Homeन्यूजभोपाल के सबसे बड़े कलंक को हटवायेंगे सासंद आलोक शर्मा

भोपाल के सबसे बड़े कलंक को हटवायेंगे सासंद आलोक शर्मा

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Prashant Sharma
Prashant Sharma
प्रशांत शर्मा, 15 सालों से पत्रकारिता में हैं। शुरुआत साधना न्यूज एमपी-सीजी से हुई। इसके बाद प्रदेश टुडे के फाउंडर मेंबर रहे। प्रदेश टुडे के बाद न्यूज एक्सप्रेस एमपी-सीजी चैनल की लॉन्चिंग टीम के साथ बतौर क्राइम रिपोटर जुड़े रहे। इसके बाद लंबी पारी नेशनल और रीजनल चैनल इंडिया न्यूज में रही। कुछ दिन न्यूज वर्ल्ड चैनल में दमदार रिपोर्टिंग करने के बाद मृदुभाषी अखबार में संपादक की भमिका में रहे। फिलहाल चौथा खंभा टीम के साथ मिलकर दमदारी से पत्रकारिता कर रहे हैं।

भोपाल। भोपाल लोकसभा से पांच लाख वोटों से जीत हासिल करने वाले आलोक शर्मा ने भोपालवासियों के हित के लिए एक बड़ा प्रण ले लिया है।

आलोक शर्मा का कहना है कि भोपाल के ओल्ड सिटी स्थित यूनियन कार्बाइड फैक्ट्री को वहां से हटवाने का काम सबसे पहले किया जायेगा।

इसके अंदर अभी भी कुछ गैस बची हुई है जिसको वैज्ञानिक तरीके से हटवाया जायेगा। साथ ही वहां मौजूद फैक्ट्री के हिस्सों को हटवाकर भोपालवासियों के लिए सुंदर पार्क बनवाया जायेगा।

गौरतलब है कि आलोक शर्मा जब भोपाल के महापौर थे तब भोपाल के लिए सबसे बड़ी चुनौती भानपुर की कचरा खंती थी। इस खंती में पूरे शहर का कूड़ा-कचरा फेंका जाता था।

खंती भोपाल के लिए कलंक बन चुकी थी और खंती के कारण भानपुर, विदिशा रोड, अयोध्या बायपास सहित शहर के कई हिस्सों में दुर्गंध फैली रहती थी।

खंती के पास के इलाकों का पानी पीने के लिए नहीं रह गया था। लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता था।

ऐसे में जब भोपाल महापौर आलोक शर्मा बने तो उन्होंने सोच लिया था कि जल्द से जल्द इस खंती से भोपालवासियों को निजाद दिलाई जायेगी।

आलोक शर्मा ने अपने महापौर के कार्यकाल में खंती को एक सुंदर से पार्क का रूप दे दिया। साथ ही गंदगी और दुर्गंध का जो आलम फैला हुआ था, उसको भोपालवासियों से निजात दिलाई।

ऐसे ही यूनियन कार्बाइड फैक्ट्री भोपाल के लिए कलंक बनी हुई है। आलोक इसे भी जल्द से जल्द पार्क के रूप में तबदील करेंगे।

यूनियन कार्बाइड कारखाना है भोपाल का दाग –

यूनियन कार्बाइड कारखाना भोपाल का वह दाग है जो 2 दिसंबर साल 1984 में लगा था। 2-3 की दरमियानी रात को यूनियन कार्बाइड इंडिया लिमिटेड फैक्ट्री में मिथाइल आइसोसाइनेट (MIC) गैस रिसाव हुआ।

धीरे-धीरे पूरा भोपाल और आसपास के इलाके गैस की जद में आ गये। गैस रिसाव के कारण हजारों लोगों की जान चली गई। लाखों की संख्या में लोग अपाहिज हो गये। बताया जाता है कि यह भारत की सबसे औद्योगिक आपदा थी।

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