Bhopal Station FASTag Parking: भोपाल रेलवे स्टेशन पर अब यात्रियों को पार्किंग के लिए लंबी कतारों और नकद भुगतान की झंझट से मुक्ति मिलने जा रही है।
रेलवे प्रशासन ने स्टेशन की पार्किंग में फास्टैग प्रणाली को लागू करने का फैसला किया है।
इस डिजिटल कदम से न सिर्फ ट्रैफिक जाम की समस्या दूर होगी, बल्कि यात्रियों का कीमती समय भी बचेगा।
इसके साथ ही, स्टेशन पर यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए कई और नए बदलाव किए जा रहे हैं।
कैसे बदलेगा फास्टैग से अनुभव?
अभी तक भोपाल रेलवे स्टेशन की पार्किंग में प्रवेश और निकासी के लिए नकद भुगतान (कैश) का ही चलन था।
इस प्रक्रिया में वाहन चालकों और यात्रियों को लंबा इंतजार करना पड़ता था, जिससे स्टेशन के आस-पास के इलाके में वाहनों की लंबी कतारें लग जाती थीं।
फास्टैग लागू होने के बाद यह पूरी प्रक्रिया ऑटोमैटिक हो जाएगी।

वाहन के गेट से गुजरते ही पार्किंग शुल्क सीधे डिजिटल तरीके से काट लिया जाएगा, जिससे गेट पर रुकावट नहीं होगी और ट्रैफिक नहीं होगा।
यह व्यवस्था उन हज़ारों यात्रियों के लिए एक बड़ी राहत साबित होगी, जो रोजाना इस स्टेशन से यात्रा करते हैं।
यात्रियों के लिए और क्या हैं नई सुविधाएं?
भोपाल रेलवे स्टेशन पर सिर्फ फास्टैग ही नहीं, बल्कि यात्रियों की सहूलियत को देखते हुए कई अन्य सुविधाएं भी शुरू किए जा रहे हैं:
डिजिटल सूचना बोर्ड:
प्लेटफॉर्म नंबर-1 की नई इमारत पर ट्रेनों की लाइव स्थिति दिखाने के लिए डिजिटल डिस्प्ले बोर्ड लगाए जाएंगे।
इसके अलावा, हनुमान मंदिर के पास सड़क किनारे भी एक बड़ा बोर्ड लगाया जाएगा।
इसकी मदद से यात्री स्टेशन के बाहर से ही अपनी ट्रेन का सही समय और प्लेटफॉर्म नंबर जान सकेंगे, जिससे उन्हें अंदर अनावश्यक भागदौड़ नहीं करनी पड़ेगी।

स्वच्छता पर जोर:
स्टेशन परिसर को और साफ-सुथरा और व्यवस्थित बनाने के लिए यातायात विभाग के पुराने प्रीपेड बूथ को हटाया जा रहा है।
इससे स्टेशन के सामने का एरिया खुला और साफ नजर आएगा।
कर्मचारियों की यूनिफॉर्म:
स्टेशन परिसर में काम करने वाले पार्किंग और वेंडर के कर्मचारियों के लिए अब यूनिफॉर्म पहनना अनिवार्य कर दिया गया है।
इससे यात्रियों को सही कर्मचारी की आसानी से पहचान हो सकेगी और पूरे स्टेशन पर एक समान और पेशेवर वातावरण दिखेगा।

इन सभी कदमों से भोपाल रेलवे स्टेशन का नया स्वरूप यात्रियों के लिए यात्रा को और भी सुगम और आरामदायक बना देगा।



