Arvind Kejriwal Bail: हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले AAP (आम आदमी पार्टी) को बड़ी राहत मिलने जा रही है।
शराब नीति से जुड़े CBI केस में दिल्ली मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जमानत मिल गई।
177 दिनों से जेल में बंद सीएम केजरीवाल अब बाहर आ जाएंगे।
लेकिन, ना वो ऑफिस जा पाएंगे और ना ही फाइलों पर साइन कर पाएंगे।
केजरीवाल को जेल में रखना न्याय का मजाक उड़ाना
दिल्ली के आबकारी नीति मामले से जुड़े कथित घोटाले में सुप्रीम कोर्ट ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जमानत दे दी है।
CBI मामले में मिली जमानत के बाद सीएम केजरीवाल जल्द जेल से बाहर आ सकते हैं। कोर्ट ने CBI की गिरफ्तारी को नियमों के तहत बताया है।
https://twitter.com/AamAadmiParty/status/1834479895759782157
हालांकि अदालत ने ये भी कहा कि ED मामले में जमानत मिलने के बावजूद केजरीवाल को जेल में रखना न्याय का मजाक उड़ाना होगा। गिरफ्तारी की ताकत का इस्तेमाल बहुत सोच समझकर किया जाना चाहिए।
दिल्ली CM ने अपनी गिरफ्तारी को अवैध बताते हुए जमानत याचिका लगाई थी। 5 सितंबर को पिछली सुनवाई में कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया था।
https://twitter.com/AamAadmiParty/status/1834468789431533666
बता दें केजरीवाल के खिलाफ दो जांच एजेंसी ED और CBI ने केस दर्ज किया है। ED मामले में दिल्ली CM को सुप्रीम कोर्ट से 12 जुलाई को जमानत मिल चुकी है।
156 दिन जेल में बंद रहे दिल्ली के मुख्यमंत्री
अगर आज यानी 13 सितंबर को केजरीवाल की रिहाई हो जाती है तो उन्हें जेल गए कुल 177 दिन हो जाएंगे।
अब तक उन्होंने कुल 156 दिन जेल में बिताए हैं। लोकसभा चुनावों में केजरीवाल ने अंतरिम जमानत पर 21 दिन प्रचार किया था।
केजरीवाल को ED ने 21 मार्च को गिरफ्तार था। उनसे 10 दिन तक पूछताछ की गई, जिसके बाद 1 अप्रैल को उन्हें तिहाड़ जेल भेज दिया गया।
करीब 51 दिन बाद 10 मई को सुप्रीम कोर्ट ने अरविंद केजरीवाल को 21 दिन की अंतरिम जमानत दी थी और सीएम जेल से बाहर आए थे।
उनकी रिहाई 1 जून तक मंजूर की गई थी। इसके बाद 2 जून को सीएम अरविंद केजरीवाल ने तिहाड़ जेल में सरेंडर किया था।
मनी लॉन्ड्रिंग केस में जमानत मिल जाने के बाद सीबीआई केस में 26 जून को उन्हें जेल से ही फिर गिरफ्तार कर लिया गया था।
हरियाणा चुनाव में AAP को होगा फायदा
अरविंद केजरीवाल को जमानत मिलना आम आदमी पार्टी के लिए काफी अहम है। दिल्ली से सटे हरियाणा में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं।
यहां सभी 90 सीटों पर एक फेज में 5 अक्टूबर को वोटिंग होगी। रिजल्ट 8 अक्टूबर को आएगा।
माना जा रहा है कि सीएम केजरीवाल के आने से चुनाव के बीच आप की कोशिशों को और धार मिलेगी और वे हरियाणा चुनाव के लिए प्रचार कर पाएंगे।
दरअसल, सीएम अरविंद केजरीवाल भी हरियाणा से ही आते हैं। उनका जन्म भिवानी जिले के सिवनी में हुआ था।
ऐसे में उनका जेल से बाहर आना आप के वोट बैंक को सुधार सकता है।
हालांकि लोकसभा चुनाव के दौरान भी केजरीवाल को प्रचार के लिए 21 दिन की अंतरिम जमानत मिली थी।
लेकिन तब पार्टी को ज्यादा फायदा नहीं मिला। AAP ने पांच राज्यों की 22 सीटों पर चुनाव लड़ा था। जिसमें सिर्फ तीन में उसे जीत मिली थी।
हालांकि हरियाणा विधानसभा चुनाव में परिस्थितियां अलग हैं, अब यहां AAP को कितना फायदा मिलेगा। यह रिजल्ट ही बताएगा।
न ऑफिस जा पाएंगे, न फाइलों पर कर पाएंगे साइन
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जमानत देने के साथ सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि चूंकि चार्जशीट दायर हो गई है और ट्रायल निकट भविष्य में पूरा नहीं होने वाला है, इसलिए उन्हें लंबे समय तक जेल में रखने का औचित्य नहीं है।
सीएम अरविंद केजरीवाल को 10 लाख का बेल बॉन्ड भरना होगा। SC ने कहा कि अरविंद केजरीवाल इस मामले के गुण-दोष पर कोई सार्वजनिक टिप्पणी नहीं करेंगे।
इसके अलावा दिल्ली के कई सरकारी काम इस वजह से अटके हुए हैं क्योंकि उसमें सीएम केजरीवाल के हस्ताक्षर नहीं हो सके थे।
उम्मीद है कि अब सीएम केजरीवाल के बाहर आते ही दिल्ली में कई विकास कार्यों में तेजी आएगी।
लेकिन, खबरों के मुताबिक कहा जा रहा है कि कोर्ट इस शर्त पर जमानत दे रही है कि सीएम केजरीवाल न ऑफिस जा पाएंगे और न ही किसी फाइल पर साइन कर पाएंगे।
वहीं कयास लगाए जा रहे हैं कि फरवरी 2025 में प्रस्तावित दिल्ली चुनाव इसी साल के अंत तक हो सकते हैं। ऐसे में सीएम केजरीवाल की वापसी आम आदमी पार्टी को मजबूती देगी।
ये खबर भी पढ़ें – हरियाणा चुनाव के लिए AAP की चौथी लिस्ट, कविता का विनेश से होगा आमना-सामना