BJP Anti-Dalit-tribal: मध्य प्रदेश में दलित आदिवासियों के खिलाफ हो रहे अत्याचार के मुद्दे पर सियासत गरमा गई है।
इसके बाद फिर एक बार सत्ताधारी भाजपा सरकार विपक्ष की कांग्रेस पार्टी ने निशाने पर आ गई है।
आदिवासियों पर अत्याचार मामले में प्रदेश के नंबर 1
एक सरकारी रिपोर्ट में मध्यप्रदेश को आदिवासियों पर अत्याचार मामले में नंबर 1 पर बताया गया है।
इसके बाद से कांग्रेस ने सरकार को घेरना शुरु कर दिया है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री सोशल मीडिया पर पोस्ट कर इस मुद्दों को लेकर सरकार पर जमकर सियासी निशाना साधा है।
अरुण यादव ने कहा कि भाजपा को सिर्फ दलित-आदिवासी के वोट से मतलब रहता है।
अरुण यादव ने BJP को बताया दलित-आदिवासी विरोधी
कांग्रेस नेता अरुण यादव ने भाजपा पर गंभीर आरोप लगाते हुए पार्टी को दलित-आदिवासी विरोधी बताया है।
मध्यप्रदेश दलितों – आदिवासियों की कब्रगाह बनता जा रहा है ।
सरकारी रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2022 में आदिवासियों पर अत्याचार के मामलों में देशभर में मप्र नंबर 1 एवं दलितों पर अत्याचार के मामलों में नंबर 3 पर है ।
आदिवासियों पर होने वाले अत्याचारों के मामलों में मप्र वर्षों से प्रथम…— Arun Subhashchandra Yadav (@MPArunYadav) September 23, 2024
अरुण यादव ने एक्स पर लिखा कि मध्यप्रदेश दलितों-आदिवासियों की कब्रगाह बनता जा रहा है।
सरकारी रिपोर्ट के अनुसार साल 2022 में आदिवासियों पर अत्याचार के मामलों में देशभर में मप्र नंबर 1 और दलितों पर अत्याचार के मामलों में नंबर 3 पर है।
आदिवासियों पर होने वाले अत्याचारों के मामलों में एमपी वर्षों से प्रथम स्थान पर है।
मप्र में भाजपा सरकार के राज में प्रतिदिन 26 से ज्यादा आदिवासियों पर और 22 से ज्यादा दलितों पर अत्याचार हो रहे हैं।
भाजपा आदिवासियों-दलितों को सिर्फ अपना वोट बैंक समझती है, इसीलिए अनेकों मामलों में अत्याचार करने वाले भाजपा के नेता-कार्यकर्ता ही होते हैं ।
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