Liquor Bottles Garland In MP Assembly: भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र का बुधवार, 18 दिसंबर को तीसरा दिन है।
20 दिसंबर तक चलने वाले इस सत्र के तीसरे दिन कांग्रेस विधायकों ने अनोखा प्रदर्शन किया।
मध्य प्रदेश के तराना से कांग्रेस विधायक महेश परमार और और श्योपुर विधायक बाबू सिंह जंडेल शराब की बोतलों की माला पहनकर सदन पहुंचे।
वहीं नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार चाय की केतली लेकर पहुंचे और विधानसभा के बाहर चाय बांटी।
इसके साथ ही बेरोजगारी समेत कई मुद्दों पर कांग्रेस विधायकों ने गांधी प्रतिमा के सामने जमकर विरोध प्रदर्शन भी किया।
मध्य प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन बुधवार को मोहन सरकार के पहले अनुपूरक बजट पर चर्चा हो रही है।
वहीं, प्रदेश सरकार द्वारा 22 हजार 460 करोड़ रुपये के लाए गए अनुपूरक बजट के विरोध में तराना से कांग्रेस विधायक महेश परमार और और श्योपुर विधायक बाबू सिंह जंडेल गले में शराब की बोतलों की माला पहनकर विधानसभा पहुंचे।
Liquor Bottles Garland In MP Assembly: कांग्रेस विधायक ने लगाया शराब घोटाले का आरोप –
कांग्रेस विधायक महेश परमार ने कहा कि प्रदेश में शराब घोटाले हो रहे हैं और सरकार इस पर मौन है।
उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में दिल्ली से भी बड़ा घोटाला चल रहा है।
कांग्रेस विधायक परमार का आरोप था कि एक-एक जिले में 100 करोड़ से ज्यादा के शराब घोटाले हुए हैं।
Liquor Bottles Garland In MP Assembly: भाजपा ने कहा- सिर्फ फोटोबाजी कर रही कांग्रेस –
वहीं, सत्ता पक्ष ने कांग्रेस विधायक द्वारा शराब की खाली बोतलों की माला पहनकर सदन में आने पर हमला बोला है।
भाजपा विधायकों का कहना है कि सदन में शराब की बोतल लाना अनुचित है।
उन्होंने कहा कि जहां गांधीजी की प्रतिमा है, वहां पर कांग्रेस विधायक शराब की बोतल की माला पहनकर पहुंचे।
सिर्फ फोटोबाजी के चक्कर में कांग्रेस इस तरह का प्रदर्शन कर रही है।
भाजपा विधायकों ने मांग की है कि नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार को विधायक पर कार्रवाई करनी चाहिए।
Liquor Bottles Garland In MP Assembly: नेता प्रतिपक्ष चाय की केतली लेकर पहुंचे विधानसभा –
दूसरी तरफ, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार खुद चाय की केतली लेकर विधानसभा पहुंचे।
उन्होंने विधानसभा के बाहर लोगों को चाय बांटकर अनोखे तरीके से सरकार के खिलाफ विरोध जताया।
नेता प्रतिपक्ष सिंघार ने कहा कि प्रदेश सरकार भर्तियां नहीं निकाल रही है।
ऐसे में युवा अपना और अपने घरवालों का पेट पालने के लिए क्या मोदी जी की चाय बेचेंगे?
यह भी पढ़ें – MP: शीतकालीन सत्र का दूसरा दिन भी रहा हंगामेदार, पक्ष-विपक्ष में हुई तीखी तकरार