Bhopal Metro Start Date: लंबे इंतजार के बाद भोपाल मेट्रो सेवा का कमर्शियल रन 21 दिसंबर से शुरू होने जा रहा है।
हालांकि, यह शुरुआत कई मायनों में अधूरी है, क्योंकि अधिकांश स्टेशनों पर अभी भी निर्माण कार्य जारी है और यात्रियों के लिए पार्किंग व मल्टी-मॉडल कनेक्टिविटी जैसी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध नहीं हैं।
मध्य प्रदेश सरकार द्वारा घोषित इस तिथि पर मेट्रो सेवा शुरू तो हो जाएगी, लेकिन यात्रियों को पूर्ण सुविधाएं मिलने में अभी कम से कम दो से तीन महीने का समय और लगेगा।

किन सुविधाओं के साथ होगी मेट्रो की शुरुआत?
21 दिसंबर को भोपाल मेट्रो बेसिक सुविधाओं के साथ ही चलना शुरू करेगी।
इनमें लिफ्ट, एस्केलेटर, सीढ़ियां, एआई सीसीटीवी, कोच में स्मार्ट लाइटिंग, मैनुअल टिकटिंग, दिव्यांगजनों के लिए स्वचालित दरवाजे, आपातकालीन संपर्क प्रणाली, अलग-अलग शौचालय, यात्री सूचना प्रदर्शन प्रणाली, ऑडियो घोषणाएं, कस्टमर केयर सेंटर, साइकिल डेक और पिक-अप व ड्रॉप पॉइंट शामिल हैं।
हालांकि, यातायात के एकीकरण और आसान पहुंच के लिए जरूरी मल्टी-मॉडल कनेक्टिविटी की सुविधाएं, जैसे कि व्यवस्थित पार्किंग, फीडर बस सेवा, बस बे और आईटीपी (इंटीग्रेटेड ट्रांसपोर्ट हब) अभी शुरू नहीं हो पाई हैं।
इसका सीधा असर यह होगा कि यात्रियों के लिए मेट्रो स्टेशन तक पहुंचना और वहां गाड़ी खड़ा करना एक बड़ी समस्या बना रहेगा।
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The much awaited Bhopal Metro Orange Line priority corridor will be inaugurated by Hon’ble Prime Minister Narendra Modi on 21st December 2025.
The metro will operate on a 6.2 km… pic.twitter.com/qVgRInIYSK
— Infra News India (INI) (@TheINIofficial) December 10, 2025
प्रायोरिटी कॉरिडोर और स्टेशनों की स्थिति
भोपाल मेट्रो का पहला चरण प्रायोरिटी कॉरिडोर लगभग 6.22 किलोमीटर लंबा है, जिसमें कुल 8 स्टेशन शामिल हैं:
सुभाष नगर, केंद्रीय विद्यालय, बोर्ड ऑफिस (डीबी मॉल), एमपी नगर, रानी कमलापति (आरकेएमपी), डीआरएम तिराहा, अलकापुरी और एम्स।
- सुभाष नगर स्टेशन: यहां काम लगभग पूरा है, लेकिन पार्किंग की कोई व्यवस्था नहीं है। स्टेशन के नीचे सड़क का काम पूरा हो गया है।
- बोर्ड ऑफिस स्टेशन: फिनिशिंग का काम चल रहा है। पार्किंग के लिए अलग जगह बनाई जा रही है। मॉल की तरफ जाने वाला रास्ता अभी पूरा नहीं हुआ है।
- एमपी नगर स्टेशन: यहां पेविंग ब्लॉक लगाने और सफाई का काम चल रहा है। पार्किंग के लिए सड़क के दूसरी ओर जगह तलाशी जा रही है, जिससे यात्रियों को सड़क पार करनी पड़ सकती है।
- रानी कमलापति (आरकेएमपी) स्टेशन: स्टेशन तैयार है, लेकिन यहां अधिक यात्राओं की उम्मीद है। पार्किंग न होने से सड़क किनारे वाहन खड़े करने की समस्या उत्पन्न हो सकती है। प्रशासन रेलवे स्टेशन की पार्किंग का उपयोग करने की प्रक्रिया में है।
- डीआरएम तिराहा स्टेशन: स्टेशन का ढांचा तैयार है, फिनिशिंग बाकी है। सड़क की मरम्मत का काम जारी है। स्टेशन का दूसरा हिस्सा अभी अधूरा है।
- अलकापुरी स्टेशन: यहां प्लेटफॉर्म और सड़क दोनों का काम अधूरा है। इसे पूरा होने में दो से तीन महीने का समय लग सकता है।
- एम्स स्टेशन: एम्स की तरफ का गेट तैयार है, लेकिन साकेत नगर की ओर का गेट अभी बन रहा है। पार्किंग की समस्या यहां भी बनी हुई है, हालांकि प्रबंधन ने पार्किंग के लिए जगह का दावा किया है।
Bhopal Metro’s 7.5 km Priority Corridor (with 8 Stations) is Set to Start Operations Next Month. Total Project Cost – ₹6,941 crore. Construction started in 2019.
With this, Madhya Pradesh will have metro services in two cities — Bhopal & Indore. pic.twitter.com/vjOGVIo9nO
— Gems (@gemsofbabus_) October 7, 2025
यात्रा शुल्क और शुरुआती ऑफर
मेट्रो सेवा के शुरू होने के बाद पहले सात दिनों तक यात्री मुफ्त में मेट्रो का सफर कर सकेंगे।
इसके बाद अगले तीन महीनों तक किराए पर क्रमशः 75%, 50% और 25% की छूट दी जाएगी।
इस पहल का उद्देश्य लोगों को मेट्रो सेवा का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित करना है।
एक बार में तीन कोच वाली मेट्रो ट्रेन लगभग 750 यात्रियों को ले जाने की क्षमता रखती है, जिसमें प्रत्येक कोच में 250 यात्री यात्रा कर सकते हैं।
यात्री संख्या बढ़ने पर अधिक ट्रेनें चलाने की तैयारी है।
BHOPAL METRO CLEARS CMRS APPROVAL — LAUNCH DEC 13 WITH FREE RIDES!
With full CMRS approval, the Subhash Nagar ↔ AIIMS Priority Corridor is ready. PM Modi likely to flag it off — a game-changing milestone in MP’s infrastructure growth.
10 modern 3-coach trains |… pic.twitter.com/csBiK14fi1
— Bhopal Development Index (@BhopalIndex) December 6, 2025
सुरक्षा मंजूरी और भविष्य की योजनाएं
कमिश्नर ऑफ मेट्रो रेल सेफ्टी (CMRS) से इस प्राथमिकता कॉरिडोर के लिए सुरक्षा का ग्रीन सिग्नल मिल चुका है, जिसके बाद ही कमर्शियल संचालन की तिथि तय की गई है।
सेवा शुरू होने के बाद भी स्टेशनों पर बाहरी निर्माण और फिनिशिंग का काम लगभग दो महीने तक जारी रहेगा।
भोपाल मेट्रो का यह शुरुआती चरण शहर के लिए एक बड़ा बदलाव लाने वाला है, भले ही यह कुछ चुनौतियों के साथ शुरू हो रहा हो।

आने वाले महीनों में जब सभी सुविधाएं पूरी तरह से चालू हो जाएंगी, तो यह भोपाल के नागरिकों के लिए एक सुविधाजनक और तेज यातायात का विकल्प बन सकेगी।


