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भोपाल मेट्रो: 21 दिसंबर से आधी-अधूरी सुविधाओं के साथ शुरुआत, पार्किंग-कनेक्टिविटी बनेगी चुनौती

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Nisha Rai
Nisha Rai
निशा राय, पिछले 13 सालों से मीडिया के क्षेत्र में सक्रिय हैं। इन्होंने दैनिक भास्कर डिजिटल (M.P.), लाइव हिंदुस्तान डिजिटल (दिल्ली), गृहशोभा-सरिता-मनोहर कहानियां डिजिटल (दिल्ली), बंसल न्यूज (M.P.) जैसे संस्थानों में काम किया है। माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय (भोपाल) से पढ़ाई कर चुकीं निशा की एंटरटेनमेंट और लाइफस्टाइल बीट पर अच्छी पकड़ है। इन्होंने सोशल मीडिया (ट्विटर, फेसबुक, इंस्टाग्राम) पर भी काफी काम किया है। इनके पास ब्रांड प्रमोशन और टीम मैनेजमेंट का काफी अच्छा अनुभव है।

Bhopal Metro Start Date: लंबे इंतजार के बाद भोपाल मेट्रो सेवा का कमर्शियल रन 21 दिसंबर से शुरू होने जा रहा है।

हालांकि, यह शुरुआत कई मायनों में अधूरी है, क्योंकि अधिकांश स्टेशनों पर अभी भी निर्माण कार्य जारी है और यात्रियों के लिए पार्किंग व मल्टी-मॉडल कनेक्टिविटी जैसी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध नहीं हैं।

मध्य प्रदेश सरकार द्वारा घोषित इस तिथि पर मेट्रो सेवा शुरू तो हो जाएगी, लेकिन यात्रियों को पूर्ण सुविधाएं मिलने में अभी कम से कम दो से तीन महीने का समय और लगेगा।

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किन सुविधाओं के साथ होगी मेट्रो की शुरुआत?

21 दिसंबर को भोपाल मेट्रो बेसिक सुविधाओं के साथ ही चलना शुरू करेगी।

इनमें लिफ्ट, एस्केलेटर, सीढ़ियां, एआई सीसीटीवी, कोच में स्मार्ट लाइटिंग, मैनुअल टिकटिंग, दिव्यांगजनों के लिए स्वचालित दरवाजे, आपातकालीन संपर्क प्रणाली, अलग-अलग शौचालय, यात्री सूचना प्रदर्शन प्रणाली, ऑडियो घोषणाएं, कस्टमर केयर सेंटर, साइकिल डेक और पिक-अप व ड्रॉप पॉइंट शामिल हैं।

हालांकि, यातायात के एकीकरण और आसान पहुंच के लिए जरूरी मल्टी-मॉडल कनेक्टिविटी की सुविधाएं, जैसे कि व्यवस्थित पार्किंग, फीडर बस सेवा, बस बे और आईटीपी (इंटीग्रेटेड ट्रांसपोर्ट हब) अभी शुरू नहीं हो पाई हैं।

इसका सीधा असर यह होगा कि यात्रियों के लिए मेट्रो स्टेशन तक पहुंचना और वहां गाड़ी खड़ा करना एक बड़ी समस्या बना रहेगा।

प्रायोरिटी कॉरिडोर और स्टेशनों की स्थिति

भोपाल मेट्रो का पहला चरण प्रायोरिटी कॉरिडोर लगभग 6.22 किलोमीटर लंबा है, जिसमें कुल 8 स्टेशन शामिल हैं:

सुभाष नगर, केंद्रीय विद्यालय, बोर्ड ऑफिस (डीबी मॉल), एमपी नगर, रानी कमलापति (आरकेएमपी), डीआरएम तिराहा, अलकापुरी और एम्स।

  1. सुभाष नगर स्टेशन: यहां काम लगभग पूरा है, लेकिन पार्किंग की कोई व्यवस्था नहीं है। स्टेशन के नीचे सड़क का काम पूरा हो गया है।
  2. बोर्ड ऑफिस स्टेशन: फिनिशिंग का काम चल रहा है। पार्किंग के लिए अलग जगह बनाई जा रही है। मॉल की तरफ जाने वाला रास्ता अभी पूरा नहीं हुआ है।
  3. एमपी नगर स्टेशन: यहां पेविंग ब्लॉक लगाने और सफाई का काम चल रहा है। पार्किंग के लिए सड़क के दूसरी ओर जगह तलाशी जा रही है, जिससे यात्रियों को सड़क पार करनी पड़ सकती है।
  4. रानी कमलापति (आरकेएमपी) स्टेशन: स्टेशन तैयार है, लेकिन यहां अधिक यात्राओं की उम्मीद है। पार्किंग न होने से सड़क किनारे वाहन खड़े करने की समस्या उत्पन्न हो सकती है। प्रशासन रेलवे स्टेशन की पार्किंग का उपयोग करने की प्रक्रिया में है।
  5. डीआरएम तिराहा स्टेशन: स्टेशन का ढांचा तैयार है, फिनिशिंग बाकी है। सड़क की मरम्मत का काम जारी है। स्टेशन का दूसरा हिस्सा अभी अधूरा है।
  6. अलकापुरी स्टेशन: यहां प्लेटफॉर्म और सड़क दोनों का काम अधूरा है। इसे पूरा होने में दो से तीन महीने का समय लग सकता है।
  7. एम्स स्टेशन: एम्स की तरफ का गेट तैयार है, लेकिन साकेत नगर की ओर का गेट अभी बन रहा है। पार्किंग की समस्या यहां भी बनी हुई है, हालांकि प्रबंधन ने पार्किंग के लिए जगह का दावा किया है।

यात्रा शुल्क और शुरुआती ऑफर

मेट्रो सेवा के शुरू होने के बाद पहले सात दिनों तक यात्री मुफ्त में मेट्रो का सफर कर सकेंगे।

इसके बाद अगले तीन महीनों तक किराए पर क्रमशः 75%, 50% और 25% की छूट दी जाएगी।

इस पहल का उद्देश्य लोगों को मेट्रो सेवा का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित करना है।

एक बार में तीन कोच वाली मेट्रो ट्रेन लगभग 750 यात्रियों को ले जाने की क्षमता रखती है, जिसमें प्रत्येक कोच में 250 यात्री यात्रा कर सकते हैं।

यात्री संख्या बढ़ने पर अधिक ट्रेनें चलाने की तैयारी है।

सुरक्षा मंजूरी और भविष्य की योजनाएं

कमिश्नर ऑफ मेट्रो रेल सेफ्टी (CMRS) से इस प्राथमिकता कॉरिडोर के लिए सुरक्षा का ग्रीन सिग्नल मिल चुका है, जिसके बाद ही कमर्शियल संचालन की तिथि तय की गई है।

सेवा शुरू होने के बाद भी स्टेशनों पर बाहरी निर्माण और फिनिशिंग का काम लगभग दो महीने तक जारी रहेगा।

भोपाल मेट्रो का यह शुरुआती चरण शहर के लिए एक बड़ा बदलाव लाने वाला है, भले ही यह कुछ चुनौतियों के साथ शुरू हो रहा हो।

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आने वाले महीनों में जब सभी सुविधाएं पूरी तरह से चालू हो जाएंगी, तो यह भोपाल के नागरिकों के लिए एक सुविधाजनक और तेज यातायात का विकल्प बन सकेगी।

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