की।

इस मुलाकात के बाद ज्योति सिंह ने कहा, “मेरे साथ अन्याय हुआ है। ऐसा किसी और महिला के साथ नहीं होना चाहिए।”

यह मुलाकात बेहद अहम मानी जा रही है क्योंकि प्रशांत किशोर बिहार की राजनीति में गहरी पैठ रखते हैं और उनके पास महिला मतदाताओं को प्रभावित करने की क्षमता है।

ऐसा लग रहा कि ज्योति सिंह अपनी लड़ाई को केवल एक पारिवारिक विवाद से आगे बढ़ाकर एक सार्वजनिक और राजनीतिक मुद्दा बनाना चाहती हैं।

जानिए पवन सिंह के बारे में

  • उम्र- 39 वर्ष
  • जन्म- 5 जनवरी, 1986
  • पता- आरा, बिहार
  • पेशा- अभिनेता, गायक, संगीतकार और संगीत निर्देशक

पवन सिंह बनाम ज्योति सिंह: शादी और विवाद की शुरुआत

पवन सिंह और ज्योति सिंह के रिश्तों में खटपट कोई नई बात नहीं है, लेकिन हाल के दिनों में यह विवाद और भी तीखा हो गया है।

  • पवन सिंह की पहली शादी 2014 में नीलम सिंह से हुई थी, जिन्होंने एक साल बाद आत्महत्या कर ली।
  • 6 मार्च, 2018 को पवन सिंह ने ज्योति सिंह से बलिया, उत्तर प्रदेश में शादी की।
  • शादी के कुछ ही महीनों बाद दोनों के बीच मतभेद शुरू हो गए। ज्योति ने पवन पर गर्भपात करने के लिए दबाव डालने और जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया।
  • 2021 में पवन सिंह ने आरा के एक पारिवारिक अदालत में ज्योति से तलाक के लिए अर्जी दी। यह मामला अभी लंबित है।

Pawan Singh, Pawan Singh BJP, Pawan Singh Jyoti Singh, Jyoti Singh, bihar election 2025, Pawan Singh Bihar Election, Pawan Singh Election, Pawan Singh Politics, Pawan Singh Controversy, Pawan Singh Song, Bhojpuri News, Pawan Singh Wife, Rise and Fall

पवन सिंह से लखनऊ में मिली ज्योति

5 अक्टूबर को ज्योति सिंह पवन सिंह के लखनऊ स्थित फ्लैट पर पहुंचीं।

दोनों के बीच डेढ़ घंटे तक बातचीत हुई। बातचीत के बाद पवन सिंह वहां से चले गए, लेकिन ज्योति वहीं रुकी रहीं।

बाद में पुलिस की मौजूदगी में बवाल हुआ। ज्योति ने एक इमोशनल वीडियो बनाकर कहा, “अब इस घर से मेरी लाश ही निकलेगी। उन्होंने मुझे डिटेन और प्रताड़ित किया है।”

ज्योति के नए आरोप

  • चुनाव प्रचार के दौरान दूसरी महिला के साथ संबंध: ज्योति ने दावा किया कि लोकसभा चुनाव के दौरान जब वह पवन सिंह के लिए प्रचार कर रही थीं, तब पवन सिंह किसी दूसरी महिला के साथ होटल में रहते थे।
  • घर में कैद और प्रताड़ना: उन्होंने आरोप लगाया कि जब वह अपने पति के घर गईं तो उन्हें डिटेन करके प्रताड़ित किया गया।

पवन सिंह का जवाब

6 अक्टूबर को पवन सिंह ने सोशल मीडिया पर ये जवाब दिया:

  • उन्होंने ज्योति का सम्मानपूर्वक स्वागत किया और करीब डेढ़ घंटे बातचीत हुई।
  • उन्होंने आरोप लगाया कि ज्योति की केवल एक ही मांग है कि उन्हें किसी भी तरह चुनाव लड़वाया जाए, जो कि उनके बस की बात नहीं है।
  • उन्होंने पुलिस बुलाने के आरोप खारिज करते हुए कहा कि पुलिस वहां सुरक्षा के लिए पहले से मौजूद थी ताकि किसी तरह की अनहोनी न हो।

पवन सिंह ने की प्रेस कॉन्फ्रेंस

8 अक्टूबर को पवन सिंह ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके ये सवाल उठाया कि ज्योति को चुनाव से ठीक पहले ही “अपनापन” क्यों याद आता है।

उन्होंने इशारों में कहा कि यह सब विधायक बनने की इच्छा से प्रेरित है।

राजनीति और निजी जीवन का उलझा गठजोड़

पवन सिंह का विधानसभा चुनाव न लड़ने का फैसला एक सूझबूझ भरा राजनीतिक कदम लगता है।

एक तरफ जहां वह पार्टी के प्रति अपनी वफादारी साबित करके अपनी राजनीतिक जमीन मजबूत करना चाहते हैं, वहीं दूसरी तरफ वह पारिवारिक विवाद से उपजे संकट से भी बचना चाहते हैं।

अब यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या पवन सिंह “पार्टी के सिपाही” की भूमिका में सफल हो पाते हैं और क्या ज्योति सिंह अपनी ‘न्याय’ की लड़ाई को एक राजनीतिक मंच दे पाती हैं।

- Advertisement -spot_img