Mukund Agiwal CA Topper: मध्य प्रदेश के धार जिले के छोटे से कस्बे धामनोद का नाम आज पूरे देश में रोशन हो गया है।
यहां के रहने वाले मुकुंद आगीवाल ने द इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (ICAI) द्वारा आयोजित सीए फाइनल परीक्षा, सितंबर 2025 के सत्र में ऑल इंडिया रैंक 1 (AIR 1) हासिल की है।
यह उपलब्धि हासिल करने वाले वह धार जिले के पहले युवा हैं।
अक्टूबर 2025 में घोषित हुए परिणामों ने उनके परिवार और पूरे कस्बे में खुशी की लहर दौड़ गई है।

साधारण परिवार से असाधारण सफलता
- मुकुंद आगीवाल का जन्म और पालन-पोषण एक साधारण मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ।
- उनके पिता, श्री पवन आगीवाल, धामनोद में एक स्टेशनरी की दुकान चलाते हैं, जबकि उनकी माता, श्रीमती ज्योति आगीवाल, एक गृहिणी हैं।
- मुकुंद ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा धामनोद के ही गुरुकुल स्कूल से प्राप्त की।
- उन्होंने अपनी 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण कीं।
- बचपन से ही मुकुंद का सपना एक चार्टर्ड अकाउंटेंट बनने का था।
- इस लक्ष्य को पाने के लिए उन्होंने 2021 में 12वीं की परीक्षा पास करने के बाद ही ऑनलाइन Self-Study शुरू कर दी थी।
- उनकी इस लगन और मेहनत का ही नतीजा था कि उन्होंने सीए प्रवेश परीक्षा (CPT) में भी ऑल इंडिया 24वीं रैंक हासिल की, जो उनकी योग्यता का पहला प्रमाण था।
कोचिंग, आर्टिकलशिप और कड़ी मेहनत
मुकुंद ने अपने सफर में कई चुनौतियों का सामना किया।
छोटे शहर से आने के कारण संसाधन सीमित थे, लेकिन हौसला बुलंद था।
सीए इंटरमीडिएट की तैयारी के लिए उन्होंने इंदौर जाकर एक निजी कोचिंग संस्थान में दाखिला लिया।

इसके बाद, उन्होंने अपनी आर्टिकलशिप (प्रशिक्षण) पुणे में पूरी की।
मुकुंद की पढ़ाई की रणनीति स्पष्ट और सटीक थी
वह रट्टा मारकर पढ़ाई करने के बजाय हर विषय की मूल अवधारणा (Basic Concept) को गहराई से समझने पर जोर देते थे।
वह हर एक टॉपिक को इतनी बारीकी से पढ़ते और समझते थे कि परीक्षा में कोई भी सवाल उनके लिए नया न रह जाए।
उनका मानना है कि निरंतर मेहनत, अनुशासन और आत्मविश्वास ही सफलता की कुंजी हैं।
वह ऐतिहासिक पल: जब आया AIR-1 का फोन
परीक्षा परिणाम घोषित होने वाले दिन का किस्सा बेहद ही रोमांचक और भावुक कर देने वाला है।
मुकुंद उस दिन सुबह घर पर ही थे। तभी उनके फोन पर ICAI के अध्यक्ष (President) का कॉल आया।
अध्यक्ष महोदय ने उन्हें बताया कि उन्होंने सीए फाइनल परीक्षा में पूरे देश में टॉप किया है और उनकी ऑल इंडिया रैंक 1 है।

इस खबर के सुनते ही पूरे परिवार की आंखें खुशी के आंसुओं से भीग गईं।
मुकुंद के माता-पिता और दादा-दादी के लिए यह उनके बेटे की कड़ी मेहनत और लगन का स्वर्णिम फल था।
इसके बाद तो उन्हें बधाई देने के लिए रिश्तेदारों और पड़ोसियों का तांता लग गया।
पूरा धामनोद कस्बा अपने इस होनहार बेटे की सफलता पर झूम उठा।
छोटे शहरों के लिए प्रेरणा
मुकुंद आगीवाल की यह सफलता इस बात का उदाहरण है कि प्रतिभा सिर्फ महानगरों तक सीमित नहीं है।
छोटे शहर और कस्बे भी ऐसी प्रतिभाओं का भंडार हैं, जिन्हें सही मौका और मंच मिले तो वे देश-दुनिया में अपनी एक अलग पहचान बना सकते हैं।
मुकुंद का कहना है, “सफलता के लिए निरंतर मेहनत और आत्मविश्वास जरूरी है। छोटे शहरों से आने वाले छात्रों के लिए यह संदेश है कि अगर इरादे मजबूत हों तो कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है।”

उन्होंने आगे की योजनाओं के बारे में बताया कि वह पहले किसी अच्छी कंपनी में नौकरी करके व्यावहारिक अनुभव प्राप्त करना चाहते हैं।
इसके बाद, उनका सपना अपने ही शहर धामनोद में वापस आकर कुछ नया व्यवसाय शुरू करने का है, ताकि वह अपने क्षेत्र के विकास में भी योगदान दे सकें।
भविष्य के लिए जरूरी सलाह: अंग्रेजी पर दें ध्यान
मुकुंद ने भविष्य में CA बनने की इच्छा रखने वाले और अन्य छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण सलाह दी।
उनका कहना है कि आज के दौर में अच्छी नौकरी और उच्च पैकेज पाने के लिए अंग्रेजी भाषा पर अच्छी पकड़ होना बेहद जरूरी है।
उन्होंने कहा, “चूंकि अधिकांश cooperate संस्थानों और कंपनियों में कामकाज की मुख्य भाषा अंग्रेजी है, इसलिए इस पर महारत हासिल करना लगभग अनिवार्य हो गया है।”


