Homeन्यूज1 महीने में 13 लोगों की मौत- छत्तीसगढ़ के सुकमा में फैली...

1 महीने में 13 लोगों की मौत- छत्तीसगढ़ के सुकमा में फैली रहस्यमयी बीमारी, दहशत का माहौल

और पढ़ें

Nisha Rai
Nisha Rai
निशा राय, पिछले 13 सालों से मीडिया के क्षेत्र में सक्रिय हैं। इन्होंने दैनिक भास्कर डिजिटल (M.P.), लाइव हिंदुस्तान डिजिटल (दिल्ली), गृहशोभा-सरिता-मनोहर कहानियां डिजिटल (दिल्ली), बंसल न्यूज (M.P.) जैसे संस्थानों में काम किया है। माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय (भोपाल) से पढ़ाई कर चुकीं निशा की एंटरटेनमेंट और लाइफस्टाइल बीट पर अच्छी पकड़ है। इन्होंने सोशल मीडिया (ट्विटर, फेसबुक, इंस्टाग्राम) पर भी काफी काम किया है। इनके पास ब्रांड प्रमोशन और टीम मैनेजमेंट का काफी अच्छा अनुभव है।

Chhattisgarh Mysterious Disease: छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में इन दिनों रहस्यमयी बीमारी की वजह से डर का माहौल है।

यहां के छिंदगढ़ ब्लाक के धनिकोर्ता गांव में पिछले एक महीने में 13 लोगों की मौत हो गई है। जिससे पूरे गांव में दहशत का माहौल।

मामले की गंभीरता को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पिछले 3 दिनों से गांव में शिविर लगाया हुआ है।

सीने में दर्द और खांसी के बाद हो रहीं मौतें

ग्रामीणों के मुताबिक मृतकों में ज्यादातर वे लोग शामिल हैं, जिन्होंने शुरुआत में सीने में दर्द और खांसी की शिकायत की थी।

इसके बाद उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई और कुछ ही समय में मौत हो गई।

गांव में लगभग हर घर से मौत की खबर आ रही है, जिससे वहां डर का माहौल बन गया है।

शुरू हुई जांच

स्थिति की गंभीरता को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव में पहुंच चुकी है और जांच शुरू कर दी गई है।

स्वास्थ्य अमले ने ग्रामीणों के स्वास्थ्य की निगरानी शुरू की है और संभावित कारणों का पता लगाने के लिए नमूने एकत्र किए हैं।

हालांकि, अभी तक मौतों के कारणों का खुलासा नहीं हो पाया है।

अब तक 80 लोगों की जांच

यहां 80 लोगों की जांच की गई है, जिसमें बीपी, शुगर और मलेरिया की जांच शामिल है।

गांव में अब भी लोग बीमार हैं। यहां ग्रामीणों को हाथ-पैर में दर्द और सीने में दर्द की शिकायत है।

पहले भी हो चुका है ऐसा

डरने वाली बात ये है कि सुकमा जिले में इस तरह की रहस्यमयी मौतें पहली बार नहीं हो रही हैं।

साल 2020-22 में कोंटा ब्लाक के रेगड़गट्टा गांव में 61 ग्रामीणों की रहस्यमय हालातों में मौत हुई थी।

वहीं, वर्ष 2024 में छिंदगढ़ ब्लाक के चितलनार गांव में उल्टी और दस्त की शिकायत के बाद 15 दिनों के भीतर 7 लोगों की जान चली गई थी।

साथ ही इतकल व अन्य गांवों में साल 2020-24 के बीच 44 मौतें हुई थी।

- Advertisement -spot_img