MPPSC Protestor Arrested: इंदौर में MPPSC भर्ती प्रक्रिया में कम पदों की घोषणा के खिलाफ छात्रों का प्रदर्शन एक बड़े विवाद का रूप ले चुका है।
शुक्रवार को हुए प्रदर्शन में पुलिस ने कड़ा रुख अपनाते हुए दो छात्र नेताओं राधे जाट और प्रशांत किसानवंशी को गिरफ्तार किया है।
इसका विरोध जताते हुए कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने प्रदेश सरकार पर निशाना साधा है।
MPPSC भर्ती विवाद, दो छात्र नेता गिरफ्तार
मध्य प्रदेश के इंदौर में छात्रों के आंदोलन पर राजनीति गर्मा गई है।
MPPSC भर्ती प्रक्रिया में कम पदों की घोषणा के खिलाफ हुए प्रदर्शन के मामले में संयोगितागंज और भंवरकुआ थानों में एफआईआर दर्ज की गई थी।
वहीं पुलिस ने दो छात्र नेताओं को राधे जाट और रणजीत किसानवंशी को गिरफ्तार किया है।
कल 1 जनवरी को मध्यप्रदेश पुलिस NEYU के @Radhejat1983 एवं @Ranjeetfarmer को घर से ले गई थी और आज उनको अनेक धाराओं में जेल भेज दिया गया हैI
जुर्म: #MPPSC_PROTEST का नेतृत्व करते हुए छात्रों के अधिकारों के लिए आवाज उठाई..
मुख्यमंत्री जी ने खुद बुलाकर आंदोलन खत्म करने का बोलकर… pic.twitter.com/mOWHOdaurJ
— National Educated Youth Union (@NEYU4INDIA) January 2, 2025
यह दोनों नेता डीडी पार्क में अभ्यर्थियों के साथ मिलकर आंदोलन की आगे की रणनीति बना रहे थे।
लेकिन, पुलिस ने मीटिंग से पहले ही दोनों को गिरफ्तार कर लिया।
दोनों को एसपी कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया है।
पूरी खबर यहां पढें – आंदोलन से पहले राधे जाट और रणजीत किसानवंशी गिरफ्तार, जमानत खारिज कर दोनों को भेजा जेल
राजनीति हुई तेज, कांग्रेस ने जताया विरोध
छात्रों के इस आंदोलन ने अब राजनीतिक रंग ले लिया है।
राधे जाट और रणजीत किसानवंशी की गिरफ्तारी पर कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने भी तीखी प्रतिक्रिया दी है।
पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह का कहना है कि 41 का नोटिस (जिन अपराध में 7 वर्ष से कम सजा है) देकर मुचलके पर छोड़ने का नियम है ।
लेकिन, इसके बावजूद छात्र नेताओं को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है।
लोकसेवा आयोग में सुधार के रचनात्मक सुझाव देने वाले बेरोजगार युवा नेता रंजीत किसानवंशी, राधे जाट को जिला जेल इंदौर भेज दिया है। क्या यह न्याय पूर्ण है?
जबकि 41 का नोटिस देकर मुचलके पर छोड़ने का नियम है(जिन अपराध में 7 वर्ष से कम सजा है)
क्या @CP_INDORE निर्दोष बेरोजगारों के साथ… https://t.co/3QYu9n860Y— Digvijaya Singh (@digvijaya_28) January 2, 2025
प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने इसे सरकार की वादाखिलाफी करार दिया है।
MPPSC में हुई गड़बड़ी का विरोध कर रहे छात्रों @Radhejat1983 और @Ranjeetfarmer को जेल में डालना मोहन यादव जी की तानाशाही का जीता जागता उदाहरण है!@DrMohanYadav51 जी, यह देश महात्मा गांधी का है, जहां हर नागरिक को अपनी आवाज़ उठाने का हक है। मेरी माँग है कि सरकार छात्रों पर लगाए गए… pic.twitter.com/YDregKpX5L
— Jitendra (Jitu) Patwari (@jitupatwari) January 2, 2025
जहां कांग्रेस नेताओं ने इसे छात्रों के अधिकारों का हनन बताते हुए सरकार पर हमला बोला।
वहीं, पुलिस की कार्रवाई को लेकर छात्रों और उनके परिजनों में गहरी नाराजगी है।