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MP में कार्बाइड गन से 25 लोग घायल-5 बच्चों की आंखों की रोशनी जाने का खतरा, विक्रेता गिरफ्तार

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Nisha Rai
Nisha Rai
निशा राय, पिछले 13 सालों से मीडिया के क्षेत्र में सक्रिय हैं। इन्होंने दैनिक भास्कर डिजिटल (M.P.), लाइव हिंदुस्तान डिजिटल (दिल्ली), गृहशोभा-सरिता-मनोहर कहानियां डिजिटल (दिल्ली), बंसल न्यूज (M.P.) जैसे संस्थानों में काम किया है। माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय (भोपाल) से पढ़ाई कर चुकीं निशा की एंटरटेनमेंट और लाइफस्टाइल बीट पर अच्छी पकड़ है। इन्होंने सोशल मीडिया (ट्विटर, फेसबुक, इंस्टाग्राम) पर भी काफी काम किया है। इनके पास ब्रांड प्रमोशन और टीम मैनेजमेंट का काफी अच्छा अनुभव है।

Carbide Gun Accident: दीपावली का त्योहार खुशियां और रोशनी लेकर आता है, लेकिन मध्य प्रदेश के विदिशा जिले में एक सस्ते और खतरनाक खिलौने ‘कार्बाइड गन’ ने कई परिवारों के लिए यह त्योहार दुख में बदल दिया है।

इस गन के विस्फोट से जिले में 25 लोग घायल हुए हैं, जिनमें से पांच बच्चों की आंखों की रोशनी जाने का स्थायी खतरा पैदा हो गया है।

घटना के बाद पुलिस ने सक्रिय होकर इस गन को बेचने वाले एक विक्रेता को गिरफ्तार कर लिया है।

कार्बाइड गन क्या है?

कार्बाइड गन को इस साल दीपावली पर पटाखों का ‘सुरक्षित विकल्प’ बताकर प्रचारित किया गया था।

यह गन एक साधारण PVC पाइप से बनी होती है, जिसके एक सिरे में कैल्शियम कार्बाइड का पाउडर डाला जाता है।

जब इसमें पानी मिलाया जाता है, तो एक ज्वलनशील गैस (एसिटिलीन) बनती है।

इस गैस में विस्फोटक क्षमता होती है और जब इसे जलाया जाता है, तो तेज धमाका होता है।

कैसे हुआ हादसा

दीपावली की शाम को जब कई बच्चों की गन ठीक से नहीं चली, तो उन्होंने उसे जांचने के लिए हिलाया या उसके मुंह की ओर देखा।

ठीक उसी वक्त गन में विस्फोट हुआ और जलते हुए कार्बाइड के छोटे-छोटे कण बच्चों के चेहरे और आखों में जा घुसे। इससे उनकी आखों में गंभीर जलन और चोटें आईं।

चिकित्सकों ने जताई चिंता

घायलों का इलाज कर रहीं वरिष्ठ नेत्र चिकित्सक डॉ. रूपाली जैन ने बताया कि कार्बाइड के कणों से आंखों में ‘थर्मो-केमिकल बर्न’ (तापीय-रासायनिक जलन) हुई है।

यह एक बेहद गंभीर स्थिति है। डॉ. जैन के मुताबिक, पाँच मामलों में स्थायी दृष्टि हानि यानी अंधेपन का खतरा है और रोशनी वापस आने की उम्मीद बहुत कम है।

पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई

इस गंभीर घटना के बाद विदिशा पुलिस ने तत्काल कार्रवाई शुरू कर दी।

पुलिस अधीक्षक (एसपी) रोहित काशवानी के नेतृत्व में विशेष स्क्वॉड बनाई गईं, जिन्होंने शहर और ग्रामीण इलाकों के बाजारों में छापेमारी की।

  • गिरफ्तारी: महाराष्ट्र से आए विक्रेता विनोद मोहरे को गिरफ्तार किया गया है, जिसने यह खतरनाक गन बेची थीं। उसके पास से 25 कार्बाइड गन और कैल्शियम कार्बाइड की एक बड़ी मात्रा जब्त की गई है।
  • जब्ती: दीपावली से पहले ही चलाए गए अभियान में 500 से अधिक कार्बाइड गन जब्त की जा चुकी हैं।
  • कानूनी कार्रवाई: गिरफ्तार विक्रेता के खिलाफ विस्फोटक पदार्थ अधिनियम, 1884 के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। इस अधिनियम के तहत बिना लाइसेंस के ऐसी चीजें बेचना गैर-कानूनी है।

एसपी रोहित काशवानी की जनता से अपील

विदिशा के एसपी रोहित काशवानी ने जनता से सख्त अपील करते हुए कहा, “विदिशा पुलिस आमजन से अपील करती है कि शहर एवं देहात क्षेत्रों में बेची जा रही कार्बाइड गन से सावधान रहें।

इनके उपयोग से बच्चों को आंखों संबंधी गंभीर समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं।”

उन्होंने माता-पिता से अनुरोध किया कि अपने बच्चों को इस खतरनाक खिलौने से दूर रखें।

अपने पड़ोसियों और रिश्तेदारों को भी इसके खतरों के बारे में जागरूक करें।

अगर कोई व्यक्ति इन गनों को बेचता हुआ दिखे, तो तुरंत पुलिस को फोन नंबर 100 पर सूचना दें।

कार्बाइड गन का खौफ: सस्ता खिलौना, भारी कीमत

यह गन बाजार में महज 100 से 250 रुपये में आसानी से उपलब्ध थी। इसकी सस्ती कीमत और ‘वायरल’ हो रहे विज्ञापनों ने इसे बच्चों के बीच लोकप्रिय बना दिया।

लेकिन इसकी सस्ती कीमत ने कई बच्चों की आंखों की रोशनी की भारी कीमत वसूल ली है।

यह घटना उन खतरनाक और गैर-मानक खिलौनों पर सवाल खड़ा करती है, जो बिना किसी सुरक्षा मानक के खुले बाजार में बेचे जा रहे हैं।

दीपावली को सुरक्षित कैसे बनाएं?

त्योहारों का आनंद सुरक्षा के साथ लेना जरूरी है। विशेषज्ञों और पुलिस का सुझाव है कि:

सुरक्षित विकल्प चुनें: पटाखों के बजाय LED लाइट्स, दिये, रंगोली जैसे सुरक्षित विकल्पों को प्राथमिकता दें।

बच्चों की निगरानी: बच्चों की हर गतिविधि पर नजर रखें और उन्हें अजीबोगरीब या सस्ते खिलौने न खरीदने दें।

सामाजिक जागरूकता: समाज के स्तर पर ऐसे उत्पादों की बिक्री के खिलाफ आवाज उठाएं और दूसरों को जागरूक करें।

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