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दशहरे के लिए तैयार भोपाल: रावण दहन के लिए बदले ट्रैफिक रूट, जानें किन घाटों पर होगा दुर्गा विसर्जन

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Nisha Rai
Nisha Rai
निशा राय, पिछले 13 सालों से मीडिया के क्षेत्र में सक्रिय हैं। इन्होंने दैनिक भास्कर डिजिटल (M.P.), लाइव हिंदुस्तान डिजिटल (दिल्ली), गृहशोभा-सरिता-मनोहर कहानियां डिजिटल (दिल्ली), बंसल न्यूज (M.P.) जैसे संस्थानों में काम किया है। माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय (भोपाल) से पढ़ाई कर चुकीं निशा की एंटरटेनमेंट और लाइफस्टाइल बीट पर अच्छी पकड़ है। इन्होंने सोशल मीडिया (ट्विटर, फेसबुक, इंस्टाग्राम) पर भी काफी काम किया है। इनके पास ब्रांड प्रमोशन और टीम मैनेजमेंट का काफी अच्छा अनुभव है।

Bhopal Dussehra Traffic Diversion: भोपाल शहर दशहरा पर्व की धूमधाम और उल्लास के साथ-साथ यातायात और सुरक्षा की बड़ी तैयारियों में जुटा हुआ है।

इस साल शहर के दस से अधिक स्थानों पर शाम 5 बजे से रात 11 बजे तक रावण दहन का आयोजन किया जाएगा, जिसके चलते शहर के कई मुख्य मार्गों पर यातायात प्रभावित होगा।

वहीं, दूसरी ओर दुर्गा प्रतिमाओं के विसर्जन की भी विस्तृत व्यवस्था की गई है।

आइए, जानते हैं कि राजधानी भोपाल में कैसा रहेगा दशहरा के दौरान ट्रैफिक व्यवस्था…

रावण दहन के कारण यातायात में बदलाव: जानें कौन-से रूट होंगे प्रभावित

दशहरा के अवसर पर शहर के प्रमुख दशहरा मैदानों जैसे टीटी नगर, बंजारी, छोला, बिट्टन मार्केट, एमवीएम, गोविंदपुरा भेल, कलियासोत एडवेंचर ग्राउंड, बैरागढ़, जंबूरी मैदान और सलैया आदि स्थानों पर रावण दहन कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।

इन स्थानों पर भारी भीड़ के कारण यातायात का दबाव बढ़ेगा, इसलिए प्रशासन ने कई मार्गों को परिवर्तित करने और वैकल्पिक मार्गों की व्यवस्था की है।

  1. टीटी नगर दशहरा मैदान: इस क्षेत्र से गुजरने वाले वाहन चालकों को सलाह दी गई है कि वे बाणगंगा से रोशनपुरा, प्लेटिनम प्लाजा चौराहा से जवाहर चौक की ओर से आवागमन करें।
  2. बंजारी दशहरा मैदान: बंजारी चौराहे से दानिश हिल्स की ओर जाने वाले वाहन सर्वधर्म चौराहा से अमरनाथ कालोनी होते हुए दानिश हिल्स पहुंच सकेंगे।
  3. बिट्टन मार्केट दशहरा मैदान: यहां सड़क किनारे पार्किंग के कारण यातायात दबाव अधिक रहेगा। वाहन चालकों को सुभाष स्कूल चौराहा से राजीव गांधी चौराहा तक के मार्ग से बचने की सलाह दी गई है। इसके बजाय, राजीव गांधी चौराहा से आने वाले वाहन कोलार गेस्ट हाउस तिराहा से चूनाभट्टी चौराहा, बाबा नगर/बंसल तिराहा, शाहपुरा, रानी अवंती बाई चौराहा, हनुमान मंदिर, साढ़े दस नंबर चौराहा होकर आवागमन कर सकते हैं।
  4. गोविंदपुरा भेल दशहरा मैदान: यहां यातायात के अधिक दबाव की संभावना है। वैकल्पिक मार्ग के तौर पर, एमपी नगर चेतक ब्रिज से अवधपुरी जाने वाले वाहन गोविंदपुरा टर्निंग से नर्मदा क्लब और कस्तूरबा स्कूल होकर अवधपुरी जा सकेंगे। इसी तरह, चेतक ब्रिज उतार से बाएं मुड़कर सुभाष विश्रामगृह तिराहा से प्रभात चौराहा होकर रायसेन रोड से अवधपुरी पहुंचा जा सकेगा।
  5. बैरागढ़ दशहरा मैदान: भोपाल से सीहोर की ओर जाने वाले वाहन चालकों के लिए लालघाटी से गांधी नगर, मुबारकपुर जोड़, खजूरी बायपास फंदा वाले मार्ग का विकल्प सुझाया गया है।

विजय जुलूस का मार्ग

बांके बिहारी मंदिर (मारवाड़ी रोड) से निकलने वाली श्री रामविजय रथ यात्रा गुरुवार को शाम 5 बजे शुरू होगी।

यह जुलूस चिंतामन चौराहा, यूनानी सफाखाना, सुल्तानिया रोड, घोड़ा नक्कास, छोटे भैया चौराहा, नादरा बस स्टैंड, छोला रोड, अग्रवाल धर्मशाला होते हुए विजय भूमि छोला दशहरा मैदान तक जाएगी।

इस मार्ग पर यातायात में रुकावट की संभावना है।

भारी वाहनों पर प्रतिबंध

इसके अलावा, 2 अक्टूबर को दोपहर 2 बजे से शहर में किसी भी प्रकार के अनुमति प्राप्त भारी वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा।

यह प्रतिबंध खजूरी बायपास, मुबारकपुर चौराहा, नया बायपास लांबाखेड़ा, भानपुर, बेस्टप्राइज, करोंद चौराहा, लालघाटी, प्रभात पेट्रोल पंप चौराहा, जिंसी चौराहा, हबीबगंज नाका, मिसरोद 11 मील जैसे प्रवेश बिंदुओं पर लागू होगा।

हालांकि, आकस्मिक सेवाओं जैसे एंबुलेंस और फायर ब्रिगेड के वाहनों के लिए सभी मार्ग खुले रहेंगे।

दुर्गा विसर्जन की व्यवस्था: क्रेन से लेकर कुंड तक

दशहरा उत्सव के बाद दुर्गा प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए भी प्रशासन ने पुख्ता इंतजाम किए हैं।

भोपाल में लगभग 7,000 से अधिक छोटी-बड़ी मूर्तियों का विसर्जन किया जाएगा, जो बुधवार से शुरू होकर अगले तीन दिनों तक चलेगा।

विसर्जन के लिए शहर के 8 घाटों खटलापुरा, प्रेमपुरा, बैरागढ़, हथाईखेड़ा, शाहपुरा, आर्च ब्रिज, मालीखेड़ी, और सीहोर नाका  को चिन्हित किया गया है।

इसके अतिरिक्त अनंतपुरा, ईटखेड़ी और नरोन्हा सांकल पर भी विसर्जन होगा।

  1. बड़ी मूर्तियों के लिए क्रेन की व्यवस्था: प्रत्येक घाट पर बड़ी प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए क्रेन और जेसीबी की व्यवस्था की गई है, ताकि विसर्जन सुरक्षित और व्यवस्थित तरीके से हो सके।
  2. छोटी मूर्तियों के लिए कुंड: छोटी प्रतिमाओं को घाटों पर ही बनाए गए विशेष कुंडों में विसर्जित किया जाएगा। इससे घाटों पर भीड़ और पानी में गंदगी कम करने में मदद मिलेगी।
  3. सुरक्षा के इंतजाम: घाटों के आसपास बेरिकेडिंग की गई है ताकि लोग पानी में अनियंत्रित ढंग से न उतर सकें। सुरक्षा के लिहाज से प्रत्येक घाट पर पुलिस कर्मी, गोताखोर और लाइफ जैकेट की भी व्यवस्था रहेगी।
  4. निगरानी: एक कंट्रोल रूम के माध्यम से पूरे शहर पर नजर रखी जाएगी। अगर कोई समूह बिना अनुमति के चल समारोह के रूप में प्रतिमा लेकर जा रहा होगा, तो उसे रोका जाएगा। खटलापुरा घाट जैसे स्थानों पर अधिकारी यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि केवल वही मूर्तियाँ विसर्जित हों, जिनकी व्यवस्था पहले से की गई है। अधिक बड़ी मूर्तियों को प्रेमपुरा घाट की ओर रवाना किया जाएगा।

इन सभी व्यवस्थाओं को सुचारू रूप से चलाने के लिए करीब 5,000 अधिकारियों और कर्मचारियों को तैनात किया गया है, जो सुरक्षा, सफाई और विसर्जन प्रक्रिया की निगरानी करेंगे।

भोपाल प्रशासन ने दशहरा पर्व को सुरक्षित, व्यवस्थित और उल्लासपूर्ण बनाने के लिए हर संभव तैयारी की है।

यातायात डायवर्जन से लेकर विसर्जन तक की गई इन व्यवस्थाओं का उद्देश्य नागरिकों को किसी भी प्रकार की असुविधा न होने देना है।

ऐसे में, नागरिकों से अपेक्षा है कि वे प्रशासन के निर्देशों का पालन करें, वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करें और सार्वजनिक सुरक्षा में अपना योगदान दें।

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