Animal Fat in Tirupati Prasadam: आंध्र प्रदेश की राजनीति में इस वक्त घमासान मचा हुआ है, जिसकी वजह है मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू का एक बयान।
दरअसल, नायडू ने पिछली सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि पहले तिरुमाला के प्रसादम लड्डू में जानवरों की चर्बी मिलाई जाती थी।
इस बयान से भगवान वेंकटेश्वर स्वामी के करोड़ों भक्तों को झटका लगा है।
इस बयान के बाद प्रदेश में सियाली हलचल तेज हो गई है, जानिए पूरा मामला…
प्रसादम में जानवरों की चर्बी
बुधवार को सीएम नायडू ने वाईएस जगन मोहन रेड्डी पर आरोप लगाते हुए कहा कि पिछली वाईएसआरसीपी सरकार ने तिरुपति बालाजी के प्रसादम को तैयार करने के लिए लिए घी की जगह जानवरों की चर्बी का इस्तेमाल किया।
This is beyond shocking!
AP CM CBN claims that previous Jagan govt used Animal fat instead of Ghee for preparing Laddus in Tirumala -Tirupati Balaji temple…
This is what happens when you allow non Hindus to manage our temples…
pic.twitter.com/4MV8m440gh— Mr Sinha (@MrSinha_) September 19, 2024
अमरावती में एनडीए विधायक दल की बैठक को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि लड्डू तैयार करने के लिए अब शुद्ध घी का इस्तेमाल किया जा रहा है और मंदिर में हर चीज को सैनिटाइज किया गया है, जिससे गुणवत्ता में सुधार हुआ है।
आईटी मंत्री ने किया पोस्ट
आंध्र प्रदेश के आईटी मंत्री नारा लोकेश ने एक्स पर चंद्रबाबू नायडू की टिप्पणी को शेयर करते हुए इस मुद्दे पर जगन मोहन रेड्डी प्रशासन पर निशाना साधा और कहा कि वाईएसआरसीपी सरकार भक्तों की धार्मिक भावनाओं का सम्मान नहीं कर सकती।
नारा लोकेश ने एक्स पर लिखा, ‘तिरुमाला में भगवान वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर हमारा सबसे पवित्र मंदिर है।
मैं यह जानकर हैरान हूं कि जगन प्रशासन ने तिरुपति प्रसादम में घी की जगह जानवरों की चर्बी का इस्तेमाल किया गया।
जगन और वाईएसआरसीपी सरकार पर शर्म आती है, जो करोड़ों भक्तों की धार्मिक भावनाओं का सम्मान नहीं कर सके।’
The lord venkateswara swamy temple at Tirumala is our most sacred temple. I am shocked to learn that the @ysjagan administration used animal fat instead of ghee in the tirupati Prasadam. Shame on @ysjagan and the @ysrcparty government that couldn’t respect the religious… pic.twitter.com/UDFC2WsoLP
— Lokesh Nara (@naralokesh) September 18, 2024
कांग्रेस का पलटवार
इन आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए आंध्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी (एपीसीसी) की अध्यक्ष वाईएस शर्मिला ने एक्स पोस्ट में लिखा कि चंद्रबाबू नायडू को एक उच्च स्तरीय समिति बनानी चाहिए और केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को सच्चाई का पता लगाने देना चाहिए।
उधर वाईएसआरसीपी के राज्यसभा सांसद वाईवी सुब्बा रेड्डी ने भी विवाद पर प्रतिक्रिया व्यक्त की और कहा कि नायडू ‘राजनीतिक लाभ के लिए किसी भी स्तर तक गिर सकते हैं’. उन्होंने यह भी कहा कि ऐसा करके मुख्यमंत्री ने ‘दिव्य मंदिर तिरुमाला की पवित्रता और करोड़ों हिंदुओं की आस्था’ को ठेस पहुंचाई है।
#AndhraPradesh CM Accuses Former Government of Tirupati Laddu Scandal 🚨
Chandrababu Naidu alleges that the previous administration used animal fat and low-quality ingredients in preparing the famous Tirupati laddu #TirupatiLaddu #tirupatibalaji #ChandrababuNaidu pic.twitter.com/CEGewitQat— India Pulse (@_indiapulse) September 19, 2024
भक्तों के सामने शपथ लेने को तैयार- वाईवी सुब्बा रेड्डी
वाईएसआरसीपी के वरिष्ठ नेता और टीटीडी के पूर्व अध्यक्ष वाईवी सुब्बा रेड्डी ने नायडू के आरोप को दुर्भावनापूर्ण बताया है।
रेड्डी ने कहा कि टीडीपी सुप्रीमो राजनीतिक लाभ के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं।
चंद्रबाबू नायडू ने दिव्य मंदिर तिरुमाला की पवित्रता और सैकड़ों करोड़ हिंदुओं की आस्था को नुकसान पहुंचाकर बहुत बड़ा पाप किया है।
उन्होंने कहा कि तिरुपति मंदिर के प्रसाद पर उन्होंने बेहद खराब टिप्पणियां की हैं।
मनुष्य योनि में जन्मा कोई भी व्यक्ति इस तरह की टिप्पणी नहीं करता और ऐसे आरोप नहीं लगाता।
उनके इस आरोप से यह साबित हो गया है कि चंद्रबाबू राजनीतिक फायदे के लिए कुछ भी कर सकते हैं।
भक्तों की आस्था को मजबूत करने के लिए मैं अपने परिवार के साथ तिरुमला ‘प्रसाद’ के संबंध में भगवान के सामने शपथ लेने को तैयार हूं।
क्या चंद्रबाबू नायडू अपने परिवार के साथ भी ऐसा करने को तैयार हैं?”
हर रोज बनते हैं 3 लाख लड्डू
तिरुमाला की पहाड़ियों पर स्थित तिरुपति बालाजी मंदिर करोड़ों लोगों की आस्था का केंद्र है। जहां देश-विदेश से लोग आते हैं।
मंदिर ट्रस्ट हर दिन भक्तों के लिए लगभग 3 लाख लड्डू बनाता है।
यह ‘प्रसादम’ भक्तों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।