Homeन्यूजतमिलनाडु सरकार की जांच में खुलासा- कफ सिरप में 48% जहर, CM...

तमिलनाडु सरकार की जांच में खुलासा- कफ सिरप में 48% जहर, CM मोहन ने MP में बैन की दवा

और पढ़ें

Nisha Rai
Nisha Rai
निशा राय, पिछले 13 सालों से मीडिया के क्षेत्र में सक्रिय हैं। इन्होंने दैनिक भास्कर डिजिटल (M.P.), लाइव हिंदुस्तान डिजिटल (दिल्ली), गृहशोभा-सरिता-मनोहर कहानियां डिजिटल (दिल्ली), बंसल न्यूज (M.P.) जैसे संस्थानों में काम किया है। माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय (भोपाल) से पढ़ाई कर चुकीं निशा की एंटरटेनमेंट और लाइफस्टाइल बीट पर अच्छी पकड़ है। इन्होंने सोशल मीडिया (ट्विटर, फेसबुक, इंस्टाग्राम) पर भी काफी काम किया है। इनके पास ब्रांड प्रमोशन और टीम मैनेजमेंट का काफी अच्छा अनुभव है।

Cough Syrup Child Death: मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में 9 बच्चों की मौत के मामले मे लगातार नए खुलासे हो रहे हैं। 

स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों ने जब इसकी जांच शुरू की, तो पता चला कि सभी बच्चों ने एक खास ब्रांड का कफ सिरप पिया था।

इस सिरप का नाम ‘कोल्ड्रिफ’ था, जिसे तमिलनाडु स्थित ‘श्रीसन फार्मास्यूटिकल्स’ कंपनी द्वारा बनाया गया था।

संदिग्ध सिरप के बैच (SR-13) के नमूने तुरंत जांच के लिए भेजे गए।

तमिलनाडु सरकार द्वारा की गई जांच में इस सिरप में 48.6% तक जहरीले केमिकल की मिलावट पाई गई है।

तमिलनाडु सरकार की जांच में हुआ बड़ा खुलासा

राज्य के ड्रग्स कंट्रोल विभाग की टीम ने कांचीपुरम जिले की श्रीसन फार्मास्यूटिकल्स की यूनिट का दौरा किया और सैंपल जब्त किए। इन सैंपल्स की जांच चेन्नई की सरकारी लैब में की गई।

जांच रिपोर्ट ने एक भयावह तस्वीर पेश की। रिपोर्ट के मुताबिक, संदिग्ध बैच SR-13 के कोल्ड्रिफ सिरप में 48.6% w/v डाईथाइलीन ग्लॉयकाल (Diethylene Glycol) नामक जहरीला केमिकल पाया गया।

Chhindwara, Cough Syrup Death, Chhindwara children death, children kidney failure, Cough Syrup, poisonous cough syrup, Coldrif, Nexa DS, diethylene glycol, Madhya Pradesh, drug scandal, Rajasthan cough syrup death, contaminated medicine, health department alert, cough syrup side effects, mp news,

यह केमिकल इंसानों के लिए अत्यंत विषैला होता है और यह किडनी को गंभीर नुकसान पहुंचाता है, जिससे मौत भी हो सकती है।

जांच में यह भी पाया गया कि कंपनी ने सस्ता और नॉन-मेडिकल ग्रेड प्रोपीलीन ग्लाइकॉल इस्तेमाल किया था, जो डाईथाइलीन ग्लॉयकाल और एथिलीन ग्लाइकॉल जैसे जहरीले पदार्थों से दूषित था।

इस प्रकार सिरप ‘मानक गुणवत्ता’ का नहीं पाया गया।

Chhindwara, cough syrup, Cough Syrup Child Death, cough syrup scandal, Coldrid syrup banned, MP News, Tamil Nadu, Diethylene Glycol, Madhya Pradesh, CM Mohan Yadav,children's death, Heavy Rain Alert MP, contaminated medicine, Health News India
mp cough syrup ban

छुट्टी के दिन भी चली कार्रवाई, तमिलनाडु सरकार ने लिए कड़े कदम

तमिलनाडु सरकार ने इस मामले में बेहद तेजी और गंभीरता दिखाई। 1 और 2 अक्टूबर को राज्य में सरकारी छुट्टी होने के बावजूद, मध्य प्रदेश सरकार की सूचना मिलते ही महज 27 मिनट के भीतर जांच के आदेश जारी कर दिए गए।

जांच रिपोर्ट आने के बाद तमिलनाडु सरकार ने तुरंत ये कड़े कदम उठाए:

  • पूरे तमिलनाडु राज्य में कोल्ड्रिफ सिरप की बिक्री और वितरण पर तत्काल प्रतिबंध लगा दिया।
  • सभी ड्रग इंस्पेक्टर्स को थोक और रिटेल दुकानों से इस सिरप का स्टॉक जब्त करने के आदेश दिए गए।
  • कंपनी को ‘उत्पादन रोक’ का आदेश जारी किया गया।
  • कंपनी का विनिर्माण लाइसेंस रद्द करने के लिए ‘शो-कॉज नोटिस’ भेजा गया।
  • ओडिशा और पुडुचेरी जैसे अन्य राज्यों के अधिकारियों को भी इस संबंध में अलर्ट किया गया।

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का बड़ा एक्शन

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने तत्काल कार्रवाई करते हुए एक बड़ा फैसला लिया।

उन्होंने पूरे मध्य प्रदेश राज्य में कोल्ड्रिफ सिरप पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है।

सिर्फ इतना ही नहीं, इस सिरप को बनाने वाली कंपनी के अन्य सभी उत्पादों की बिक्री पर भी रोक लगा दी गई है।

मुख्यमंत्री ने इस घटना को “अत्यंत दुखद” बताते हुए कहा कि ऐसी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

उन्होंने प्रभावित परिवारों से गहरी संवेदना व्यक्त की और हर संभव सहायता का आश्वासन दिया।

जांच के लिए बनाई टीम

राज्य सरकार ने इस मामले की गहन जांच के लिए एक विशेष जांच टीम भी गठित की है, जो दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कानूनी कार्रवाई करेगी।

साथ ही, कंपनी के खिलाफ राष्ट्रीय स्तर पर भी कार्रवाई शुरू कर दी गई है।

केंद्र सरकार की सलाह: दो साल से छोटे बच्चों को न दें

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने देशभर के माता-पिता और डॉक्टरों के लिए एक अहम स्वास्थ्य सलाह जारी की है।

इसके तहत दो साल से कम उम्र के बच्चों को कफ सिरप बिल्कुल नहीं दिए जाने की सिफारिश की गई है।

हालांकि, केंद्र सरकार ने स्पष्ट किया है कि उसकी जांच में कफ सिरप के नमूनों में किडनी को नुकसान पहुंचाने वाला जहरीला रसायन नहीं पाया गया,

लेकिन तमिलनाडु सरकार ने अपने आधिकारिक बयान में इन मौतों के लिए सिरप में मिले जहरीले पदार्थ को जिम्मेदार ठहराया है।

बच्चों की दवा देते समय बरतें यह सावधानियां

स्वास्थ्य मंत्रालय के डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ हेल्थ सर्विसेज़ (DGHS) ने अपनी एडवाइजरी में न केवल छोटे बच्चों के लिए चेतावनी दी है, बल्कि बड़े बच्चों के लिए भी कुछ जरूरी दिशा-निर्देश जारी किए हैं।

DGHS की विशेषज्ञ डॉ. सुनीता शर्मा के मुताबिक, दो साल से कम उम्र के बच्चों को कफ सिरप देना पूरी तरह से टालना चाहिए।

अगर बड़े बच्चों (2 साल से अधिक उम्र) को सिरप देना ही पड़े, तो उसकी मात्रा और समय का विशेष ध्यान रखना चाहिए। सिरप देने से पहले डॉक्टर से सही खुराक और सेवन का तरीका अवश्य पूछ लेना चाहिए।

किसी भी सूरत में एक से ज्यादा दवाओं को एक साथ मिलाकर नहीं देना चाहिए और दवा देते समय बच्चे पर पूरी निगरानी रखनी चाहिए।

Chhindwara, Cough Syrup Death, Chhindwara children death, children kidney failure, Cough Syrup, poisonous cough syrup, Coldrif, Nexa DS, diethylene glycol, Madhya Pradesh, drug scandal, Rajasthan cough syrup death, contaminated medicine, health department alert, cough syrup side effects, mp news,

स्वास्थ्य प्रणाली पर सवाल

छिंदवाड़ा की यह त्रासदी न सिर्फ एक दुखद घटना है, बल्कि यह देश की दवा निगरानी प्रणाली में मौजूद चिंताजनक खामियों की ओर भी इशारा करती है।

यह घटना उस जानलेवा लापरवाही को उजागर करती है, जब निर्माता कंपनियां मुनाफे के चक्कर में लोगों की जान से खिलवाड़ करती हैं।

Chhindwara, Cough Syrup Death, Chhindwara children death, children kidney failure, Cough Syrup, poisonous cough syrup, Coldrif, Nexa DS, diethylene glycol, Madhya Pradesh, drug scandal, Rajasthan cough syrup death, contaminated medicine, health department alert, cough syrup side effects, mp news,

आम जनता के लिए यह जरूरी है कि वे किसी भी बिना डॉक्टर की सलाह वाली दवा का इस्तेमाल न करें और संदिग्ध उत्पादों की सूचना तुरंत स्वास्थ्य अधिकारियों को दें।

उम्मीद है कि इस घटना के बाद देश भर में दवा सुरक्षा को लेकर और सख्त नियम लागू होंगे ताकि भविष्य में ऐसी दर्दनाक घटनाओं को रोका जा सके।

ये खबरें भी पढ़ें-

जबलपुर की कटारिया फार्मेसी पर छापा, इसी कंपनी ने सप्लाई किया था छिंदवाड़ा में जहरीला कफ सिरप

कफ सिरप बना काल: MP में 9 और राजस्थान में 2 बच्चों की मौत, सिरप में मिला जानलेवा केमिकल

जहरीले कफ सिरप से हो रही बच्चों की किडनी फेल! छिंदवाड़ा में 6 मासूमों की मौत के बाद दो दवाओं पर बैन

छिंदवाड़ा में मासूमों की जान ले रहा किडनी फेलियर: 22 दिन में 4 बच्चों की मौत, टीमें नहीं खोज पा रहीं कारण

- Advertisement -spot_img