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प्रसव के दौरान महिला के पेट में छोड़ा कपड़ा, नौ महीने बाद ऐसे पकड़ में आई गड़बड़ी

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Manish Kumar
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मनीष आधुनिक पत्रकारिता के इस डिजिटल माध्यम को अच्छी तरह समझते हैं। इसके पीछे उनका करीब 16 वर्ष का अनुभव ही वजह है। वे दैनिक भास्कर, नईदुनिया जैसे संस्थानों की वेबसाइट में काफ़ी समय तक अपनी सेवाएं दे चुके हैं। देशगांव डॉट कॉम और न्यूज निब (शॉर्ट न्यूज ऐप) की मुख्य टीम का हिस्सा रहे। मनीष फैक्ट चैकिंग में निपुण हैं। वे गूगल न्यूज इनिशिएटिव व डाटालीड्स के संयुक्त कार्यक्रम फैक्टशाला के सर्टिफाइट फैक्ट चेकर व ट्रेनर हैं। भोपाल के माखनलाल पत्रकारिता विश्वविद्यालय से पढ़ाई कर चुके मनीष मानते हैं कि गांव और शहर की खबरों को जोड़ने के लिए मीडिया में माध्यमों की लगातार ज़रूरत है।

Cloth In Woman Stomach: सागर। सागर जिले के खुरई कस्बे में महिला की डिलीवरी के दौरान डॉक्टर की लापरवाही का एक बड़ा मामला सामने आया है।

खुरई स्थित मिशन अस्पताल में बीते साल सितंबर में एक महिला की सीजेरियन डिलीवरी कराई गई थी।

लेकिन, सर्जरी के दौरान डॉक्टर ऑपरेशन के दौरान काम आने वाला कपड़ा महिला के पेट में ही भूल गए।

दो-तीन महीने बाद ही महिला के पेट में दर्द रहने लगा और वह लगातार इससे परेशान रहने लगी।

परिजन उसे लगातार अलग-अलग जगहों पर अलग-अलग डॉक्टरों से दिखाते रहे, लेकिन कही राहत नहीं मिल पाई।

महिला ने जब सागर के एक अस्पताल में अपना एक्स-रे कराया तो इसकी रिपोर्ट में यह बात सामने आई।

इसके बाद डॉक्टरों ने महिला की सर्जरी कर उसके पेट से रूमाल जैसी चीज निकाली।

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Cloth In Woman Stomach: यह है मामला – 

Cloth In Woman Stomach 1

सागर जिले के खुरई कस्बे के ग्राम नारधा निवासी अनीता (35 वर्ष) पति स्व. पप्पू अहिरवार की 6 सितंबर 2023 को खुरई के मिशन हॉस्पिटल में सीजेरियन डिलीवरी हुई थी।

महिला ने स्वस्थ बच्ची को जन्म दिया और कुछ दिनों के बाद जच्चा-बच्चा की अस्पताल से छुट्टी हो गई और वे घर आ गए।

डिलीवरी के तकरीबन 3 माह बाद अनीता के पेट में दर्द होना शुरू हुआ जिसके बाद परिजनों ने उसे पहले बीना में डॉक्टर्स को दिखाया, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।

इसके बाद परिजन पेट में दर्द से जूझ रही अनीता को झांसी, ग्वालियर, सागर के अलग-अलग डॉक्टर्स को दिखाते रहे, लेकिन पेट दर्द ठीक नहीं हुआ।

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Cloth In Woman Stomach: ठोस आहार छोड़ना पड़ा – 

Cloth In Woman Stomach 2

पेट में होने वाले भयंकर दर्द के कारण अनीता ने ठोस आहार खाना भी छोड़ दिया था और केवल चाय या तरल पदार्थ से ही गुजारा कर रही थी।

इसी बीच वह भोपाल एम्स भी गई, जहां परीक्षण के बाद रिपोर्ट बाद में देने की बात कही गई।

23 अगस्त को अनीता के पेट में फिर तेज दर्द हुआ और वह अचेत हो गई।

इसके बाद अनीता की बहन, जीजा और भाई आनन-फानन उसे सागर के भाग्योदय अस्पताल लेकर पहुंचे।

यहां मौजूद डॉक्टरों ने जब अनीता की सोनोग्राफी और एक्स-रे किया तो उसके पेट में कुछ होने का संदेह हुआ।

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Cloth In Woman Stomach: पेट से निकाला रूमाल नुमा कपड़ा – 

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डॉ. प्रमोद सिजारिया, डॉ. अंकुर जैन और डॉ. इलयास की टीम ने तीन घंटे की जटिल सर्जरी के बाद महिला के पेट में फंसे फंसे रूमाल नुमा कपड़े को बाहर निकाला।

डॉ. सिजारिया के मुताबिक, पेट में काफी दिनों से रहने के कारण निकाली गई वस्तु की पहचान मुश्किल है।

पहली नजर में रूमाल जैसी दिखने वाली चीज के बारे में जांच के बाद ही स्पष्ट तौर पर कुछ कहा जा सकता है।

फिलहाल महिला की हालत स्थिर है और खतरे की कोई बात नहीं है।

डॉक्टर्स इस बात पर हैरानी जता रहे हैं कि नौ माह तक कई जगह जांच के बाद यह कपड़े जैसी चीज आखिर कहीं भी किसी के पकड़ में क्यों नहीं आई।

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