Bhopal Road Collapse: भोपाल के बिलखिरिया इलाके में सोमवार दोपहर को एक सड़क का लगभग 100 मीटर लंबा हिस्सा अचानक धंस गया।
यह सड़क इंदौर, होशंगाबाद, जबलपुर, सागर और जयपुर जैसे प्रमुख शहरों को जोड़ती है।
घटना मंडीदीप से ईंटखेड़ी की ओर जाने वाले एक पुल के नजदीक हुई।
अच्छी बात ये रही कि जब सड़क धंसी तो वहां कोई वाहन नहीं गुजर रहा था, जिससे किसी भी तरह के जान-माल का नुकसान नहीं हुआ।
घटना के बाद, प्रशासन ने फौरन धंसी हुई लेन को यातायात के लिए बंद कर दिया और वाहनों को दूसरे रास्ते से डायवर्ट करने की व्यवस्था की।
*भोपाल के थाना सुखी सेवनियाँ अंतर्गत बिलखिरिया की ओर से आने वाले ग्राम कल्याणपुर रेलवे ब्रिज से लगभग 100 मीटर आगे पुल धंसा*❗️
♦️*राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) आधिकारिक रूप से यह स्पष्ट किया है कि उक्त मार्ग एनएचएआई के अधिकार क्षेत्र में नहीं आता है। यह सड़क मध्यप्रदेश रोड… pic.twitter.com/943StWSzhW
— KK Mishra (@KKMishraINC) October 13, 2025
NHAI ने कहा- “सड़क हमारी जिम्मेदारी नहीं”
शुरुआती जानकारी में इस सड़क और पुल को राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) से जोड़कर देखा गया, लेकिन NHAI ने जल्द ही इससे अपना पल्ला झाड़ लिया।
NHAI के एक अधिकारी ने स्पष्ट किया कि धंसने वाला हिस्सा उनके अधिकार क्षेत्र में नहीं आता, बल्कि यह सड़क मध्य प्रदेश रोड डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन (MPRDC) के अंतर्गत आती है।
इस तरह, सड़क की देखरेख और मरम्मत की जिम्मेदारी MPRDC पर आती है।
Bhopal News: भोपाल में 50 मीटर सड़क धंसी! 20 फीट गहरा गड्ढा बना, सवालों के घेरे में MPRDC@CMMadhyaPradesh @mprdc pic.twitter.com/g3ijX7VkCn
— Vijay Kumar Verma (@vijay_ibc24) October 13, 2025
जांच दल गठित
मध्य प्रदेश रोड डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन (MPRDC) ने इस मामले में तकनीकी जांच के लिए एक विशेषज्ञ दल गठित किया है।
इस जांच दल में मुख्य अभियंता बी.एस. मीणा, जीएम मनोज गुप्ता और जीएम आर.एस. चंदेल जैसे वरिष्ठ अधिकारी शामिल हैं।
इस दल का काम दीवार धंसने के सही कारणों का पता लगाना है और जल्द से जल्द अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंपना है।
MPRDC के प्रबंध संचालक भरत यादव ने कहा है कि अगर जांच में किसी भी तरह की लापरवाही या गड़बड़ी का पता चलता है, तो जिम्मेदार व्यक्तियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
घटना का वीडियो वायरल, एक पुलिसकर्मी संभाल रहा था ट्रैफिक
घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ है, जिसमें दिख रहा है कि कैसे पुल की रिटेनिंग वॉल (अवरोधक दीवार) गिर गई।
स्थानीय थाना प्रभारी रामबाबू चौधरी ने बताया कि ट्रैफिक को तुरंत डायवर्ट कर दिया गया और मौके पर पुलिस बल तैनात कर दिया गया।
हालांकि, कुछ रिपोर्ट्स में यह भी बताया गया कि भारी यातायात के बीच व्यवस्था संभालने के लिए केवल एक ही पुलिसकर्मी मौजूद था।
सड़क धंसने से बने गड्ढे की गहराई करीब 20 फीट बताई जा रही है।

मंत्री का बयान- “सड़कें रहेंगी, तब तक गड्ढे होते रहेंगे”
मध्य प्रदेश में सड़कों की खस्ता हालत और बार-बार गड्ढे बनने का मुद्दा नया नहीं है।
करीब तीन महीने पहले, राज्य के लोक निर्माण विभाग (PWD) के मंत्री राकेश सिंह ने एक विवादास्पद बयान देते हुए कहा था कि अभी तक दुनिया में ऐसी कोई तकनीक नहीं आई है, जो यह गारंटी दे सके कि सड़क में कभी गड्ढा ही नहीं बनेगा।
उन्होंने कहा, “जब तक सड़कें रहेंगी, तब तक गड्ढे होते रहेंगे।”
हालांकि, उन्होंने यह भी माना कि समस्या तब गंभीर हो जाती है, जब चार साल तक चलने वाली सड़क में छह महीने के भीतर ही गड्ढे दिखने लगें।
इस घटना ने एक बार फिर से मध्य प्रदेश में सड़कों की गुणवत्ता और उनके रखरखाव को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं।


