Indore Hitgrahi Sammelan: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इंदौरमें कांग्रेस पार्टी और गांधी परिवार पर जमकर हमला बोला।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने कभी भी बाबा साहब भीमराव अंबेडकर को उनका उचित सम्मान नहीं दिया।
सीएम यादव ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने ही बाबा साहब को संसद में जाने से रोका और जिन लोगों ने बाबा साहब को हराया, उन्हें कांग्रेस ने पद्म विभूषण जैसे सम्मान से नवाजा।
मुख्यमंत्री ने सफाई कर्मियों को पहनाई पादुका
इंदौर के गांधीनगर चौराहा पर जन कल्याण अभियान अंतर्गत आयोजित हितग्राही सम्मेलन का आयोजन किया गया।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने इंदौर के सफाई कर्मियों को पादुका पहनाकर उनका सम्मान किया।
इस मौके पर सीएम के साथ भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष वीडी शर्मा भी मौजूद रहें।
कदम निरंतर चलते जिनके, श्रम जिनका अविराम है…
आज इंदौर में सफाई मित्रों को चरण पादुका पहनाकर किट वितरित की। #मुख्यमंत्री_जनकल्याण_अभियान pic.twitter.com/fupLRrdWXu
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) January 27, 2025
उन्होंने कहा कि प्रदेश में दूध का उत्पादन बढ़ाने और धार्मिक शहरों में शराब की दुकानों को बंद करने का प्रयास किया जा रहा है।
साथ ही उन्होंने गांधी परिवार पर भी कटाक्ष किया। सीएम ने कहा कि गांधी परिवार ने कभी महात्मा गांधी के असली वंशजों को राजनीति में आगे बढ़ने का अवसर नहीं दिया और केवल गांधी सरनेम का फायदा उठाया।
उन्होंने कांग्रेस पार्टी को अपनी गलतियों के लिए माफी मांगने की चुनौती दी और ‘माफी यात्रा’ निकालने का प्रस्ताव रखा।
सीएम का कांग्रेस और गांधी परिवार पर तीखा हमला
सोमवार को कांग्रेस पार्टी ने महू में जय भीम-जय बापू-जय संविधान रैली का आयोजन किया।
इसी को लेकर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कांग्रेस और गांधी परिवार जमकर निशाना साधा।
उन्होंने कहा कि हम जिन आदर्शों को मानते हैं, उनकी तिथियों का भी महत्व है।
बाबा साहब की जयंती और पुण्यतिथि पर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष कभी महू नहीं आए।
कांग्रेस के लोग जब भी आते हैं, तो केवल आंखों में धूल झोंकने के लिए आते हैं।
बाबा साहब ने संविधान दिया तो उन्हें 26 जनवरी को आकर श्रद्धांजलि अर्पित करनी चाहिए थी, न कि आज।
उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस ने कभी बाबा साहब के योगदान को नहीं माना, जबकि अन्य नेताओं को भारत रत्न जैसे सम्मान से नवाजा गया।
बाबा साहब के योगदान को याद नहीं किया गया, जबकि जब भाजपा ने बीपी सिंह के प्रधानमंत्री बनने के बाद बाबा साहब को भारत रत्न दिया, तब उनकी अहमियत समझी गई।