BJP leader Suicide Attempt: भोपाल में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के एक युवा नेता ने एक अश्लील वीडियो के वायरल होने के बाद आत्महत्या करने का प्रयास किया है।
यह घटना शहर में चर्चा का विषय बनी हुई है और इसने राजनीतिक दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू कर दिया है।
मामला भोपाल के अरेरा मंडल का है। यहां BJP के युवा मोर्चा के पूर्व मंडल महामंत्री जीत निशोदे का एक निजी वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ।
इस वीडियो में वे एक युवती के साथ अश्लील हरकतें करते हुए दिखाई दे रहे थे।
BJP ने जीत निशोदे को महामंत्री के पद से हटा
यह वीडियो तेजी से फैला और सियासी हलकों में हड़कंप मच गया।
विवाद बढ़ने के बाद BJP ने त्वरित कार्रवाई करते हुए जीत निशोदे को युवा मोर्चा के मंडल महामंत्री के पद से हटा दिया।
साथ ही, उन्हें पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से भी निलंबित कर दिया गया। अरेरा मंडल के अध्यक्ष अभिषेक पुरोहित ने इसकी जानकारी दी।
निशोदे ने की आत्महत्या की कोशिश
इस पूरी घटना से आहत और शर्मिंदा जीत निशोदे गुरुवार की दोपहर डिप्रेशन में चले गए।
उन्होंने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या की कोशिश की।
घरवालों ने उन्हें फंदे से उतारकर तुरंत भोपाल के शाहपुरा इलाके स्थित पुष्पांजलि अस्पताल में भर्ती कराया।
अस्पताल के मुताबिक, निशोदे की हालत अभी गंभीर बनी हुई है और वे जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रहे हैं।
खबरों के अनुसार, इस मुश्किल घड़ी में उन्हें शासन-प्रशासन की तरफ से कोई खास सहायता नहीं मिल रही है।
महिला साथी ने लगाए गंभीर आरोप
इस मामले में एक नया मोड़ तब आया जब वीडियो में दिख रही युवती सामने आई।
उसने जीत निशोदे को अपना ‘होने वाला पति’ बताया और इस पूरी घटना के लिए कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं को जिम्मेदार ठहराया।
महिला ने शाहपुरा थाने में एक शिकायत दर्ज कराई है।
उसका आरोप है कि कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद के कुछ सहयोगियों ने उसके घर का दरवाजा तोड़कर अंदर घुसकर चोरी-छिपे निजी वीडियो बनाया और उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।
उसने चार लोगों के नाम लेते हुए कहा, “अंकित दुबे, अज्जू, विशाल राव और दीपू नाम के लोगों ने साजिश रची है। चूंकि मेरे होने वाले पति BJP में हैं और राजनीति से जुड़े हैं, इसलिए उन्हें बदनाम करने के लिए ऐसा किया गया।”
पुलिस पर भी लगाया आरोप
युवती ने पुलिस कार्रवाई पर भी सवाल उठाए हैं।
उसका कहना है कि उसने FIR तो दर्ज करा दी, लेकिन पुलिस आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रही है।
उसने आरोप लगाया कि विधायक आरिफ मसूद के दबाव में पुलिस आनाकानी कर रही है।
उसने यह भी दावा किया कि उसने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी को भी इस बारे में फोन किया, लेकिन उन्होंने भी बात को टाल दिया।
अपमान और मानसिक पीड़ा का हवाला देते हुए युवती ने कहा,
“वीडियो वायरल होने से मैं बहुत अपमानित हुई हूं। मेरे पास अब मरने के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा है।”
राजनीतिक प्रतिक्रिया
दूसरी तरफ, कांग्रेस ने वीडियो वायरल होने के बाद BJP पर नैतिकता का सवाल उठाया था।
उनका कहना था कि BJP को बताना चाहिए कि क्या उसके नेताओं का यही चरित्र है। हालांकि, अब महिला के आरोपों ने इस मामले को और उलझा दिया है।
फिलहाल, शाहपुरा पुलिस ने युवती की शिकायत पर अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
दूसरी ओर, जीत निशोदे अस्पताल में अपनी जिंदगी से जूझ रहे हैं।
यह मामला अब सिर्फ एक वायरल वीडियो का नहीं रह गया है, बल्कि यह राजनीतिक साजिश, नैतिकता और मानसिक स्वास्थ्य जैसे गंभीर सवालों को उठाता है।
पुलिस जांच के नतीजे ही अब इस पूरे प्रकरण पर कोई रोशनी डाल पाएंगे।।