Grenade Explosion Mock Drill: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के 25वीं बटालियन में गुरुवार 15 मई को हुई मॉक ड्रिल के दौरान एक बड़ा हादसा हो गया।
सुरक्षा अभ्यास के दौरान एक हैंड ग्रेनेड के अचानक फटने से दो जवान गंभीर रूप से घायल हो गए।
घायल जवानों को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है।
क्या है ग्रेनेड
- हथगोला (हंड ग्रेनेड) बारूद आधारित हथियार है जो फेकने के थोड़ी देर बाद फटता है।
- मूल रूप से युद्ध में ये हथगोला फेकने में दक्ष सैनिक-टोली का यह काम होता था।
- किन्तु वर्तमान समय में हथगोले राइफल से फेके जाते हैं या इसी काम के लिये विशेष रूप से डिजाइन किये हुए ‘ग्रेनेड-लांचर’ से फेके जाते हैं।
कैसे फटा ग्रेनेड
दरअसल, मॉक ड्रिल के अभ्यास में इस्तेमाल किया जा रहा एक ग्रेनेड अचानक फट गया।
विस्फोट की तेज आवाज से वहाँ मौजूद लोगों में दहशत फैल गई।
घटना में प्रधान आरक्षक विशाल सिंह और आरक्षक संतोष कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए।
घायलों की हालत
दोनों पुलिसकर्मियों को भोपाल के बंसल अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
मेडिकल टीम के अनुसार, विशाल सिंह की हालत नाजुक बताई जा रही है, जबकि संतोष कुमार का इलाज जारी है।
डॉक्टरों की एक विशेष टीम उनके उपचार में लगी हुई है।
जांच के आदेश
इस घटना के बाद पुलिस मुख्यालय ने तुरंत जाँच के आदेश दिए हैं। ए
क उच्चस्तरीय जांच समिति बनाई जा सकती है, जो यह पता लगाएगी कि मॉक ड्रिल के दौरान सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन क्यों नहीं हुआ।
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, ग्रेनेड के गलत तरीके से इस्तेमाल या खराबी के कारण यह हादसा हुआ हो सकता है।
मॉक ड्रिल क्यों आवश्यक है?
मॉक ड्रिल सुरक्षा बलों के लिए एक महत्वपूर्ण प्रशिक्षण होता है, जिसमें आपातकालीन स्थितियों का अभ्यास किया जाता है।
इसका मुख्य उद्देश्य जवानों को वास्तविक हमलों या खतरों के लिए तैयार करना होता है।
हाल के दिनों में पड़ोसी देश पाकिस्तान की तरफ से बढ़ते सुरक्षा खतरों को देखते हुए मध्य प्रदेश पुलिस लगातार ऐसे अभ्यास कर रही थी।
अधिकारियों की प्रतिक्रिया
घटना के बाद पुलिस अधिकारियों ने मामले को गंभीरता से लिया है और पूरी घटना की जांच का आश्वासन दिया है।
साथ ही, भविष्य में ऐसी दुर्घटनाओं को रोकने के लिए सख्त सुरक्षा दिशा-निर्देशों का पालन सुनिश्चित किया जाएगा।