भोपाल। मनाली का केडी विला होटल जिसका कमरा नंबर 302 अपने नाम के मुताबिक ही कानून की दफा 302 यानी कत्ल की संगीन वारदात का गवाह बना।
जी हां, इस मनाली के कमरा नंबर तीन सौ दो में भोपाल की रहने वाली शीतल कौशल नाम की युवती कत्ल कर दी गई। शीतल को मौत के घाट उतारने वाला कोई और नहीं उसी का दोस्त विनोद ठाकुर है।
विनोद ने ना केवल शीतल को मौत के घाट उतारा बल्कि उसकी लाश को सूटकेस में भरकर ठिकाने भी लगाने वाला था, लेकिन होटल स्टाफ को शक हुआ और विनोद धर लिया गया।
इस संगीन वारदात के पीछे प्यार और धोखे की दास्तान सामने आई है। बताते चलें कि 23 साल की शीतल अपने माता-पिता के साथ भोपाल के शाहपुरा इलाके में रहती थी। शीतल के पिता ऑटो रिक्शा चलाते हैं और भाई रोहित ट्रेवल्स का काम करता है।
पुलिस की तफ्तीश में जो सामने आया उसके मुताबिक शीतल 5 मई को अचानक गायब हो गई जिसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट उसके परिवारवालों ने थाने में दर्ज कराई थी। शीतल के भाई ने बताया कि विनोद पैसों के लिए उसकी बहन को परेशान कर रहा था।
इधर मनाली में विनोद ठाकुर की गिरफ्तारी के बाद जो पता चला वो ये कि 13 मई को शीतल को लेकर हरियाणा निवासी विनोद ठाकुर होटल केडी विला में रूका और जब वो अकेले चेक आउट करने लगा तो होटल स्टाफ को शक हुआ क्योंकि बैग भारी था।
पुलिस बुलाई गई और जब बैग खुला तो विनोद का जुर्म खुद-ब-खुद बाहर आ गया। विनोद ने शीतल को कैसे मारा, क्यों उसकी जान ली? इसका खुलासा फिलहाल नहीं हो सका है।
पुलिस सभी बिंदुओं पर बारीकी से पड़ताल कर रही है, लेकिन इस वारदात ने सभी को हिलाकर रख दिया है। साथ ही प्यार और भरोसे जैसे लफ्जों को भी शर्मसार किया है।
ये घटना दुखद भी है और सबक भी उन लड़कियों के लिए जो प्यार और भरोसे की चाह में विनोद सरीखे दरिंदों की शिकार होती हैं और बदले में उन्हें मिलता है तो सिर्फ धोखा।
बड़े बुजुर्ग यूं ही नहीं कहते जमाना खराब है…